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सत्ता से हटाए जाने के बावजूद इमरान ख़ान की तहरीक़-ए-इंसाफ�
पाकिस्तान में 2024 के आम चुनाव वहां के सियासी मैदान में फौज �
पाकिस्तान में इमरान ख़ान के ख़िलाफ़ तमाम कार्रवाइयों के
पाकिस्तान के नए वज़ीर-ए-आज़म शहबाज़ शरीफ़ के लिए सबसे बड़�
ऐसे में सवाल यह है कि क्या इमरान खान को सत्ता से हटाने क�
इमरान ख़ान की विदाई के बाद भी पाकिस्तान की समस्याएं बदस्�
अब जबकि अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान की तारीख़ आ गई है, तो ऐ�
इमरान ख़ान की सत्ता को अविश्वास प्रस्ताव के ज़रिये चुनौत
जिस तरह पिछले दिनों इमरान ख़ान के मॉस्को दौरे में देखा गय�
इमरान ख़ान के Islamabad long march के नतीजों को लेकर कोई भी आश्वस्त नह�
पाकिस्तान की सेना इमरान ख़ान या फिर उनके समर्थकों को बख़�
इमरान ख़ान ने जिस तरीके से और जिस अंदाज में आसिम मुनीर के �
आज जब पाकिस्तान अपने अस्तित्व के लिए चुनौती बने कई संकटो�
पाकिस्तान में ऐसा लग रहा है कि पीटीआई को पूरी तरह से कुचल�
पाकिस्तानी फ़ौज में फूट डालकर ऐसा लगता है कि इमरान ख़ान न�
नई सच्चाइयों और भू-सामरिक बदलावों के कारण पाकिस्तान अब भ�
नई सच्चाइयों और भू-सामरिक बदलावों के कारण पाकिस्तान अब भ�
पाकिस्तान के पूर्व सैन्य प्रमुख जनरल बाजवा द्वारा छोड़ी
क्या नए सेनाध्यक्ष (army chief) की नियुक्ति से पाकिस्तानी फौज और
इमरान ख़ान के Islamabad long march के नतीजों को लेकर कोई भी आश्वस्त नह�
पाकिस्तान के चुनाव आयोग द्वारा बेहद लोकप्रिय पूर्व प्रध�
पाकिस्तान के चुनाव आयोग द्वारा बेहद लोकप्रिय पूर्व प्रध�
सत्ता से हटने के बाद इमरान खान लगातार सुर्खियों में हैं.
पाकिस्तान के नए वज़ीर-ए-आज़म शहबाज़ शरीफ़ के लिए सबसे बड़�
ऐसे में सवाल यह है कि क्या इमरान खान को सत्ता से हटाने क�
इमरान ख़ान की विदाई के बाद भी पाकिस्तान की समस्याएं बदस्�
इमरान ख़ान के ख़िलाफ़ अविश्वास प्रस्ताव ख़ारिज होने से प
अब जबकि अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान की तारीख़ आ गई है, तो ऐ�
इमरान ख़ान की सत्ता को अविश्वास प्रस्ताव के ज़रिये चुनौत
जिस तरह पिछले दिनों इमरान ख़ान के मॉस्को दौरे में देखा गय�
इमरान ख़ान के प्रधानमंत्री के तौर पर ‘चयनित’ किए जाने के �
गिलगित-बाल्टिस्तान में भी पाकिस्तान फ़ौज ने हुकूमत का वह
पाकिस्तान की नेशनल असेंबली में भाषण देते हुए, उसके पूर्व �
अब पाकिस्तान के सभी विपक्षी दल मिलकर पूरे देश में इमरान ख�
अगर विपक्ष अपना मक़सद हासिल करने में नाकाम रहता है, तो पाक
ये मौक़ा अच्छा है. लापरवाह हुकूमत और आर्थिक कुप्रबंधन की �
पाकिस्तान स्टॉक एक्सचेंज पर हमला उस वक़्त हुआ है जब इमरा�
चीनी घोटाले की रिपोर्ट में जिन लोगों का नाम है, उनमें से ए�
सत्ता से हटने के बाद इमरान खान लगातार सुर्खियों में हैं. विपक्ष में रहते हुए बिना मुद्दा के वह अपनी राजनीति कैसे चमकाएं उनका पूरा फोकस इस पर है. यहीं कारण है कि वह समय-समय पर
इस इश्यू ब्रीफ में पाकिस्तान में सेना के बढ़ते राजनीतिक दख़ल का आकलन किया गया है. साथ ही इसमें ऐसे सभी ऐतिहासिक, सामाजिक और भू-राजनीतिक कारणों को बारे में गहन चर्चा की गई है, �