Published on Jul 30, 2023 Updated 0 Hours ago

इस धारणा को दूर करने का समय आ गया है कि सामाजिक सहायता लोक-कल्याण (वेलफेयर) पर निर्भरता पैदा करती है, क्योंकि सबूत कुछ और ही कहते हैं.

सामाजिक सुरक्षा में कमियाँ: अपने मानव संसाधन के लिये ज़रूरी निवेश करने में विफल हो रहा है अमेरिका
सामाजिक सुरक्षा में कमियाँ: अपने मानव संसाधन के लिये ज़रूरी निवेश करने में विफल हो रहा है अमेरिका

ऐसे समय में जब दूसरे देश ऐसी कल्याणकारी प्रणालियां बनाकर लोगों में निवेश करते हैं जो सुरक्षा मुहैया कराती हैं, कुशलक्षेम व स्वास्थ्य में बेहतरी लाती हैं, और लोगों को ग़रीबी के गर्त में गिरने से बचाती हैं, लेकिन अमेरिका ने ख़राब ढंग से समन्वित कार्यक्रमों की खिचड़ी को जारी रखा हुआ है. सामाजिक सहायता और बीमा लोगों व परिवारों को मुश्किल समय से निकलने में मदद करते हैं और लोगों के कुशलक्षेम में वृद्धि करते हैं. वे छोटी और लंबी दोनों अवधियों में बेहतर सामाजिक व आर्थिक परिणाम देते हैं.

लोगों में निवेश में अभाव का मतलब है कि अमेरिका अपने समकक्ष देशों से पीछे छूट रहा है. कोविड-19 से पहले, अमेरिका में जीवन प्रत्याशा बीते एक दशक में ठहरी हुई थी. उसी अवधि के दौरान, जीवन प्रत्याशा नीदरलैंड में 1.2 साल, ब्रिटेन में 1.4 साल और फिनलैंड में 2.1 साल बढ़ गयी.

लोगों में निवेश में अभाव का मतलब है कि अमेरिका अपने समकक्ष देशों से पीछे छूट रहा है. कोविड-19 से पहले, अमेरिका में जीवन प्रत्याशा बीते एक दशक में ठहरी हुई थी. उसी अवधि के दौरान, जीवन प्रत्याशा नीदरलैंड में 1.2 साल, ब्रिटेन में 1.4 साल और फिनलैंड में 2.1 साल बढ़ गयी. अमेरिका में 17 साल से कम के 21 फ़ीसद बच्चे ग़रीबी में जीते हैं; यह जर्मनी में ऐसे बच्चों की संख्या का लगभग दोगुना है. अमेरिका उच्च-आय वाला अकेला देश है जहां यूनिवर्सल हेल्थकेयर (सार्वभौमिक स्वास्थ्य देखभाल) नहीं है, और हज़ारों अमेरिकी हर साल इसलिए अकाल मौत का शिकार होते हैं क्योंकि उनके पास स्वास्थ्य बीमा नहीं होता. अमेरिका में नवजात मृत्यु दर स्पेन, इटली और स्वीडन के मुक़ाबले दोगुनी से ज़्यादा है.

ज़्यादातर सबूत दिखाते हैं कि बेरोज़गारी या कोई अप्रत्याशित बीमारी निकल आने जैसे मुश्किल वक़्त के दौरान लोगों को आर्थिक संबल मुहैया कराने के छोटी और लंबी अवधि में सकारात्मक आर्थिक नतीजे होते हैं, साथ ही इसका कुशलक्षेम और स्वास्थ्य पर भी असर होता है. उदाहरण के लिए, बेरोज़गारी बीमा (यूआई) एक सामाजिक बीमा कार्यक्रम है, जो अपनी नौकरी गंवा देने वाले लोगों को एक आमदनी प्रदान करता है. यूआई लोगों को मकान किराये और भोजन के लिए भुगतान करने में मदद करता है. अमेरिका में यूआई कार्यक्रम है, लेकिन दूसरे उच्च-आय वाले देशों के मुक़ाबले इसके पात्रता मानदंड ज़्यादा सख़्त हैं, लाभ कम उदारतापूर्ण हैं, और भुगतान अपेक्षाकृत कम अवधि के लिए हैं. अमेरिका में यूआई की अधिकतम मियाद उन्नत अर्थव्यवस्थाओं के मध्य-मूल्य (मीडियन) के आधे के आसपास है. सारे ओईसीडी देशों के औसत के मुक़ाबले, अमेरिका में यूआई की लाभ राशि भी 10 प्रतिशत अंक कम है.

अमेरिका के किसी भी इलाक़े में कोई व्यक्ति सिर्फ़ और सिर्फ़ बेरोज़गारी लाभ पर जी नहीं सकता. सबूत दिखाते हैं कि पर्याप्त यूआई तक पहुंच रखनेवाले लोग अपनी योग्यता के ज़्यादा अनुरूप नौकरियां खोज पाते हैं, अधिक वेतन पाते हैं, और स्वास्थ्य बीमा जैसा लाभों तक ज़्यादा पहुंच रखते हैं.

राशि और मियाद के लिहाज़ से पर्याप्त यूआई लाभ लोगों को वक़्त प्रदान करते हैं कि वे ग़रीबी या क़र्ज़ के जाल में फंसे बिना नया और उपयुक्त रोज़गार तलाश कर सकें. एक हालिया शोध दिखाता है कि अमेरिका के किसी भी इलाक़े में कोई व्यक्ति सिर्फ़ और सिर्फ़ बेरोज़गारी लाभ पर जी नहीं सकता. सबूत दिखाते हैं कि पर्याप्त यूआई तक पहुंच रखनेवाले लोग अपनी योग्यता के ज़्यादा अनुरूप नौकरियां खोज पाते हैं, अधिक वेतन पाते हैं, और स्वास्थ्य बीमा जैसा लाभों तक ज़्यादा पहुंच रखते हैं. सामूहिक रूप से, इन प्रभावों का मतलब है व्यक्तियों का भविष्य में बेहतर स्थिति में होना. यूआई भुगतान बच्चों वाले परिवारों के लिए आमदनी को निर्बाध रखने के लिए भी महत्वपूर्ण हैं. परिवार की आमदनी का संज्ञानात्मक विकास और स्कूली उपलब्धियों समेत विभिन्न तरह के बाल परिणामों (चाइल्ड आउटकम्स) पर महत्वपूर्ण कारणात्मक प्रभाव होता है.

सामाजिक प्रगति में पिछड़ता अमेरिका

अमेरिका वैश्विक स्तर पर उन गिने-चुने देशों में से एक है जो सवैतनिक मातृत्व-पितृत्व अवकाश प्रदान नहीं करता. हालांकि नये माता और पिता दोनों को सवैतनिक अवकाश के माता-पिता के लिए सकारात्मक आर्थिक परिणाम होते हैं. कैलिफोर्निया में सवैतनिक पारिवारिक अवकाश नीति है. वहां देखा गया है कि सवैतनिक अवकाश लेबर फोर्स में महिला भागीदारी को बढ़ाता है, महिलाओं को अधिक वेतन दिलाता है और उनके काम के घंटों और सप्ताहों में वृद्धि करता है. इसके अलावा, चाइल्डकेयर में निवेश भविष्य में निवेश है. अमेरिका में चाइल्डकेयर कुख्यात ढंग से बस के बाहर की चीज़ है. एक हालिया शोध ने पाया कि जब कम सुविधा-संपन्न बच्चों को चाइल्डकेयर तक पहुंच मिली है, तो बतौर वयस्क उनके लेबर मार्केट, स्वास्थ्य तथा शिक्षा संबंधी परिणाम ठीकठाक ढंग से बेहतर रहे हैं.

जब कम सुविधा-संपन्न बच्चों को चाइल्डकेयर तक पहुंच मिली है, तो बतौर वयस्क उनके लेबर मार्केट, स्वास्थ्य तथा शिक्षा संबंधी परिणाम ठीकठाक ढंग से बेहतर रहे हैं.

इस बात का काफ़ी डर है कि आलसी लोग सरकारी ख़ज़ाने को चूस डालेंगे. हालांकि, सबूत इस धारणा का या इस डर का समर्थन नहीं करते कि उदारतापूर्ण सुरक्षा कार्यक्रम काम नहीं करने के लिए लोगों को प्रोत्साहित करते हैं. यह लंबे समय से मौजूद डर है जो कोविड-19 के दौरान केयर्स ऐक्ट के तहत बेरोज़गारी लाभों के विस्तार से दोबारा सामने आया. हालांकि, शोध बताते हैं कि विस्तारित यूआई लाभ ने लोगों को काम से दूर रहने के लिए प्रोत्साहित नहीं किया. ये दुनिया भर के देशों में शोध के निष्कर्षों से मेल खाते हैं, जो बताते हैं कि सामाजिक सुरक्षा काम करने के लिए लोगों को हतोत्साहित नहीं करती है.

एक दूसरा काफ़ी प्रचलित तर्क है कि हम व्यापक कल्याणकारी कार्यक्रमों का ख़र्च नहीं उठा सकते. हालांकि, अमेरिका औसत ओईसीडी देश के मुक़ाबले सामाजिक कल्याण पर जीडीपी का कम हिस्सा ख़र्च करता है. हम देख रहे हैं कि लोगों में ऐसे निवेश लाभकारी होते हैं. उदाहरण के लिए, मेक्सिको के ‘प्रोग्रेसा’ (जो एक सशर्त नक़द ट्रांसफर कार्यक्रम है) से मिले सबूत उजागर करते हैं कि इस कार्यक्रम से बचपन में लाभान्वित हुए बच्चों ने बाद के दशकों में बेहतर शैक्षणिक और रोज़गार संबंधी परिणाम दिये. इसी तरह, अमेरिका के 1961 से 1975 के बीच लागू रहे खाद्य सहायता कार्यक्रम, सप्लीमेंटल न्यूट्रिशन असिस्टेंस प्रोग्राम (एसएनएपी) का एक अध्ययन दिखाता है कि जिन बच्चों ने खाद्य सहायता प्राप्त की, खाद्य सहायता नहीं प्राप्त करनेवाले वैसे ही बच्चों के मुक़ाबले, बड़े होकर उनका स्वास्थ्य बेहतर था, और महिलाओं के पास ज्यादा आर्थिक आत्मनिर्भरता थी. 

अगर ठीक से डिजाइन की गयी है, तो सामाजिक सुरक्षा यह सुनिश्चित कर सकती है कि लोग ऐसे दौर में आर्थिक बर्बादी के गर्त मे न चले जाएं. बल्कि, सामाजिक नीतियां पर्याप्त और भरोसेमंद संबल प्रदान कर सकती हैं. छोटी अवधि में इससे प्राप्तकर्ता को लाभ होंगे और लंबी अवधि में इसके व्यापक आर्थिक लाभ होंगे.

शायद यही समय है कि जब इस धारणा को दूर किया जाए कि लोक कल्याण एक ख़र्च है, निवेश नहीं. मुश्किल समय हम में से बहुतों के सामने आता है; अगर ठीक से डिजाइन की गयी है, तो सामाजिक सुरक्षा यह सुनिश्चित कर सकती है कि लोग ऐसे दौर में आर्थिक बर्बादी के गर्त मे न चले जाएं. बल्कि, सामाजिक नीतियां पर्याप्त और भरोसेमंद संबल प्रदान कर सकती हैं. छोटी अवधि में इससे प्राप्तकर्ता को लाभ होंगे और लंबी अवधि में इसके व्यापक आर्थिक लाभ होंगे. उदाहरण के लिए, एक ठीकठाक सामाजिक सुरक्षा जाल का होना इस बात के लिए पर्याप्त सुरक्षा मुहैया करा सकता है कि लोगों को कुछ नया करने (इनोवेशन) की आज़ादी मिल सके. इस तरह का निवेश करने में विफलता ही वजह है कि अमेरिका अपने समकक्ष देशों की तुलना में सामाजिक प्रगति के कई बुनियादी सूचकों पर पिछड़ रहा है. दूसरे औद्योगिक देश क्या कर रहे हैं, इस पर ग़ौर करने से अमेरिका को फ़ायदा हो सकता है, क्योंकि वे ऐसे निवेश का समर्थन करने के लिए सबक और सबूत पेश करते हैं.

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