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फेब्रुवारी 2025 मध्ये पंतप्रधान मोदींच्या दौऱ्यानंतर भार�
फरवरी 2025 में प्रधानमंत्री मोदी की यात्रा के बाद भारत-अमेर�
कुटनीतीबाबत ट्रम्प यांचा व्यवहारात्मक दृष्टीकोन आणि द्
पिछले 20 वर्षों के दौरान तैयार जापान और भारत की घनिष्ठ साम�
जर्मनी ने पहली बार अपने उस रणनीतिक दस्तावेज़ को सार्वजनि
भारत की एक्ट ईस्ट पॉलिसी (AEP) ने पिछले एक दशक के दौरान न केवल
भारत आणि उझबेकिस्तान यांच्यातील द्विपक्षीय व्यापारात आ
बंगाल की खाड़ी बांग्लादेश और थाईलैंड को साझा समुद्री क्ष
भारत और अमेरिका के बीच स्वास्थ्य के क्षेत्र में मज़बूत प�
बीजिंग के प्रति जर्मनी की वर्तमान गर्मजोशी के व्यापक निह
भारत-रूस संबंधों को “विक्रेता-ख़रीदार” रिश्तों के रूप से
एकतरफ़ा शुल्क आयद किए जाने और महामारी से पहले की दूसरी तम�
एकतरफ़ा शुल्क आयद किए जाने और महामारी से पहले की दूसरी तम�
अगर नई व्यवस्था अपनाई गई तो ये द्विपक्षीय व्यापार को रूस �
अगर नई व्यवस्था अपनाई गई तो ये द्विपक्षीय व्यापार को रूस �
ताइवान और भारत आर्थिक और व्यापारिक क्षेत्र में द्विपक्ष�
भारत की राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था के प्रमुख सिद्धांत के तौ�
अब जबकि भारत और अमेरिका के बीच बड़े मसलों पर सहमति अटक गई �
युद्ध को छोड़ कोई भी मुद्दा विभिन्न देशों और आर्थिक समू�
भारत और रूस अपने आर्थिक संबंधों को और ज़्यादा मज़बूत करना चाहते हैं. 2022 में इनके बीच का द्विपक्षीय व्यापार 12.34 अरब डॉलर का था, जो एक साल में ही तेज़ी से बढ़कर 2023 में 65 अरब डॉलर हो �
अमेरिका, भारत, ब्राझील आणि दक्षिण आफ्रिका यांच्याशी असलेल्या भूराजकीय शत्रुत्वामुळे रशिया आणि चीन डॉलरीकरणाच्या उपक्रमांमध्ये आघाडीवर असून त्यांनी स्वत:च्या हितासाठ�
अच्छी बात यह भी है कि दोनों देशों ने 'मिशन-500' का लक्ष्य बनाया है, जिसका अर्थ है- 2030 तक द्विपक्षीय कारोबार को 500 अरब डॉलर तक ले जाना.
नवीन व्यवस्था, स्वीकारल्यास, रशियन कंपन्यांवर लादलेल्या निर्बंधांपासून द्विपक्षीय व्यापाराचे संरक्षण करू शकते.
संपूर्णपणे EU विरुद्ध EU सदस्य राज्यांचा चीनकडे पाहण्याचा दृष्टिकोन एक विरोधाभास दर्शवितो ज्याचे निराकरण करणे कठीण होईल.
अमेरिका ने भारत को अत्याधुनिक रक्षा तकनीक और तेल एवं गैस के साथ ही अन्य उभरती हुई प्रौद्योगिकियों की जो पेशकश की है, उससे व्यापारिक संबंधों को नया आयाम मिलेगा.
रुपयाला जागतिक चलन बनवण्याच्या भारताच्या प्रयत्नांना त्याच्या शेजारी राष्ट्रांनी अनुकूलता दर्शवली आहे, मात्र अद्याप बराच पल्ला गाठायचा आहे.