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भारत में दुर्लभ बीमारियां: अब भी कोसों दूर है सही ‘इलाज’
भारत में स्वास्थ्य सेवाओं पर अधिक ज़ोर देने का ये बिल्कुल सही वक़्त है
भारत में हर घर जल योजना: सेहत सुधारने के सामाजिक पहलुओं पर काम
लैंगिक समानता पर 21वीं सदी के भारत की क्या सोच है?
अंतरिम बजट 2024: महामारी के समय में भारत सरकार द्वारा ‘स्वास्थ्य’ पर होने वाले खर्चे का आकलन!
भारत में चिकित्सा शिक्षा: सरकारी बुनियादी ढांचे के निर्माण के ज़रिए हर किसी तक पहुंचना
स्वास्थ्य सेवा: लचीले भविष्य के लिए डिजिटल इनोवेशन, मानसिक स्वास्थ्य और समानता की ज़रूरत!
हेल्थकेयर अब भी अमीरों के लिए ही है: एक नज़र दुनिया भर के रुझानों पर!
विश्व एड्स दिवस 2023 और भारत; समुदायों का सशक्तिकरण: एक विश्वेषण!
नियमन से स्वास्थ्य देखभाल का कायाकल्प: भारत के फार्मेसी विधेयक के संभावित प्रभाव
क्या मानसिक स्वास्थ्य भविष्य की G20 अध्यक्षताओं के लिए प्राथमिकता स्तंभ बन सकता है?
क्या NPOS का संशोधित ड्राफ्ट भारत में आंकड़ों को नए नज़रिए से देखने की शुरुआत है?
अंतर्राष्ट्रीय सहयोग के ज़रिए हेपेटाइटिस के ख़तरे का समाधान
माताओं, नवजात शिशुओं, और किशोरों का स्वास्थ्य और कल्याण सुनिश्चित करने का लक्ष्य: G20 का अहम एजेंडा
भारत की दवा निर्माण शक्ति: अफ्रीका की मलेरिया के ख़िलाफ़ लड़ाई में निर्णायक ताक़त
2022-23 के बजट में बड़े पूंजी निवेश से होने वाला फ़ायदा स्वास्थ्य क्षेत्र को कमोबेश नज़रअंदाज़ करता है
स्वास्थ्य पर पुनर्विचार: भारत और विश्व
कोविड-19 महामारी से निपटने के दौरान भारतीय और चीनी तौर-तरीकों में कितना फर्क़ दिखा!
Climate Change: ‘वातावरण और इंसान की सेहत के लिये वादों को हक़ीक़त में बदलने की ज़रूरत’
अगले वैश्विक संकट से पहले की तैयारी: G20 समूह और महामारी संधि
पद की प्रतिष्ठा से अतीत का आधुनिकीकरण: वर्तमान के लिए प्रधानमंत्री का बड़ा दांव
राजस्थान सरकार का ‘Right to Health’ कानून: निजी क्षेत्र की आशंकाएं और राष्ट्रव्यापी प्रभाव का डर!
भारत की जी20 अध्यक्षता: विज्ञान, नीति और राजनीति के बीच की खाई समाप्त करने की दिशा में एक क़दम!
Azadi Ka Amrit Mahotsav: भारत की विकास गाथा, विकासात्मक विरोधाभास और आर्थिक विकास की बदलती दृष्टि!
बद से बदतर होती स्थिति: भारत में यूज्ड कूकिंग ऑयल (यूसीओ) का बढ़ता ख़तरा
अमृत महोत्सव: वो 10 नीतियाँ, जिनकी वजह से निर्माण हो रहा है एक चिरस्थायी भारतवर्ष का!
विश्व जनसंख्या दिवस 2022: किशोर बालिकाओं के कम उम्र में मां बनने की दर में दर्ज गिरावट से ख़ुशी का माहौल!
2022-23 के बजट में बड़े पूंजी निवेश से होने वाला फ़ायदा स्वास्थ्य क्षेत्र को कमोबेश नज़रअंदाज़ करता है
स्वास्थ्य पर पुनर्विचार: भारत और विश्व
कोविड-19 महामारी से निपटने के दौरान भारतीय और चीनी तौर-तरीकों में कितना फर्क़ दिखा!
पेटेंट पर दावा छोड़ना महामारी के दौरान न्यू नॉर्मल: उभरती हुई वैश्विक सहमति में भारत की प्रमुख भूमिका
भारत में कोविड-19 का सही मानवीय मूल्य एक ‘अदृश्य त्रासदी’
अगर हमें कोविड-19 से जीतना है, तो टीका लेने पर ज़ोर देना होगा.
भारत के सामने टीकाकरण से ‘हर्ड इम्यूनिटी’ हासिल करने की पहाड़-सी चुनौती
टीकाकरण का वक़्त: कोविड-19 के मामलों में बढ़ोत्तरी और भारत के मशहूर ‘रिकवरी रेट’ की बदतर होती स्थिति
विश्व के सबसे बड़े टीकाकरण अभियान के अगले तीन महीने: कैसे हो उम्मीदों का प्रबंधन?
क्या सिर्फ़ पीने के साफ़ पानी पर निवेश कर, कोविड19 जैसी महामारी से मुक्ति और बेहतर स्वास्थ्य की नींव रखी जा सकती है?
डेटा, निजता और महामारी: भारत में मेडिकल रिकॉर्ड्स का सबसे बड़ा डेटा उल्लंघन
दौड़ते-दौड़ते थम गयाः 2021 में कैसा होगा भारत का हेल्थकेयर
भारत की कोविड-19 वैक्सीन: राष्ट्रवाद, प्रतीकवाद और यथार्थवाद
क्या केरल अपने पहले कोविड-19 पीक से उबर चुका है? अगर हाँ, तो मौत के आंकड़े कितने भरोसेमंद?
जीवन और आजीविका की रक्षा करते हुए कोविड19 की अस्वीकार्यता से बचने की ज़रूरत है: ग्रेट बैरिंगटन डिक्लेरेशन बनाम जॉन स्नो मेमोरेंडम
वैश्विक महामारी COVID19 का 'पिचवर्क' भारत में सिर्फ एक पीक-पीरियड में ही ख़त्म हो जाएगा?
सरकारी आंकड़ों का सिलेक्टिव इस्तेमाल कहीं नए नैरेटिव गढ़ने की कोशिश तो नहीं?
कोविड-19 से जंग: वैश्विक स्तर पर दक्षिण एशिया का रिकॉर्ड बेहतर, लेकिन लड़ाई लंबी
कोविड-19 को ज़वाब देने में कितनी तैयार रही दिल्ली?
युद्ध का कोहरा: HCQ पर राजनीति और इसके अर्थशास्त्र ने वैज्ञानिक परिचर्चा को पीछे धकेल दिया है
भारत के लिए मुनासिब नहीं कमज़ोर एनएचएम संचालन समूह