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बाइडेन के अमेरिकी राष्ट्रपति बनने से पहले न केवल अमेरिक
बीआरआई ने अभी तक सिर्फ़ मेज़बान देशों में ग्रीन हाउस गैस (
जैसे-जैसे भारत की अमेरिका के साथ रणनीतिक साझेदारी गहरी ह�
नाइजीरिया पर नाकाम देश होने का ख़तरा है क्योंकि वो आतंकव�
चाहे कोविड-19 की आपदा हो, या अमेरिका-चीन का गहराता द्वंद, या �
भारत-रूस संबंध रूस संबंध अतीत की नहीं, बल्कि वर्तमान भू-रा
हाल के दिनों में ताइवान को लिथुआनिया की मान्यता ईयू को ची�
अफ़ग़ानिस्तान में बढ़ती हुई राजनीतिक अस्थिरता की वजह से, �
चीनी नागरिकों की जीवन में बेहतरी लाने के लिए शी की सराहना
दुनिया से कट कर एक रूढि़वादी और दमनकारी तालिबान सरकार से �
भारत अगर अपने संबंध अमेरिका और पश्चिमी देशों के साथ और प्�
क्या अफ़ग़ानिस्तान संकट और इसकी वजह से सुरक्षा पर ख़तरे �
बहुपक्षीयवाद और बहुसहभागिता को लेकर दो समानांतर नज़रिय�
19 माह के पश्चात, दोनों ही देश की सरकार ने अपने अपने बॉर्डर �
मालदीव की विपक्षी पार्टियों के द्वारा भारत को ख़तरा बतान
सीमा पर चीन के आक्रामक बर्ताव के बीच, उसके सीमा संबंधी नए �
बाइडेन और शी के बीच डिजिटल शिखर-वार्ता हाल ही में संपन्न ह
ASEAN-India Relations: भारत और आसियान दोनों को ही अपने समुद्री संबंधों �
अमेरिकी विकास कार्यक्रम के ऊपर हुए तीक्ष्ण राजनीतिक विभ�
भारत को अपने क़दम फूंक-फूंक कर रखने होंगे. तेज़ी से बदलती �
कोरोना वायरस महामारी के दुष्प्रभावों की कमी के साथ ही मा�
जेनेवा शिखर सम्मेलन के बाद अमेरिका और रूस के संबंध और अधि�
कोविड-19 के बाद के दौर में, जैसे-जैसे हिंद प्रशांत क्षेत्र क
अतीत में चंद मौकों पर सरकार ने अपना प्रभाव दिखाने और अपनी
दक्षिणी चीन सागर में युद्ध को लेकर चीन के बढ़ते प्रेम और न
हिज्बुल्ला और कथित तौर पर ‘लेबेनीज फोर्सेज’ के बीच गोलीब
मौजूदा शासक से ज़ोर-ज़बरदस्ती सत्ता हथियाने, फ़ौज द्वारा
दुतेर्ते की चीन-समर्थक नीतियों के 2022 के राष्ट्रपति चुनाव�
पार्टी के भीतर तनावों के बावजूद स्पीकर नाशीद कई मोर्चों �
हालिया शिखर सम्मेलन के नतीजों के बावजूद पश्चिमी बाल्कन क
यह बताना कि ऑकस एक बेहतर जोड़ी है क्योंकि यह क्वॉड समूह क�
ताइवान के प्रति चीन की ओर से पेश की गई चरम युद्धप्रियता पर
सीमा पर चीन से सामना करने के लिए भारत को और अधिक सक्रिय हो�
हाल की त्रिपक्षीय बैठक अब्राहम समझौते के साझेदारों के बी
तालिबान जिस दिशा में बढ़ता है, चाहे वो ईरान, पाकिस्तान या �
बहुत मुमकिन है कि पाकिस्तान परस्त आतंकवादी भारत को तीन म�
कम्युनिस्ट पार्टी की बैठक में यह तय होगा कि चीन में एक अ
16+1 की पहल को एक ऐसा मुखबिर बताया जा रहा है, जो यूरोपीय यूनिय
अफ़गानिस्तान की ज़मीनी हक़ीकत न सिर्फ़ बड़ी तेज़ी से बदल
तुर्की के आर्थिक और राजनीतिक तनाव को संभालते हुए वैश्विक
अफ्रीकी देशों में पहले दिख रहे चीनी-आशावाद का धीरे-धीरे ल�
आज 2008 की विपत्ति से कई गुणा ज़्यादा बड़ी विपदा ने दुनिया क�
चीन जिस तरह से नई पीढ़ी के हथियार तैयार कर रहा है और अपनी म�
वास्तविक नियंत्रण रेखा पर असल में जो हालात हैं, हमारा राज�
आसियान के सदस्य देश नए ऑकस गठबंधन को चिंता की नज़र से देख �
जंगी माहौल से अमेरिका को सुरक्षित रूप से बाहर निकलने का र�
भारत को अगर दूसरे सदस्य देशों का समर्थन मिले तो वह अगली आर
चूंकि संप्रभु देश तकनीकी क्षेत्र की बड़ी कंपनियों को “वश
नियामक और नवाचार को एक दूसरे के विपरित देखा जाता है लेकिन
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने एक ऐसी सामरिक साझेदारी क