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सुरक्षा क़ानून ने हॉन्गकॉन्ग के क़ानूनी परिदृश्य को पूर�
ताइवान के ख़िलाफ़ चीन के किसी भी संभावित आक्रमण को मात दे�
अफ्रीका के साथ भागीदारी के पहलुओं को फिर से तैयार करने के
भारत के मुक़ाबले चीन को तरज़ीह देने का घरेलू फ़ैसला करने �
यह भी सच है कि ब्रिटेन, कनाडा के अलावा भारत, जापान और यूरोप�
चीन की कंपनियों को पहले से ही यूरोपीय बाज़ारों में बड़े प�
दोनों ही देशों की अग्निपरीक्षा अब शुरू होगी. आने वाले मही�
दोनों ही देशों की अग्निपरीक्षा अब शुरू होगी. आने वाले मही�
अमेरिका सहित दुनिया भर के कई देशों ने दोनों पक्षों के बीच
1980 के दशक में मार्शल आईलैंड्स की जनता ने अमेरिका के ख़िलाफ
सत्ताधारी मालदीव डेमोक्रेटिक पार्टी और अन्य दल चाहते है�
यह प्रोजेक्ट 2049 में पूरी तरह सामने आएगा जब पीपल्स रिपब्लि�
अब जबकि G7 देश नियमों पर आधारित विश्व व्यवस्था के लिए ज़ोर �
G-7 हिंद-प्रशांत क्षेत्र में अब क्वाड जैसी चौकड़ी से लेकर पश�
अमेरिका पाकिस्तान के साथ खेल करने में नाकाम रहा लेकिन पा�
निश्चित रूप से भारत की विदेश नीति को लेकर एक ऐसी गंभीर परि
एशिया के लिए जर्मनी की रणनीतिक निवेश नीति का बेहतर असरदा�
न तो नेतन्याहू की सरकार और न ही हमास इस बात के लिए तैयार है�
स्थायी विकास की साझा प्रतिबद्धता पर आधारित कनेक्टिविटी �
चीन के लोगों को इतना धैर्यवान किसने बनाया? सत्ता द्वारा प�
महाशक्ति की रेस में चीन और अमेरिका दोनों हैं. ऐसे में एशिय
2021 का रायसीना डायलॉग उस ‘वायरल दुनिया’ के बारे में है, जिस�
अमेरिका के ये सारे हित, एशिया पहले की ओर इशारा करते हैं. वह�
सच कहें तो, गुट-निरपेक्ष आंदोलन की ऊंचे आदर्शों वाली इस रा
राजतंत्र को इस बात का डर सताने लगा है कि कहीं मुस्लिम ब्रद
आज यूरोप के उदारवादी लोकतांत्रिक देशों के सामने सबसे बड़
तेज़ी से बदलती सामरिक स्थितियों के बीच मझोले या औसत स्तर �
महाशक्ति की रेस में चीन और अमेरिका दोनों हैं. ऐसे में एशिय
20वीं सदी के आखिर में जिन सवालों की कल्पना तक नहीं की जा सकत
जापान, ऑस्ट्रेलिया का दूसरा सबसे बड़ा व्यापारिक साझीदार
दुनियाभर में पैदा हो रहे शीत युद्ध का यह दौर, चीन और दुनिय�
आतंकवाद और चीन के वर्चस्व के विरोध से लेकर व्यापार को बढ़�
ब्राज़ील, भारत, दक्षिण अफ्रीका, तुर्की और ब्रिटेन के विशे�
जनरल नवरणे का दौरा इसलिए भी बेहद अहम माना जा रहा है क्योंक
आज हमारे सामने सबसे बड़े सवाल ये हैं कि डिजिटल युग में क्य
अब जबकि अमेरिका में नए राष्ट्रपति पद भार संभालने जा रहे ह�
भारत के प्रयासों से स्पष्ट है कि वो SCO के सदस्य के रूप में �
आज जब वैश्विक व्यवस्था उठा-पटक के दौर से गुज़र रही है, तो ब�
हम एक नई विश्व व्यवस्था का उदय होते देखेंगे, जो राष्ट्रीय
हम राष्ट्रीय हित, साझेदारों की विश्वसनीयता और निश्चित रू
चीन से पारदर्शिता की मांग को लेकर यूरोपीय संघ के देशों मे�
प्रधानमंत्री मोदी ने ज़ोर देकर ये कहा कि हिंद-प्रशांत क्�
दुनिया के भविष्य के लिए यूरोप किस हद तक अहम है ? यूरोपवासी �
लगभग आधे अमेरिकी नागरिकों ने चुनाव में ट्रंप के हक में मत�
किर्गिस्तान में सरकार के सिस्टम में बदलाव 2005 की ‘ट्यूलिप �
यूरोपीय घटनाक्रम को एक बड़े फलक पर देखें, तो ट्रंप द्वारा
राष्ट्रपति पद के चुनाव के लिए, अप्रवासन पर बाइडेन की नीति