-
CENTRES
Progammes & Centres
Location
7127 results found
अभिव्यक्ति की आज़ादी के अधिकार की रक्षा करना हर उस व्यक्�
फ़िलीस्तीन को लेकर भारत के रुख़ की कोई अहमियत नहीं है. ख़ा
इस हालत में फाइटर एयरक्राफ्ट पर 15-20 अरब डॉलर का भारी-भरकम ख़�
लगातार हो रही हिंसा और उसकी वजह से पैदा होने वाले तनाव के �
चीन को लेकर भारत को अपने तौर तरीक़े में आमूल-चूल परिवर्तन
अंतर्राष्ट्रीय संधियों का अंत होने के बाद हथियारों का बड
चीन और कोरोना वायरस ने जिस पुरजोर तरीक़े से जो दिखाया है उ
चूंकि पुराने तौर-तरीकों का आधार अब नहीं रहा, इसलिए दोनों प
ऐसा लगता है कि चीन ने अपनी सेना का काफ़ी हद तक आधुनिकीकरण �
दोनों ही देशों के विशेष प्रतिनिधियों के बीच अब तक, बीस दौर
वैश्विक आपूर्ति श्रृंखलाओं में चीन की केंद्रीय स्थिति क�
यह साफ हो चुका है कि कहीं ना कहीं गंभीर चूक हुई- लेकिन भारत�
हमें अपनी सिद्धांतवादी विदेश नीति और रणनीतिक स्वायत्ता �
अच्छी ख़बर ये है कि लद्दाख का मौजूदा संकट पहले के गतिरोधो�
वास्तव में अगर हम चाहते हैं कि यह जो ओपन डेमोक्रेटिक वर्ल�
अंतर्राष्ट्रीय क़ानून की अमेरिकी समझ और चीन की तरफ़ से उ�
Although London’s actions on Hong Kong and Huawei suggest a renewed US-UK alignment against China, it also exacerbates Washington’s asymmetric pul
अगर भारत अपनी सीमाओं पर मंडरा रहे ख़तरे और क्षेत्रीय व वै�
The first part of this article examined the security and political in J&K, one year after August 5th. This, second part, looks the development sce
अमेरिका के लिए ये ज़रूरी है कि वो भारत के साथ रिश्ते मज़बू
बड़ी ताक़त बनने की इच्छा रखने वाला भारत इकलौता ऐसा राष्ट�
क्या केवल चीन के विरोध के नाम पर दस अलग अलग लोकतांत्रिक दे
यूरोप की शक्तियों को इस मौक़े का फ़ायदा उठाकर लीबिया की क�
सरकार संयुक्त उपक्रम में 74% से ज़्यादा विदेशी निवेश को ज़�
चूंकि इस पूरे क्षेत्र में भारत के सुरक्षात्मक हित जुड़े ह�
ऑक्सफ़ोर्ड पॉलिटिकल रिव्यू ने ORF के अध्यक्ष समीर सरन का इ�
अब समय आ गया है कि सामाजिक सुरक्षा की इस महत्वपूर्ण योजना
भारत की सुस्त अर्थव्यवस्था देश की रक्षा तैयारी पर असर डा�
पीएम मोदी की ‘हिंद-प्रशांत क्षेत्र पहल’ भी समुद्री क्षेत
चूंकि भारत में अभी भी निजी डेटा संरक्षण का क़ानून नहीं बन�
कोरोना वायरस महामारी कैसे दुनिया भर के देशों को अभूतपूर्
वर्तमान में रक्षा पर ज़्यादा ख़र्च को प्रोत्साहन पैकेज की
आज ऐसा दौर है, जब विश्व में डेटा का प्रवाह, सामानों के व्या�
भारत को ऐसी शक्ति के डिजिटल और आर्थिक उत्थान में योगदान न�
सीमाओं की अपनी ख़ुद की भाषा, आयाम और अलग नियम होते है. इसलिए
वैश्विक परमाणु व्यवस्था में हम एक बार फिर प्रमुख परमाणु �
चीन से निपटने में हमें अभी 15-20 साल लगेंगे और उसकी तैयारी हम�
हमें एक ऐसे भविष्य के लिए तैयार रहना चाहिए जहां अराजकता औ�
आज वैश्विक संस्थाओं में लोकतांत्रिक सुधार अति आवश्यक हो
बहुत सी वैश्विक तकनीकी कंपनियां अपने-अपने देशों की सरकार
ख़ुफ़िया जानकारियां जुटाने की नज़र से अमेरिका के लिए ओपन
लद्दाख की सीमा पर भारत और चीन के सैनिकों के बीच हिंसक झड़प
जहां तक शिक्षा, स्वास्थ्य, कौशल विकास, खाद्य सुरक्षा और पे
अमेरिका और उसके सहयोगी देशों को और ज़्यादा नेतृत्व दिखान