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भारत ग्लोबल साउथ की एक सशक्त आवाज़ बनकर उभरा है और सतत विक
भारत के साथ सेशेल्स की साझेदारी भविष्य में ब्लू इकॉनमी क�
दक्षिण कोरिया की बड़ी तेज़ी से गिर रही प्रजनन दर की वजह से
जुड़वां शहरों जैसी पहलों और लचीले नेटवर्क के ज़रिए शहरी �
सतत विकास के लक्ष्यों (SDGs) को गति देने की AI में जबरदस्त क्षम�
डेटा के मामले में लोगों के बीच गहरी होती खाई 2030 के एजेंडे क�
भारत और यूरोपियन फ्री ट्रेड एसोसिएशन (EFTA) ने व्यापार और आर�
मूलभूत ढांचे की कमी और स्वास्थ्य सेवा के उपलब्ध लाभों की �
औद्योगिकीकरण और तेज़ी से हो रहे शहरीकरण की वजह से जल निका�
आज जब भारत टिकाऊ विकास की जटिलताओं से जूझ रहा है, ऐसे में अ�
भारत जैसे विकासशील देश के लिए 21वीं सदी में विकास को स्थाय�
ग़रीबी के पीढ़ी दर पीढ़ी चलने वाले दुष्चक्र को ख़त्म करन�
पड़ोसी देशों के साथ सहयोग करके भारत, सकारात्मक बदलाव का प�
भारत अनेक संस्कृतियों वाला स्थान है, जो प्राचीन सभ्यता, स�
साइकिलों के इस्तेमाल को बढ़ावा देने और शहरों में आसानी स�
पारदर्शिता और टिकाऊ विकास, उपभोक्ताओं की पसंद में निर्णा
भारत की G20 अध्यक्षता, विकास को लेकर ग्लोबल साउथ का नज़रिया
राष्ट्रपति मैक्रों की हालिया श्रीलंका यात्रा का उद्देश�
SDG 4 के लक्ष्यों पर आगे बढ़ने के लिए शिक्षा के क्षेत्र में व�
पैसिफिक रीजन पर बढ़ते फोकस को देखते हुए दूसरे देशों के सा�
एक लचीले और टिकाऊ भविष्य के लिए हमें विकास के एक ऐसे व्याप
एक लचीले और टिकाऊ भविष्य के लिए हमें विकास के एक ऐसे व्याप
विकसित दुनिया को ज़्यादा ज़िम्मेदारी लेने की ज़रूरत है औ
पूर्वोत्तर क्षेत्र को नुक़सान पहुंचाने वाले लंबे संघर्�
ग्लोकलाइज़ेशन का आशय वैश्विक कारकों के स्थानीय स्तर पर इ
हमें निश्चित रूप से ये मानना चाहिए कि शिक्षकों और छात्रो�
हम ऐसा रास्ता चुनें, जिससे इंस्टिट्यूशंस और ग्लोबल सिस्ट
भारत में इम्पैक्ट इन्वेस्टमेंट सेक्टर जो चुनौतियां झेल �
जिन मुद्दों पर बात हुई, वे काफी हद तक वही थे जिन्हें भारत ने अपनी लीडरशिप में आगे बढ़ाया था. चाहे ग्लोबल गवर्नेंस रिफॉर्म्स की बात हो, जलवायु परिवर्तन की बात हो या टिकाऊ विका�
मौजूदा जलवायु संकट का समाधान करने के लिए सत्ता के गलियारों में महिलाओं की भागीदारी वक़्त की ज़रूरत है.
सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) प्रति व्यक्ति आय वृद्धि को मापने के लिए व्यापक रूप से इस्तेमाल किया जाने वाला संकेतक है लेकिन यह सामाजिक और पर्यावरणीय प्रगति को लेकर बहुत कम संके