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भारतीय शहरों में जलवायु संबंधी संकट बढ़ते जा रहे हैं. बार-
वैसे तो दिल्ली-NCR क्षेत्र में प्रदूषण के ख़िलाफ़ लड़ाई मे�
गैर-मोटर चालित परिवहन से निजी गाड़ियां तो कम होंगी ही, इसक
इलेक्ट्रिक बसों की ओर जाने में दिल्ली सरकार को कई चुनौति�
इलेक्ट्रिक बसों की ओर जाने में दिल्ली सरकार को कई चुनौति�
हाल के रिसर्च ने वायु प्रदूषण और डायबिटीज़ के बीच संभावि�
जलवायु परिवर्तन मानव जाति के समक्ष एक सबसे बड़ा स्वास्थ्
डेटा की मदद से भविष्य-सूचक नीति निर्माण को शामिल करने वाल�
दिल्ली के चौथे मास्टर प्लान का उद्देश्य शहर में बढ़ते वा�
दिल्ली के चौथे मास्टर प्लान का उद्देश्य शहर में बढ़ते वा�
वैसे तो दिल्ली की तीन प्रमुख पार्टियों ने दिल्ली की समस्�
जलवायु परिवर्तन अब एक बहुत बड़ी चुनौती बन चुकी है और ये लो
भारत में हवा की गुणवत्ता सुधारने के लिए सभी भागीदारों को �
भारत में हवा की गुणवत्ता सुधारने के लिए सभी भागीदारों को �
विभिन्न राज्यों में पार्टिकुलेट मैटर के लिए पायलट ईटीएस
विभिन्न राज्यों में पार्टिकुलेट मैटर के लिए पायलट ईटीएस
दिल्ली में वायु गुणवत्ता पर अलग-अलग अध्ययनों से पता चला ह�
दिल्ली में वायु गुणवत्ता पर अलग-अलग अध्ययनों से पता चला ह�
बजट शहरी नियोजन पर ज़ोर तो देता है, लेकिन क्या भारतीय संघव
भारत की वैश्विक महत्वाकांक्षाएं कोविड-19 महामारी और उसके �
दिल्ली के चौथे मास्टर प्लान का उद्देश्य शहर में बढ़ते वा�
सर्दियों में होने वाले वायु प्रदूषण के अनेक स्रोत हैं. अब
उत्तर भारत के वायु प्रदूषण संकट पर ज़्यादा ध्यान दिया जा�
क्या सर्दियों में वायु प्रदूषण की दीर्घकालिक चुनौती को न
विकसित दुनिया को ज़्यादा ज़िम्मेदारी लेने की ज़रूरत है औ
दिल्ली की दीर्घावधि वायु प्रदूषण की समस्या और इससे निपटन
तमाम रिसर्च ये इशारा कर रहे हैं कि बंद ठिकानों का वायु प्र
हरेक प्रयास, वायु प्रदूषण की सटीक और सामयिक जानकारी के सा�
किसी भी शहर में बीमारियों पर स्थायी तौर पर क़ाबू पाने के ल
‘द ग्रेट स्मॉग ऑफ़ इंडिया’ नाम की किताब के लेखकों ने दावा
पर्यावरण आज एक अच्छी राजनीति हो गया है। भारत के लिए यह समय
करेक्टिव टैक्स से राजस्व का निर्धारण SDG-लक्षित व्यय के लिए राजकोषीय स्थान उपलब्ध कर सकता है. उदाहरण के लिए, जापान ने वायु प्रदूषण पीड़ितों को मुआवज़ा देने के लिए सल्फर चार्ज
जैसे-जैसे विकासशील और अल्प-विकसित देशों (ग्लोबल साउथ) में GDP और जनसंख्या में बढ़ोतरी हो रही है, ग्रीनहाउस गैसों (GHG) का उत्सर्जन भी बढ़ता जा रहा है. सार्वजनिक स्तर पर ठोस कचरों स