-
CENTRES
Progammes & Centres
Location
7092 results found
जब तक हम विदेशी कंपनियों के अनुकूल देश में इंफ्रास्ट्रक्
ज़ाहिर है किसी भी देश की राजनीतिक शक्ति बढ़ाने के लिए उसक�
मानवता के इतिहास में कोविड-19 एक ऐसी महामारी के तौर पर दर्ज़
ये अंत का आरंभ या आरंभ का अंत नहीं है, सिर्फ़ एक युग का अंत �
न्यू डेवलपमेंट बैंक और एशियन इंफ्रास्ट्रक्चर इन्वेस्टम
नेशनल अर्बन रेंटल हाउसिंग पॉलिसी की योजना को हक़ीक़त बनन
विशाल असंगठित क्षेत्र वाली विकासशील अर्थव्यवस्थाओं द्व
मौजूदा समय को देखते हुए भारत सरकार को ड्रोन उद्योग से संब�
व्यापक स्तर पर अगर इस तरह का संतुलन नहीं बनाया जाता तो ग्र
मुख्य वित्तीय सेवाओं की पेशकश के अलावा डिजिटल फिनटेक प्ल
ग़रीबी को रेखांकित करने वाले बहुआयामी सूचकांकों को प्रो�
ज़्यादातर गठबंधनों के बारे में, और ख़ासतौर से विकासशील द�
नदियों के अस्तित्व में इस नये आयाम को जोड़ने का अर्थ ये हो
कोविड महामारी के चलते भारत में कारोबारी जगत के लिए सीएसआ�
Although London’s actions on Hong Kong and Huawei suggest a renewed US-UK alignment against China, it also exacerbates Washington’s asymmetric pul
The first part of this article examined the security and political in J&K, one year after August 5th. This, second part, looks the development sce
मूल मुद्दा चीन के साथ है जो पूरी दुनिया की-बेसिक ओपन डेमोक
सरकार को बैंकिंग सेक्टर को ये भरोसा दिलाना होगा कि वो मुक�
भारत की राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था के प्रमुख सिद्धांत के तौ�
किसी भी शहर में बीमारियों पर स्थायी तौर पर क़ाबू पाने के ल
जब भारत चीन से बाहर जाने वाली बहुराष्ट्रीय कंपनियों के ल�
भारत में म्यूनिसिपल बॉन्ड का बाज़ार न बढ़ पाने के पीछे कई
कोविड-19 की महामारी के कारण लोकतांत्रिक तरीक़े से चुनी गई �
चीन को लेकर नीतियां बनाने से पहले भारत को चाहिए कि वो अपने
भारत की कई कंपनियां, अपने शेयर धारकों की इजाज़त से कंपनी क
नई खोज को प्रोत्साहन और रोज़गार देने में स्टार्टअप की ज़�
आत्मनिर्भर भारत अभियान ने निश्चित रूप से भारत की सौर ऊर्�
गंगा जल बंटवारा समझौता 2026 में ख़त्म हो जाएगा. ये याद रखना च�
आरबीआई के द्वारा योग्य और उपयुक्त क्षमता के आधार पर मुख्�
आज भी देश में कुल बारिश का केवल आठ प्रतिशत पानी ही जमा किय�
ऐसे वक़्त में ये ज़रूरी हो जाता है कि आर्थिक विकास के लिए �
भारत इस समय अपनी आज़ादी के बाद की चौथी आर्थिक सुस्ती के मु
भारत को चाहिए कि वो अपनी आर्थिक क्षमताओं का विकास करने के
समस्या का सबसे आसान समाधान तो ये होगा कि चीन अपनी कल्याणक�
जहां अभी कई बहुराष्ट्रीय कंपनियां पूर्वी और दक्षिणी पूर�
चीन जहां मुख्य रूप से अफ़्रीकी देशों में स्वयं का राजनीति�
विश्व व्यापार संगठन के नियम महामारी से परे नहीं हैं. यही क
भारत में इम्पैक्ट इन्वेस्टमेंट सेक्टर जो चुनौतियां झेल �
राष्ट्रीय स्तर पर शिक्षा के लिए फंड में कमी नहीं आनी चाहि�
आज़ादी के बाद से भारत में तीन बार मंदी आ चुकी है और यह मंदी
कोविड-19 की महामारी के बाद किसान और मज़दूर जब अपनी ज़िंदगी �
पर्यावरण में जो बदलाव हम आज देख रहे हैं क्या वो हमेशा के ल�
जहां तक शिक्षा, स्वास्थ्य, कौशल विकास, खाद्य सुरक्षा और पे
हो सकता है कि चीन मंदी से बच जाए या हल्के रूप में मंदी को मह
महामारी सिर्फ़ सार्वजनिक स्वास्थ्य त्रासदी नहीं हैं बल�