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शताब्दी की शुरुआत में सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म के विकास की
महिलावादी या फेमिनिस्ट विदेश नीति के तहत संघर्षों के समा
तमाम पहलों के बावजूद विज्ञान, तकनीक, इंजीनियरिंग और गणित (
जिस समय बहुपक्षवाद अस्तित्व के संकट का सामना कर रहा है, उस
भारत के शहरी निकायों के संचालन से जुड़ी गतिविधियों में औ�
गरीबी, शिक्षा में कमी और सीमित स्वास्थ्य सुविधाओं से जुड�
OCEN भारत के MSME क्षेत्र में बड़े बदलाव लाने की क्षमता रखता है,
नारीवादी विदेश नीति का नज़रिया अपनाकर और कूटनीति में महि
उपजाऊ ज़मीन की गुणवत्ता में गिरावट के लैंगिक प्रभाव यानी
आज जब भारत टिकाऊ विकास की जटिलताओं से जूझ रहा है, ऐसे में अ�
लैंगिक सशक्तिकरण और खाद्य सुरक्षा एक-दूसरे से गहराई से ज�
उच्च स्तर की शिक्षा के साथ युवा महिलाओं के श्रम बल (वर्कफो
बोझ कही जाने के बावजूद, बुज़ुर्ग महिलाएं ख़ास तौर से कम आम
भारत STEM का बड़ा गढ़ तभी बन सकता है, जब वो ये सुनिश्चित करें �
केंद्र और राज्यों की विधायिकाओं में महिलाओं के लिए आरक्ष
अगर कौशल की कमी को लैंगिक समानता का ख़याल रखते हुए दूर किय
अगर कौशल की कमी को लैंगिक समानता का ख़याल रखते हुए दूर किय
कई वर्षों से लंबित महिला आरक्षण विधेयक को आख़िरकार संसद �
दिल्ली शिखर सम्मेलन से गढ़ी गई दुनिया, जनता पर केंद्रित स�
नीति निर्माण और निर्णयन प्रक्रिया के प्रत्येक स्तर पर मह
महिला, शांति और सुरक्षा (WPS) के एजेंडे को लागू करने के उलट एक
यूक्रेन संकट के बीच महिलाओं के ख़िलाफ़ शारीरिक और यौन हि�
रोकथाम, जल्दी पता लगाना और इलाज ग़ैर-संक्रामक बीमारियों �
महिलाओं के ख़िलाफ़ ऑनलाइन हिंसा ख़त्म करने की आवश्यकता ब
मिशन लाइफ में अनौपचारिक ई-कचरा प्रबंधन क्षेत्र में काम क�
भारत के सर्वोच्च न्यायालय ने फैसला सुनाया कि सभी महिलाएं
भारत के सर्वोच्च न्यायालय ने फैसला सुनाया कि सभी महिलाएं
आज भी, दुनिया भर में महिलाओं का राजनीतिक प्रतिनिधित्व कम �
तालिबान शासन के एक वर्ष की अवधि में अफ़ग़ान महिलाएं एवं ल�
तालिबान शासन के एक वर्ष की अवधि में अफ़ग़ान महिलाएं एवं ल�
जलवायु परिवर्तन के महत्वपूर्ण संकट का समाधान करने में इस
जलवायु परिवर्तन के महत्वपूर्ण संकट का समाधान करने में इस
अफ़ग़ानिस्तान में महिलाओं के अधिकारों के उल्लंघन के साफ
अफ़ग़ानिस्तान में महिलाओं के अधिकारों के उल्लंघन के साफ
भले ही भारत ने अपने वित्तीय बाज़ारों में लैंगिक असमानता �
किसी व्यक्ति की पसंद और अधिकार पर विश्व जनसंख्या दिवस के �
महामारी की शुरुआत के साथ भारत में शहरी अनौपचारिक श्रम बल,
महामारी की शुरुआत के साथ भारत में शहरी अनौपचारिक श्रम बल,
आज के दौर में जब अभूतपूर्व तकनीकी और डिजिटल उन्नति की शुर�
महिला, शांति और सुरक्षा (WPS) के एजेंडे को लागू करने के उलट एक
यूक्रेन संकट के बीच महिलाओं के ख़िलाफ़ शारीरिक और यौन हि�
क्या हम किसी भी रूप में लैंगिक समानता हासिल कर सकते हैं जब
कोविड-19 महामारी के चलते लागू लॉकडाउन ने पूर्णकालिक श्रमब�
काबुल पर तालिबान के कब्ज़े के बाद से अफ़ग़ानिस्तान में म�
दरअसल इनके ज़रिए मौजूदा और भावी डिजिटल माध्यमों के साथ न �
इसमें कोई शक़ नहीं है कि भारत में बड़ी तेज़ी से डिजिटाइज़�
लैंगिक आधार पर होने वाले भेदभाव से निपटने के लिए परिवर्त�