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चीन की आतंकवाद निरोधक रणनीति का दायरा शिंजियांग में घरेल
आतंकवाद विरोधी प्रयासों के बदले क्षेत्रीय और अंतर्राष्�
तालिबान ने 2021 में अफगानिस्तान की सत्ता पर कब्ज़ा किया था. �
CPEC में अफगानिस्तान को शामिल करने की संभावना भारत के लिए सं
पाकिस्तान द्वारा विदेश नीति उपकरण के तौर पर आतंकवाद का स�
आज जब पाकिस्तान अपने अस्तित्व के लिए चुनौती बने कई संकटो�
भारत बहुध्रुवीय विश्व व्यवस्था में उभरते ध्रुव की तरह ख़
लंबे समय तक अमेरिका और पाकिस्तान (US and Pakistan) के लिए एक-दूसरे क�
रूसी और चीनी आक्रामकता के बीच, अमेरिका ने विश्व व्यवस्था �
विदेशी मुद्रा भंडार तक अफ़ग़ानिस्तान के केंद्रीय बैंक (ड
तालिबान शासन के एक वर्ष की अवधि में अफ़ग़ान महिलाएं एवं ल�
अमेरिकी फ़ौज और CIA बार-बार आतंकी आकाओं को निशाना बना रहे है
अमेरिकी फ़ौज और CIA बार-बार आतंकी आकाओं को निशाना बना रहे है
यूक्रेन में खिंचते जा रहे भयंकर युद्ध के दौरान रूस, चीन और
अयमान अल-ज़वाहिरी की मौत के बाद अल क़ायदा के सामने सबसे बड
अग्निपथ योजना कागज पर संभव प्रतीत हो सकती है लेकिन व्यवह�
तालिबान के ख़िलाफ़ विरोध के नये ठिकानों का उदय हो रहा है. �
क़रीब एक साल पहले 15 अगस्त 2021 को अफ़ग़ानिस्तान में तालिबान �
अब जबकि तालिबान आंतरिक और बाहरी दोनों चुनौतियों से जूझ र�
भारत और अमेरिका- दोनों देश अफ़ग़ानिस्तान के मुद्दे पर सह�
भारत और अमेरिका- दोनों देश अफ़ग़ानिस्तान के मुद्दे पर सह�
अफ़गानिस्तान,अफ़गानी धरती पर पाकिस्तान के साथ षड्यंत्र �
भारत को अपनी अफ़ग़ान नीति पर ब्रेक नहीं लगाना चाहिए बल्क�
क्या भाजपा प्रवक्ता की हालिया टिप्पणियां आर्थिक और रणनी�
अफ़ग़ानिस्तान की अंदरुनी दुश्वारियों के अलावा तालिबान �
पश्चिम एशिया में क्षेत्रीय तनावों को कम करने के लिए सारी �
ये लेख ओआरएफ़ के वीडियो मैगज़ीन इंडियाज़ वर्ल्ड के ताज़ा
अमेरिकी सेना के रूप में एक आम दुश्मन के चले जाने के साथ, क्�
यूक्रेन संकट को लेकर दक्षिण एशियाई राष्ट्रों द्वारा अलग-
अफ़ग़ानिस्तान में तालिबान की हुकूमत को व्यवहारिक रूप से
महामारी, सूखे और हिंसक संघर्ष के कारण अफ़ग़ानिस्तान में �
यह लेख दो हिस्सों में है. पहले हिस्से में, अर्थव्यवस्था, स�
क्या तालिबान 2022 में अंतर्राष्ट्रीय समुदाय की आशंकाओं को �
क्या NSP पाकिस्तान में वो सुधार लायेगी जिसकी उसे काफ़ी ज़र�
क्या तालिबान को मान्यता दिए बग़ैर उसे बातचीत की मेज़ पर ल�
चीन, अफ़ग़ानिस्तान और पाकिस्तान के बीच नज़दीकी रिश्ते दक
नीतिगत दायरे में दक्षिण एशिया के भीतर जिसे साझेदारी का आ�
काबुल पर तालिबान के कब्ज़े के बाद से अफ़ग़ानिस्तान में म�
सबसे बड़ा घटनाक्रम इस साल आतंकवाद और चरमपंथ को लेकर हुआ ह�
बाइडेन के अमेरिकी राष्ट्रपति बनने से पहले न केवल अमेरिक
अफ़ग़ानिस्तान में बढ़ती हुई राजनीतिक अस्थिरता की वजह से, �
दुनिया से कट कर एक रूढि़वादी और दमनकारी तालिबान सरकार से �
क्या अफ़ग़ानिस्तान संकट और इसकी वजह से सुरक्षा पर ख़तरे �
बहुत मुमकिन है कि पाकिस्तान परस्त आतंकवादी भारत को तीन म�
हाल के दिनों में निवेश को लेकर असमानता में बढ़ोतरी होने स�
अफ़गानिस्तान की ज़मीनी हक़ीकत न सिर्फ़ बड़ी तेज़ी से बदल
अफ़ग़ानिस्तान में बदलते भू-राजनीतिक हालात ने तालिबान के