-
CENTRES
Progammes & Centres
Location
29 results found
शताब्दी की शुरुआत में सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म के विकास की
अगर शुरुआती दौर की बात की जाए तो दुनिया भर में तेज़ी से बढ�
एल्गोरिदम में न केवल कट्टरपंथी विचारों को बढ़ाने की बल्क
डिजिटल दुनिया के गतिशील मिज़ाज को देखते हुए मौजूदा अध्यय
भारत और एस्टोनिया दोनों ही डिजिटल तकनीक़ के लिहाज़ से बे�
आज के दौर में युद्धों को जीतने के लिए नैरेटिव्स तैयार करन�
जैसे-जैसे भारत का अंतर्राष्ट्रीय कद बढ़ रहा है, वैसे-वैसे
चीन के द्वारा असर बनाने के बढ़ते अभियान चुनाव की सुरक्षा �
आज के युग में सोशल मीडिया के डिजिटल परिदृश्य का सामना करन�
चीन ने सीधे सैन्य टकराव के बिना ताइवान के लोगों की राय और �
जनतंत्रों को चाहिए कि वो आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की अस�
गज़ा पट्टी से बड़ी मात्रा में आ रही वीडियो फुटेज का पैन-इस
भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) के एक ताज़ा अध्ययन ने �
मेगासिटी के संकट ने गवर्नेंस टूल के रूप में प्रोपेगेंडा (�
वैसे तो कश्मीर में हिंसा में एक ठहराव देखा गया है लेकिन सं
इस्लामिक स्टेट ने अपने मकसद हासिल करने के लिए क्षेत्रीय �
दो हिस्सों की इस सीरीज़ में कम्यूनिटी पुलिसिंग के महत्व �
यूक्रेन पर क्रूर और बेवज़ह हमले के साथ रूसी राष्ट्रपति व�
मेगासिटी के संकट ने गवर्नेंस टूल के रूप में प्रोपेगेंडा (�
वैसे तो कश्मीर में हिंसा में एक ठहराव देखा गया है लेकिन सं
इस्लामिक स्टेट ने अपने मकसद हासिल करने के लिए क्षेत्रीय �
आखिर में आप क्या मिसाल खड़ी करते हैं, यह बात मायने रखती है.
भारत भी शुरुआत में इस तरह के ढांचे का निश्चित रूप से फ़ायद
जब बात जटिल विचारों और विचारधाराओं को व्यक्त करने की हो, त
ग़लत जानकारी या दुष्प्रचार का विचार उतनी ही पुराना है जि�
सोशल मीडिया पर आतंकवादी दुष्प्रचार के प्रति सामान्य दृष�
इस इश्यू ब्रीफ में पाकिस्तान में सेना के बढ़ते राजनीतिक दख़ल का आकलन किया गया है. साथ ही इसमें ऐसे सभी ऐतिहासिक, सामाजिक और भू-राजनीतिक कारणों को बारे में गहन चर्चा की गई है, �
ऐतिहासिक रूप से इस बात को मान लिया गया है कि जब भी युद्ध होता है, तो उसकी प्रकृति एक तरह की रहती है, उसमें कोई परिवर्तन नहीं होता है, यानी युद्ध में विरोधी को अपने मन मुताबिक़ झ�
इंडोनेशिया की G20 अध्यक्षता के दौरान एक अहम सबक़ ये मिला था कि टेक्नोलॉजी ही महामारी के बाद की दुनिया को परिभाषित करेगी. न्यायसंगत तरक़्क़ी के लिए प्रौद्योगिकी बेहद आवश्यक �