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2007 के बाद से अगले एक दशक तक चीन के विस्तारवादी रवैये बीआरआ�
जैसे-जैसे सुगा की विरासत की जंग तेज़ हो ही है, जापान की राज�
इराक़ जो सालों तक युद्ध और विवादों के लिए सुर्ख़ियों में �
बीआरआई की शुरुआत के बाद शिनजियांग में वीगर मुसलमानों पर �
बगैर यूरोपियन यूनियन के सहयोगियों से सलाह मशविरा किए अफ़
बांग्लादेश को चरमपंथी इस्लामिक विचारधारा के संभावित उभ�
अफ़ग़ानिस्तान पर तालिबान के कब्ज़े के बाद भारत को सामरिक
क्या संविधान संशोधन का इस्तेमाल पश्चिम अफ्रीका में सत्त�
बीस साल बीत जाने के बाद भी, ‘आतंकवाद के ख़िलाफ़ युद्ध’ अभी
चूंकि भारत खुद को रक्षा निर्माण के एक केंद्र के रूप में वि
इस नई जियोपॉलिटिकल हक़ीक़त को लेकर भारत के द्वीपीय पड़ोस
अफ़ग़ानिस्तान में इस वक़्त, उसके पड़ोसी मध्य एशियाई देशो
खाद्य आपातकाल की घोषणा करने के बाद श्रीलंका को मुश्किल स�
अपनी दूसरी हुकूमत में तालिबान अब ये सुनिश्चित करने में ज�
आखिर में सारी बौद्धिक कसरत असली चीज़ को छुपा नहीं सकी. पुर
जहां तक मान्यता की बात है तो रूस भी अभी तक मान्यता देने को �
कैसे राष्ट्र-निर्माण गतिविधियां सफल होंगी जब वरिष्ठ अमे�
तालिबान सरकार के गठन और उनकी गतिविधियों से यही प्रतीत हो�
भारत-यूरोपीय संघ सहयोग की बढ़ती गहराई के साथ ही यह बेहद जर
भले ही अभी आईएसकेपी ज़्यादा ताक़तवर नहीं है लेकिन अमेरिक
तालिबान के हाथों काबुल का धराशायी होना समसामयिक इतिहास म
जब भारत में नौसेना उड्डयन अपनी स्थापना के 68वें वर्ष में प�
आज इस बात की पूरी तरह से अनदेखी की जा रही है कि ISKP के मुक़ाब�
यहां सवाल उठता है कि आख़िर देश के भविष्य से असल सरोकार रखन
दुनिया के अलग अलग देशों ने परमाणु निवारण यानी ‘न्यूक्लिय
पूर्वोत्तर के विकास के लिए घरेलू कोशिश जारी रहेंगी लेकिन
एक तरफ़ कोरोना वायरस ‘तीसरी लहर’ के रूप में फिर से उभरने क
एक तरफ़ तो इसे सामान्य जन-जीवन में इस्तेमाल किया जा सकता ह
अफ़ग़ानिस्तान के पतन के लिए बाइडेन ही जिम्मेदार हैं. अक्�
ओआरएफ़ के विदेश नीति सर्वे का निष्कर्ष ज़बरदस्त चीन विरो
चीन हमेशा से ये मानता रहा है कि दक्षिणी चीन सागर का मसला ब�
हिमालय की घाटी में बसा देश नेपाल भी अपने उन नागरिकों को नि
साम्राज्यों का क़ब्रिस्तान कहे जाने वाले अफ़ग़ानिस्तान
आप दलील दे सकते हैं कि अफ़ग़ानिस्तान से पीछा छुड़ाकर अमे�
लेबेनान के नागरिक अब ये सवाल कर रहे हैं कि आख़िर वो कौन सी �
भारत की सागर पहल हिंद महासागर में सिर्फ़ सुरक्षा तक ही सीम�
आज जब तालिबान अफ़ग़ानिस्तान के ज्यादातर इलाकों पर कब्ज़�
मोज़ाम्बिक में स्थिरता और सुरक्षा अंतर्राष्ट्रीय समुदा
तुर्की का ये नारा कि दुनिया पांच देशों से बड़ी है (अमेरिका
विरोधी ताक़तों की संघ के भीतर स्वायत्तता के लिए बार-बार क�
अफ्रीका में तैनात अमेरिकी नौसेना की टुकड़ी द्वारा बहुरा�
शंघाई सहयोग संगठन(एससीओ) और क्षेत्रीय आतंक रोधी ढांचा (आर�
एशियाई देश, ख़ास तौर से आज के दौर में तेल का आयात करने वाली
हक़ीक़त ये है कि जो देश एक जैसे मूल्यों पर यक़ीन नहीं रखते
ये बात हमेशा दिमाग़ में रखनी चाहिए कि स्पष्ट नियम-क़ायदो�
आधुनिक विद्रोही और आतंकवादी संगठनों की तरह ही तालिबान के
ऐतिहासिक उदाहरणों और जमीनी मौजूदा सच्चाई पूरी तरह से इस �
अफ़ग़ानिस्तान को न सिर्फ़ दुनिया की उन बड़ी ताक़तों ने उ�
दरअसल, अमेरिका अपने सैनिकों की वापसी के बाद भी अफ़ग़ानिस�
जो बाइडेन ने 8 जुलाई को कहा था कि ज़रूरी नहीं है कि अफ़ग़ान�