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म्यानमार-थायलंड सीमेजवळ सायबर घोटाळ्यांवरील थायलंडच्य�
अमेरिकेची लष्करी मदत थांबवल्यामुळे युक्रेनची स्थिती आण
अमेरिका की ओर से यूक्रेन को दी जाने वाली सैन्य सहायता पर र
शांति बहाली की कूटनीति में भारत ने ज़्यादा सक्रिय और जोख�
मोदींचा युक्रेन दौरा भारताच्या धोरणात्मक स्वायत्ततेचे
पीएम मोदी की यूक्रेन यात्रा वैश्विक मसलों पर भारत की रणन�
जग तैवानच्या निवडणुकीवर बारकाईने लक्ष ठेवून आहे, कारण ती
इज़रायली सुरक्षा बलों एवं ख़ुफ़िया एजेंसियों की चूक अन्�
इतिहासामध्ये पाहिल्यानुसार संघर्षाचे रूपांतर युद्धाम�
अमेरिका के पास ऐसी कोई औपचारिक सुरक्षा छतरी नहीं है जो यू�
कीव के पश्चिमी सहयोगी यूक्रेन को "जब तक ज़रूरत है" तब तक समर�
अमेरिका अभी भी यूक्रेन की सहायता के लिए प्रतिबद्ध है लेक�
रूस के क्षेत्र में यूक्रेन के द्वारा और ज़्यादा उकसाने व�
यूक्रेन जंग के बीच कीव में भारी बर्फबारी ने लोगों की चिंत�
यूक्रेन को अगर यह युद्ध जीतना है तो उसे सफल राजनयिक और सैन
क्या नेपाल अपनी गैर संरेखण नीति को छोड़ रहा है और वेस्टर्न
अमेरिका के पास ऐसी कोई औपचारिक सुरक्षा छतरी नहीं है जो यू�
ये लेख यूक्रेन में चल रहे युद्ध को लेकर यूक्रेन का नज़रिय�
सुरक्षा की दृष्टि से भारत की नज़र में चीन बुनियादी ख़तरा �
चीन की ओर से लगातार बनाए जा रहे इस दबाव के चलते, वर्तमान मे�
पश्चिम आणि रशिया यांच्यातील संघर्ष भडकवण्याच्या उद्देशाने रशियन भूभागावर कीवकडून आणखी प्रक्षोभक हल्ले होण्याची शक्यता आणि स्पष्ट धोका आहे.
यूक्रेन जंग के बीच कीव में भारी बर्फबारी ने लोगों की चिंता बढ़ा दी है. कीव में भारी बर्फबारी के बीच यहां लोगों को भारी बिजली संकट का सामना करना पड़ रहा है. क्या इस बर्फबारी क�
अमेरिकेतील भारतीय वंशाच्या नागरिकांची संख्या दहा वर्षात दीडशे पटीने वाढली आहे. त्यामुळे ते अमेरिकेतील ५० राज्यात एक राजकीय शक्ती म्हणून उदयास आले आहेत.
भारत चीनवर विविध उत्पादनांसाठी अवलंबून आहे. त्यामुळे चीनच्या उत्पादनांवर किंवा गुंतवणुकीवर त्वरित आणि संपूर्ण बहिष्कार घालणे, भारताला परवडणार नाही.
झेलेन्स्कीची युनायटेड स्टेट्सची हाय-प्रोफाइल भेट एका भरकटलेल्या युद्धाला सुधारण्यासाठी फारशी उपयुक्त ठरलेली दिसत नाही.
दुनिया के कई हिस्से इन दिनों लड़खड़ाते दिख रहे हैं, लेकिन एक लिहाज से यह पश्चिमी देशों और संयुक्त राष्ट्र जैसी संस्थाओं की रणनीतिक विफलता का भी संकेत है.
कीवचे पाश्चात्य सहयोगी युक्रेनला “तोपर्यंत लागेल तोपर्यंत” पाठिंबा देण्याची तयारी दर्शवतात, परंतु हे मुख्य प्रश्नाचे उत्तर देत नाही: किती समर्थनाची आवश्यकता असेल?
खारकीव क्षेत्र के करीब बढ़ने की दिशा में जैसे-जैसे रूस की सेना का डोनबास, ज़ेपोरिज़िया और खेरसॉन में आगे बढ़ना जारी है, वैसे-वैसे यूक्रेन कमज़ोर बुनियाद पर आगे बढ़ रहा है.