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Energy News Monitor | Volume XIX, Issue 39
A ‘Zeitenwende’ in the India-Germany relationship
यूरोपीय संघ और आसियान के बीच प्रगाढ़ होते संबंध!
भरोसे के सवाल पर क्वॉड टेक साझेदारी को लेकर नई दिल्ली का दृष्टिकोण!
भारत की अध्यक्षता में #G20 क़र्ज़ के वैश्विक संकट का समाधान ढूंढने में मदद कर सकता है!
Europe: यूरोप में युद्ध के बाद जर्मनी की रक्षा नीति
COP27 में घाटे और क्षति के लिए वित्त: अधूरी सफलता और गंवाए गए अवसर
India’s G20 Presidency: Streamlining social security for the unorganised sector
Decoding recent elections in Europe: A tilt towards the Right?
#ब्रिटेन: ऋषि सुनक होने की चुनौतियां!
भू-राजनीतिक मुश्किलों और आर्थिक मंदी के बीच, वैश्विक विकास के क्षेत्र में अग्रणी बना भारत!
ट्रांस अटलांटिक गठबंधन को लेकर रुझान
ब्रिटेन में फिर आई प्रधानमंत्री बदलने की नौबत
अपने ही बुने जाल में फंस गईं ब्रिटेन की पीएम लिज ट्रस
Political Crisis in UK: क्या ख़तरे में है पीएम लिज ट्रस की कुर्सी?
इंटरनेट को लोकतांत्रिक बनाने की क़वायद: ‘डिजिटल बाज़ारों का परिदृश्य और उसके प्रभाव’
सामरिक दुनिया: यूरोप ने चीन से बढ़ाई दूरी!
ओपन गवर्नमेंट डेटा: भारतीय सफ़र के एक दशक पूरा करने के बाद का हिसाब-किताब!
G20 के समूह देश: प्रवासी नागरिकों की आर्थिक विकास में अहम् भूमिका!
भारत की G20 अध्यक्षता और अर्थव्यवस्था की बड़ी चुनौतियां!
NATO vs Russia: क्या परमाणु युद्ध की ओर बढ़ रहा है यूक्रेन संकट?
ऑस्ट्रेलिया: ऑनलाइन चाइल्ड सेफ्टी के मामले में नेतृत्वकारी भूमिका का प्रदर्शन
भारत की वित्तीय और मौद्रिक नीति: विकास की रफ़्तार रोके बिना महंगाई पर नकेल कसने की चुनौती
क्या पुतिन यूक्रेन युद्ध में परमाणु हमला कर सकते हैं? क्या हैं इसके निहितार्थ
संयुक्त राष्ट्र मानव अधिकार कार्यालय की रिपोर्ट: शिंजियांग में ज़ुल्म-ओ-सितम का पर्दाफ़ाश
यूक्रेन युद्ध: ‘विश्व व्यवस्था को नए ढांचे में ढालने की क़वायद’
G20 में अपनी अध्यक्षता के दौरान भारत को ‘अफ्रीकी’ नुमाइंदगी बढ़ाने का समर्थन क्यों करना चाहिए?
अंतरराष्ट्रीय मसले: ऊर्जा, सुरक्षा और यूरोप की असुविधा पर ‘राजनीति’