-
CENTRES
Progammes & Centres
Location
464 results found
मौजूदा दौर में व्यापार व्यवस्था संकट में है. क्योंकि ये ल�
किसी भी मुक्त व्यापार समझौते में शामिल होने के इन नफ़ा नु�
नरेंद्र मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल में आख़िरकार आर्थि�
जब भारत गणराज्य बना, तो उपनिवेशवाद के ख़िलाफ़ अपने संघर्�
भारत को विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों का भरोसा बढ़ाना होग�
केंद्र की सरकार का स्थिर होना बहुत महत्वपूर्ण है. इससे सर�
नई सरकार को राजकोषीय व मौद्रिक, दोनों मोर्चों पर ऐसा प्रो�
ब्रिटिश सरकार ने आखिर स्वंय के द्वारा अतीत में की गईं ज़्य�
भारत ने लगातार दूसरे बार बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव फोरम के �
शुरु से चीन के बीआरआई और उससे संभव व्यापक संपर्कों के प्र�
अगर न्याय को गरीबों का संकट खत्म करना है तो इसका कवरेज प्र
अपेक्षित पैकेज पेश करने के लिए अब भी पर्याप्त समय है।
आर्थिक मोर्चे पर चीन के अच्छे प्रदर्शन को लेकर कोई भी सं�
अमीर और ग़रीब के बीच की बड़ी खाई को कम करना सरकार के लिए एक
अत्याधुनिक प्रौद्योगिकी का अगुवा होने के कारण अमेरिका न�
नए प्रबंधन ने बड़ी तेजी से कदम उठाते हुए निवेशकों को यह आश
इतिहास गवाह है कि संरक्षणवाद (घरेलू इंडस्ट्रीज़ को नुकस
प्रतिबन्ध किसी भी तरह की भूराजनीतिक चुनौती के लिए पश्चिम
आख़िरकार एक वैश्विक व्यापर युद्ध को लेकर बन रहा अनिश्चितत
हर एक जगह की अपनी खासियत है, सब अपनी जगह बना सकते हैं। सभी द
चीन की विकास संबंधी कूटनीति न सिर्फ वित्त के वैकल्पिक स्�
भारत रत्न एवं आभूषण, मोटर वाहनों के कलपुर्जों और सेवाओं क�
ज्यादातर प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) सेवा क्षेत्र मे
ड्रैगन का अभ्युदय आधिकारिक तौर पर हो गया है। लेकिन जैसे
विकास की भारत की दीर्घकालिक रणनीति के लिए आर्थिक मॉडल चा�
अफगानिस्तान में भारतीय मीडिया की सराहना के पीछे उसकी सॉफ
इस साल के उत्तरार्द्ध में शाह सलमान के भारत दौरे को देखत�
इस साल के अंत में शाह सलमान के भारत दौरे को देखते हुए सऊदी �
व्यापार और निवेश नीति को काफी हद तक व्यावसायिकता या व्या�
यह भारत के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है कि वह अब और भी अधिक ब�
निवेश को बढ़ावा देने के लिए ब्याज दरों को नीचे लाने के बजा
भारत और पूर्वी तथा दक्षिण अफ्रीका के बीच व्यापार, निवेश ए�
यूरोप और एशिया के मध्य वर्ष 2001 और 2022 के बीच कंटेनर ट्रैफिक में वार्षिक दर से औसत 4.4 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई, जबकि ट्रांस अटलांटिक समुद्री मार्ग पर 2 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई. �
जलवायु और आपदा-लचीले दोनों तरह के बुनियादी ढांचे का निर्माण प्राकृतिक आपदाओं, विशेष रूप से विकासशील देशों और वंचित समुदायों को तेजी से इन आपदाओं की स्थिति में तैयार रहने औ�
कई राजनीतिक चक्रों (Political cycles- आर्थिक गतिविधियों में जब राजनीतिक कारणों से उतार-चढाव आते हैं तो उसे राजनीतिक चक्र कहते हैं) के दौरान जी20 सरकारें जब भी हरित परिवर्तन लागू करने क�
वैश्विक स्तर पर महिलाएं अनपेड केयर वर्क, अर्थात अवैतनिक देखभाल कार्य (UCW) पर पुरुषों की तुलना में 3 गुना अधिक समय व्यतीत करती हैं. हालांकि, देखा जाए तो G20 सदस्य देशों में इस समय �
हमें हर हाल में उन कार्यक्रमों में निवेश जारी रखना चाहिए जिनका उद्देश्य पोषण बढ़ाने के लिए सामाजिक सुरक्षा, आरंभिक बाल विकास, शिक्षा और जल एवं स्वच्छता हो
G20 देशों के पास जो ख़रीद शक्ति है वह उभरते हुए बाज़ारों को लो-कार्बन प्रोडक्ट्स अपनाने और उसमें इज़ाफ़ा करने में सहायक साबित हो सकती है. इसी शक्ति के दम पर निवेशकों के बीच नियामक
G20 देशों में स्थित छोटे द्वीपों को अलगाव, सीमित संसाधनों के साथ ही साफ तौर पर जलवायु परिवर्तन एवं प्राकृतिक आपदाओं से संबंधित विभिन्न प्रकार की विशिष्ट चुनौतियों का सामना �
सारांश इस पॉलिसी ब्रीफ में ‘महामारी संधि’ पर जारी वार्ताओं की चर्चा की गई है. संधि का लक्ष्य वैश्विक सहयोग के स्तर में बढ़ोतरी लाकर महामारी से लड़ने की तैयारियों और प्रतिक
बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव में शामिल डिजिटल सिल्क रोड (DSR) को उभरती हुई अर्थव्यवस्था और उभर रहे बाज़ारों के साथ डिजिटल सहयोग और सूचनाओं का आदान-प्रदान करने की चीन की ओर से की जा र�
दुनिया भर में मौसम की घटनाओं और जलवायु परिवर्तन से होने वाली आपदाएं बार-बार और ख़तरनाक रूप से हो रही हैं. इसका विशेष रूप से उप-राष्ट्रीय (सब-नेशनल) संस्थाओं जैसे शहरों और स्थ�
अगर चिकित्सा तकनीक़ को अधिक प्रभावी ढंग से संचालित किया गया तो वैश्विक स्वास्थ्य में काफी सुधार होने की संभावना है. दो राय नहीं कि बेहतर वैश्विक स्वास्थ्य के लिए कई स्तर पर
भारत दुनिया में धान यानी चावल का सबसे बड़ा निर्यातक है. अत: वह वैश्विक धान बाज़ार का अहम खिलाड़ी है. वैश्विक स्तर पर चल रहे भू-राजनीतिक तनाव और कमोडिटी कीमतों में बाज़ार में चल �
जलवायु परिवर्तन पर अंतर-सरकारी पैनल (IPCC) की ताज़ा रिपोर्ट में ग्लोबल वॉर्मिंग के चलते जलवायु से जुड़े जोख़िमों की चेतावनी दी गई है. रिपोर्ट के मुताबिक ये ख़तरे ग़ैर-जलवायु ज�