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इन पांच प्रमुख वजहों से भारत-रूस संबंध 2025 में दुनिया को आकार देंगे!
वर्ष 2025 के लिए पांच भू-राजनीतिक सवाल!
'मूविंग होराइज़न्स': AI के लिए एक प्रतिक्रियाशील और जोख़िम-आधारित रेगुलेटरी ढांचा
रायसीना क्रॉनिकल्स : वैश्विक संवाद का भारतीय मंच
चीन से भीख मांग कर यूरोपीय संघ अपने जोख़िमों में कमी ला पाने में असमर्थ साबित होगा!
साल 2070 तक कैसे हासिल होगा शून्य कार्बन उत्सर्जन का लक्ष्य?
अरब सागर की पुरानी विरासत को दोबारा हासिल करना: भारत-यूएई संबंधों की नई शुरुआत!
साल 2024: क्या दुनिया भर में लोकतांत्रिक व्यवस्था हमेशा के लिए बदल जाएगी?
भारत का G20 सम्मेलन और क्रांतिकारी बदलाव: क्या ये नया स्वेज़ लम्हा है?
भारत का G20 सम्मेलन और क्रांतिकारी बदलाव: क्या ये नया स्वेज़ लम्हा है?
हानिकारक ग्लोबलाइज़ेशन के दौर में क्या IMEEC उज्ज्वल भविष्य की राह दिखाता है?
नई दिल्ली में G-20 समिट: भू-मंडलीकरण में ऐसी नई जान डालने की कोशिश जो सबका भला करे!
एक क्लाइमेट-फ्रेंडली निवेश के माहौल का निर्माण करना!
भारत और यूरोपीय संघ के बीच साझेदारी बढ़ाने का सबसे मुफ़ीद मौक़ा है इस समय!
दुनिया लगातार परिवर्तन के बहाव में बह रही है: ऐसे में आत्मनिर्भर होना सबसे महत्वपूर्ण हो गया है!
रूस-यूक्रेन संघर्ष: मूल्यों पर आधारित कूटनीति के दावों को हक़ीक़त से मिलाने की कोशिश
75 वर्ष का भारत: नैतिकता, अर्थव्यवस्था और मिसाल
एक हरित, लचीले और समावेशी विकास के लिए राह तय करना
Digital Democracy: बेहद अस्थिर ज़मीन पर चल रहा है डिजिटल प्रजातंत्र
India takes charge on the World stage: विश्व मंच पर भारत ने संभाली कमान
साझेदारियां मायने रखती हैं: पहाड़ी पर बसा वो शहर: डांवाडोल जहाज़: और तूफ़ान के बीच रौशनी की मशाल
भारत और अमेरिका के संयुक्त प्रयास से ‘तक़नीक’ को सभी के लिए आसानी से उपलब्ध कराया जा सकता है.
थिंक20 भारत: दक्षता की कमी और असंतुलन को भरने की कोशिश
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) का गठन उपनिवेशवाद के प्रोजेक्ट को आगे बढ़ाने के लिए किया गया है!
आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस (AI) लोकतंत्र और ग्लोबल व्यवस्था
आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस (AI), लोकतंत्र और ग्लोबल व्यवस्था
तरक़्क़ी पर विचार: ‘G20’ को 2020 के दशक के क़ाबिल बनाने की कोशिश!
G20 में ‘विकास’ के लक्ष्य को पाने के लिये, भारत देगा ‘डेटा’ को प्राथमिकता!
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Accountable Tech: क्या जवाबदेही से जुड़े भारत के तौर-तरीक़ों को अमेरिका अपनाएगा?
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दुनिया की बड़ी ताक़तें, महाशक्तियाँ और स्वार्थी सत्ता: यहां कोई संत नहीं, सब दाग़दार हैं!
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भारत और यूरोपीय संघ के बीच साझेदारी बढ़ाने का सबसे मुफ़ीद मौक़ा है इस समय!
रूस-यूक्रेन संघर्ष: मूल्यों पर आधारित कूटनीति के दावों को हक़ीक़त से मिलाने की कोशिश
75 वर्ष का भारत: नैतिकता, अर्थव्यवस्था और मिसाल
एक हरित, लचीले और समावेशी विकास के लिए राह तय करना
Digital Democracy: बेहद अस्थिर ज़मीन पर चल रहा है डिजिटल प्रजातंत्र
भारत-रूस संबंध: वैश्विक सियासत के नये युग में पुराने साझीदारों का एक-दूसरे पर भरोसा कायम
DEMOCRACY SUMMIT: डिजिटल प्रजातंत्र और वर्चुअल सीमाएं: चौथी औद्योगिक क्रांति में हम लोकतंत्र को कैसे सुरक्षित रख सकते हैं?
कोयले के इस्तेमाल का अनुकूल अंत और वित्तीय गणित: भारत में कार्बन रहित उर्जा क्षेत्र के लिये बाज़ार का लेखा-जोखा!
कोविड-19 वैक्सीन की सप्लाई में तो तेज़ी आई है लेकिन क्या भारत में वैक्सीन की मांग थम सी गई है?
अगले 90 दिन: जब भारत अपने सभी वयस्क नागरिकों को टीका लगाने की महत्वाकांक्षी कोशिश करेगा…
कोविड-19 महामारी के दौरान भारत की सामरिक सुरक्षा संबंधी विकल्प और चीन की चुनौती
‘पैक्स अमेरिकाना’ की उधड़ती परतें और दुनिया के सरपंच के तौर पर अमेरिका की गिरती साख
आधुनिक भू-राजनीति: रेलवे यात्रा से स्थिरता की ओर भाग-भाग
बिग टेक और देशों की राजसत्ता: लोकतांत्रिक व्यवस्था बरक़रार रखने के लिए बड़ी तकनीकी कंपनियों को रेगुलेट करना ज़रूरी
Communist Inc: महामारी के बीच अपनी अलग दुनिया बना रहा है चीन
भारत में महामारी की दूसरी लहर की कवरेज से पश्चिम ने अपना ‘काला चेहरा’ उजागर किया
कूटनीति और लचीलापन: भारत पर दांव लगाना अच्छा
#ViralWorld रायसीना डायलॉग 2021: अध्यक्ष का संदेश
‘बहुत हुआ जलवायु परिवर्तन पर अमीर देशों का उपदेश: समय आ गया है कि इसपर न्यायसंगत कदम उठाया जाए’
शी जिनपिंग की ओर से प्यार भरा तोहफ़ा: अमेरिका के नए राष्ट्रपति को नए साल की शुभकामनाएं
‘यूरोपीय संघ, सीएआई समझौता और गहराता गर्त’
सीओवीआईडी 19 के बाद: भारत के सबसे बड़े प्राकृतिक दृश्यों में से एक
डिजिटल इतिहास के मुहाने पर दुनियाः भविष्य के लिए 9 सबक़
'अगर यूरोपियन संघ असफल होता है तो हम उदारवादी विश्व व्यवस्था हमेशा के लिए कायम रह सकते हैं'
‘सोशल मीडिया प्लेटफ़ार्म: न देश के क़ानून से ऊपर, न अपने-आप में कोई क़ानून!’
रफ़ाल विमानों के आने के जश्न बीच हो भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा पर नए सिरे से विचार!
द्वार पर खड़ी नई विश्व व्यवस्था: भूमंडलीकरण, तकनीक का भय एवं विश्व व्यवस्था
स्वास्थ्य नीति राष्ट्रीय सुरक्षा का हिस्सा है जिसके लिए सभी साझीदारों को संवाद बढ़ाने की ज़रूरत
चीन के दुर्व्यवहार को रोकने के लिए सभी देश मिलकर बनाएं एक मज़बूत दीवार!
सम्राट शी जिनपिंग ने बदली चीनी कम्युनिस्ट पार्टी की बिसात: चित्त और पट दोनों पर कब्ज़ा
चीन के दु:स्साहसी अतिक्रमण के ख़िलाफ भारत का डिजिटल प्रतिकार
व्यावसायिक विश्व व्यवस्था में शक्ति संतुलन का खेल और आपूर्ति श्रृंखला
कोविड-19 का पश्चिमी मीडिया में कवरेज: पूरब के देश भारत की छवि बिगाड़ने की कोशिश
कोविड-19, डिजिटल युग का आरोहण और दुनिया में बढ़ती तकनीकी प्रतिद्वंदिता
लॉकडाउन में ताज़ी हवा का एक झोंका
कोविड19 के साथ सह अस्तित्व: अर्थव्यवस्था और ज़िंदगियां बचाने की कोशिश
कोविड-19: डब्लूडब्लूए प्रमुख डॉ. टेड्रोस ने दुनिया को बताया नुकसान नुक्सान!
#कोविड-19: मेड इन चाइना
कोरोना वायरस : वैश्विक राजनीतिक अनिश्चिताओं के दौर में नया ‘पेंच’
उदारवादी विश्व व्यवस्था का मिथक, राजनीतिक परिवर्तन और वैश्विक शक्ति संतुलन का त्रिशंकु
भौगोलिक राजनीति के डिजिटलीकरण का सफ़र
दो चुनाव, अलग-अलग नतीजे और नेताओं के लिए पाँच ज़रूरी सबक
भारत और अमेरिका का व्यापार विवाद, और दुनिया में भारत का बढ़ता रसूख़!
क्या हिन्द-प्रशांत प्रोजेक्ट अपने मक़सद में कामयाब होगा?
हम जो सदियों से सहते रहे, उस सच्चाई का पता दुनिया को अब चल रहा है: रवांडा के विदेश मंत्री रिचर्ड सेज़ीबेरा