Published on Jul 02, 2023 Updated 0 Hours ago
कनेक्टिविटी को बढ़ावा: परिवहन को लेकर बिम्सटेक के मास्टर प्लान की खामियों को दूर करना

बे ऑफ बंगाल इनिशिएटिव फॉर मल्टीसेक्टोरल टेक्निकल एंड इकोनॉमिक कोऑपरेशन यानी बिम्सटेक (BIMSTEC) का परिवहन संपर्क (ट्रांसपोर्ट कनेक्टिविटीको लेकर मास्टर प्लान दक्षिण एशिया और दक्षिणपूर्व एशिया के सदस्य देशों के लिए काफ़ी महत्व रखता हैक्षेत्रीय एकीकरणव्यापार और आर्थिक विकास पर ध्यान के साथ मास्टर प्लान बिम्सटेक के सदस्य देशों के बीच परिवहन संपर्क को विकसित करने और उसे मजबूत करने को लेकर एक व्यापक रूपरेखा पेश करता है

बिम्सटेक ट्रांसपोर्ट कनेक्टिविटी वर्किंग ग्रुप (BTCWG) की चौथी बैठकजो 20 मार्च 2023 को वर्चुअली आयोजित हुई थीमें बिम्सटेक के सभी सदस्य देशों के प्रतिनिधि एक साथ जमा हुएइससे क्षेत्र में ट्रांसपोर्ट कनेक्टिविटी को आगे बढ़ाने को लेकर उनकी सामूहिक प्रतिबद्धता दिखाई दीबैठक के दौरान प्रतिनिधियों के बीच ट्रांसपोर्ट कनेक्टिविटी को लेकर बिम्सटेक के मास्टर प्लान को लागू करने में प्रगति को लेकर अच्छी बातचीत हुई

बिम्सटेक की दक्षता और हालात के मुताबिक बदलने की क्षमता के सबूत के तौर पर भागीदार देश एक विशेषज्ञ समूह (एक्सपर्ट ग्रुप) की स्थापना के लिए तैयार हुए जिसका काम तय परियोजनाओं की सूची को अपडेट करना और उसमें फेरबदल करना है.

 मास्टर प्लान को पांचवें बिम्सटेक शिखर सम्मेलन के दौरान 30 मार्च 2022 को अपनाया गया थाये सदस्य देशों के बीच बेरोकटोक कनेक्टिविटी को बढ़ावा देने के लिए एक ब्लूप्रिंट की तरह हैबिम्सटेक की दक्षता और हालात के मुताबिक बदलने की क्षमता के सबूत के तौर पर भागीदार देश एक विशेषज्ञ समूह (एक्सपर्ट ग्रुपकी स्थापना के लिए तैयार हुए जिसका काम तय परियोजनाओं की सूची को अपडेट करना और उसमें फेरबदल करना है. मास्टर प्लान का उद्देश्य इंफ्रास्ट्रक्चर की खामियों को दूर करनारेगुलेटरी ढांचे को दुरुस्त करना और सदस्य देशों के बीच सहयोग को बढ़ावा देना हैये सक्रिय रवैया सुनिश्चित करता है कि मास्टर प्लान प्रासंगिक बना रहे और बदलते क्षेत्रीय हालात को लेकर प्रतिक्रिया देने योग्य हो.

महत्वपूर्ण बात है बिम्सटेक वर्किंग ग्रुप की दूसरी बैठक आयोजित करने का फैसला जो कि इस साल की दूसरी तिमाही में होनी हैइस बैठक में मोटर व्हीकल एग्रीमेंट के मसौदे को लेकर बातचीत पर ध्यान दिया जाएगाये बातचीत बिम्सटेक क्षेत्र के भीतर दूसरे देशों की गाड़ियों और सामानों की आवाजाही को सुगम बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम हैसीमा के पार बेरोकटोक व्यापार की सुविधा देकर और कनेक्टिविटी को बढ़ाकर ये समझौता क्षेत्रीय आर्थिक एकीकरण और व्यवसाय को महत्वपूर्ण रूप से बढ़ावा देगा

मल्टी मॉडल हिस्सा 

वैसे तो मास्टर प्लान तैयार करना क्षेत्रीय सहयोग और कनेक्टिविटी को बढ़ाने की तरफ बिम्सटेक के सदस्य देशों की मजबूत राजनीतिक प्रतिबद्धता के बारे में बताता हैलेकिन मास्टर प्लान एक मल्टीमॉडल परिवहन नेटवर्क की जरूरत को भी स्वीकार करता हैइस मल्टीमॉडल परिवहन नेटवर्क में सड़करेलवेबंदरगाहहवाई रास्ता और अंतर्देशीय जलमार्ग (इनलैंड वॉटरवेशामिल हैं ताकि कनेक्टिविटी लिंक के फायदों को ज्यादासेज्यादा किया जा सके

पूरे बिम्सटेक क्षेत्र में बिना किसी रुकावट के सामानों और लोगों के परिवहन की व्यवस्था को हासिल करने का उद्देश्य परिवहन के अलगअलग साधनों का इस्तेमाल करके हासिल किया जा सकता हैइससे परिवहन पर खर्च कम होगाशुष्क बंदरगाह (ड्राई पोर्टया इनलैंड कंटेनर डिपो (ICD) इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए एक असरदार माध्यम हैइसके अलावा ज्यादा महत्वाकांक्षी पहल जैसे कि एक मल्टीनेशनलमल्टी मॉडल ट्रांजिट ट्रांसपोर्ट कॉरिडोर की स्थापनाजैसे कि भारत के पूर्वोत्तरम्यांमार और बाकी भारत के बीच संपर्कक्षेत्र के भीतर बेरोकटोक कनेक्टिविटी में और योगदान दे सकती है

मास्टर प्लान में संभावित टाइमलाइन के साथ कई प्रोजेक्ट की प्रस्तावना और परिकल्पना की गई हैलेकिन बिम्सटेक मास्टर प्लान में पेश टाइम टेबल और मौजूदा प्रगति के बीच अंतर साफ तौर पर दिखता है (तालिका 1).

तालिका 1: मल्टी मॉडल और इंटर मॉडल परिवहन विकास के लिए योजना में शामिल प्रमुख परियोजनाएं

परियोजना का विवरण बिम्सटेक विकास के पीछे दलील 2018 में अनुमानित लागत  (मिलियन डॉलर में) फंड देने वाला संगठन  (संभावित) काम पूरा होने का अनुमानित वर्ष  मौजूदा स्थिति
बांग्लादेश के गाजीपुर के धीराश्रम में रेल से जुड़ा दूसरा ICD  सड़क और (चट्टोग्रामपोर्ट पर भीड़ से राहत के लिए क्योंकि ढाका में पहला ICD अपनी क्षमता को पार कर चुका है  200 ADB और PPP 2020 परियोजना की शुरुआत 2024 से होगी
बांग्लादेश में मौजूदा सड़क और राष्ट्रीय राजमार्ग को चौड़ा करके इकोनॉमिक जोन से पास की जमीन और समुद्री बंदरगाह तक रोड नेटवर्क बनाना  मल्टी मॉडल और इंटर मॉडल कनेक्टिविटी की सुविधा  अभी तय नहीं  अभी तक निर्धारित नहीं  अभी निश्चित नहीं  योजना की प्रक्रिया में 
भूटान में गेलेफू ट्रांसपोर्ट केंद्र का विकास  बिम्सटेक व्यापार और परिवहन के लिए एंट्री और एग्जिट के प्वाइंट का विस्तार  अभी तय नहीं  अभी तक निर्धारित नहीं  2018–2028 तैयारी का काम 2022 में शुरू 
यांगोनडेगोन ICD, म्यांमार  कंटेनर ट्रैफिक से निपटने के लिए मल्टी मॉडल और इंटर मॉडल सुविधा का विकास  16 निजी 2021 कोई जानकारी उपलब्ध नहीं 
म्यांमार में यांगोन रीजन ड्राई पोर्ट यांगोन हवाई अड्डेयांगोनबागो रेल लाइन और अंत में हंथावाड्डी हवाई अड्डे (साथ में यांगोन इनलैंड वॉटरवे पोर्टको जोड़ना  40 PPP 2019 2019 में ड्राई पोर्ट का काम पूराजोड़ने का काम बाकी
म्यांमार में मांडले रीजन ड्राई पोर्ट मांडलेयांगोन रेल लाइन को जोड़ना  40 PPP 2019 2019 में ड्राई पोर्ट का काम पूराजोड़ने का काम बाकी
कलादान मल्टी मॉडल ट्रांजिट ट्रांसपोर्ट प्रोजेक्टभारतम्यांमार लंबे सड़क रास्ते के एक विकल्प के तौर पर अंतर्देशीय जल परिवहन रूट का संभावित इस्तेमाल 453 भारत का विदेश मंत्रालय  2020 मई 2023 में सित्तवे पोर्ट शुरू; 110 किमी का रोड का हिस्सा अधूरा 
उत्तरपश्चिमी यांगोन के वर्तायार औद्योगिक क्षेत्र में लॉजिस्टिक केंद्र और ट्रक या ट्रेलर टर्मिनल की स्थापना कंटेनर ट्रैफिक से निपटने के लिए मल्टी मॉडल और इंटर मॉडल सुविधा का विकास  15–20 PPP योजना बनाना बाकी फरवरी 2021 की सैन्य बगावत के बाद परियोजना रद्द (कोई वजह नहीं बताई गई)
म्यांमार में बेरोकटोक मल्टी मॉडल और इंटर मॉडल आवाजाही के लिए सॉफ्टवेयर की व्यवस्था का विकास (यानी पोर्ट और ICD या जमीनी कस्टम केंद्रों के बीच ऑनलाइन क्लीयरेंसप्रोटोकॉलसुरक्षित सील के इस्तेमाल के लिए मल्टी मॉडल और इंटर मॉडल कनेक्टिविटी की सुविधा 5 तय नहीं निर्णय नहीं जानकारी उपलब्ध नहीं 

स्रोतट्रांसपोर्ट कनेक्टिविटी को लेकर बिम्सटेक मास्टर प्लान पर आधारित लेखक की अपनी जानकारी 

दिक्कतें कायम 

कई कारणों जैसे कि वित्तीय मजबूरीरेगुलेटरी बाधाओंतालमेल की कमीराजनीतिक मुद्दों या तकनीकी मुश्किलों ने सूचीबद्ध परियोजनाओं को समय पर पूरा करने में देरी में महत्वपूर्ण भूमिका अदा की है

  • धीराश्रम ICD

फंडिंग से जुड़े मुद्दों की वजह से 2013 से ही वर्षों की देरी के बाद निर्धारित परियोजनाओं की सूची में से गाजीपुर का धीराश्रमजो कि बांग्लादेश का सबसे बड़ा इनलैंड कंटेनर डिपो (ICD) है, 2024 से शुरू होने वाला हैबांग्लादेश सरकार ने सफलतापूर्वक इस प्रोजेक्ट के लिए फंडिंग हासिल की हैइसकी लागत लगभग 774.56 मिलियन अमेरिकी डॉलर होने का अनुमान हैकमलापुर ICD, जो कि बांग्लादेश में रेल लिंक से जुड़ा इकलौता ICD हैअपने परिसर के भीतर और आसपास की सड़कों में भीड़भाड़ का अनुभव कर रहा हैइस समस्या के समाधान के लिए धीराश्रम ICD प्रोजेक्ट का लक्ष्य रेल के जरिए कंटेनर परिवहन की क्षमता को बढ़ाना है

एशियन डेवलपमेंट बैंक की एक रिपोर्ट के अनुसार ढाका के नजदीक और ढाकाचट्टोग्राम रेल कॉरिडोर के बराबर धीराश्रम ICD की सामरिक लोकेशन उसे एक क्षेत्रीय व्यापार का लॉजिस्टिक केंद्र बनने के लिए महत्वपूर्ण फायदे प्रदान करती है

ये प्रोजेक्ट बांग्लादेश और भारत के बीच व्यापार को सुगम बनाने में बेहद महत्वपूर्ण हैसड़क परिवहन का द्विपक्षीय व्यापार में दबदबा है और इसका हिस्सा कुल व्यापार में लगभग 70 प्रतिशत है. रेल परिवहन का हिस्सा सबसे कम है और नियमित रूप से अंतर्राष्ट्रीय कंटेनर मालगाड़ियों के संचालन की कमी हैव्यापार को बढ़ाने के लिए बांग्लादेश और भारत सक्रिय रूप से दोनों देशों के बीच अंतर्राष्ट्रीय कंटेनर ट्रेन चलाने को बढ़ावा दे रहे हैं

  • पलेतवा से जोरिनपुई के बीच महत्वपूर्ण हिस्सा 

म्यांमार में कई परियोजनाएं काफी अड़चनों का सामना कर रही हैं और उनकी मौजूदा स्थिति को लेकर उपलब्ध जानकारी की कमी साफ हैमई 2023 में सितवे पोर्ट की शुरुआत भारत के पूर्वोत्तर तक अच्छे ढंग से सामानों की आवाजाही के लिए एक महत्वपूर्ण कॉरिडोर हैलेकिन कलादान प्रोजेक्ट के मल्टी मॉडल हिस्से का पूरी तरह इस्तेमाल करने के लिए म्यांमार के पलेतवा से लेकर भारत के जोरिनपुई तक सड़क के रास्ते को पूरा करना महत्वपूर्ण हैदुर्भाग्य की बात ये है कि इसकी प्रगति में कई अड़चनें हैं.  

चुनौतियों में सीमा के दोनों तरफ अलगअलग एजेंसियों के बीच तालमेल की जरूरतऊबड़खाबड़ इलाकेजमीन के लिए मुआवजे से जुड़े मुद्दे और क्षेत्रीय उग्रवाद की वजह से सुरक्षा से जुड़ी चिंताएं शामिल हैंकोविड-19 महामारी और 2021 में म्यांमार में सैन्य बगावत की वजह से राजनीतिक उथलपुथल ने प्रोजेक्ट की प्रगति में और भी रुकावट डाली हैचिन स्टेटजिसके नजदीक निर्माण का काम चल रहा हैको मौजूदा समय में असुरक्षित क्षेत्र घोषित किया गया है और इसलिए काम को जारी रखना एक अनिश्चित समय के लिए चुनौती बनी रहेगी

परिवहन के इंफ्रास्ट्रक्चर को विकसित करने में लगे लोगों और संस्थानों के हुनर, जानकारी और विशेषज्ञता को मजबूत करने के लिए क्षमता निर्माण की कोशिशों में निवेश करना भी समान रूप से  महत्वपूर्ण है.

वैसे तो सितवे पोर्ट म्यांमार के साथ व्यापार को आसान बनानेखास तौर पर पूर्वोत्तर क्षेत्र (NER) में सामानोंगैस या तेल के परिवहन के लिएकी दिशा में महत्वपूर्ण संभावना रखता हैलेकिन पूर्वोत्तर क्षेत्र के लिए नियमित परिवहन के किफायती रास्ते के तौर पर उसकी क्षमता का निर्धारण होना अभी बाकी हैये अनिश्चितता मुख्य रूप से बारबार बल्क ब्रेकिंग (कंटेनर की जगह थैलेबक्से या किसी अन्य चीज में सामानों को ले जानेऔर ट्रांसशिपमेंट गतिविधियों (मंजिल तक पहुंचाने से पहले कंटेनर को किसी जगह एक जहाज से दूसरे जहाज तक ले जानाकी वजह से अनुमानित ऊंची लागत के कारण हैइसके अलावापलेतवा टर्मिनल का शुरू होना सितवे पोर्ट और पलेतवा को जोड़ने वाली कलादान नदी के बराबर ड्रेजिंग (नदी के तले में जमा कीचड़ को विशेष मशीन से साफ करनाके पूरा होने पर निर्भर हैजब ड्रेजिंग का काम पूरा हो जाएगा तभी मालवाहक जहाज सितवे पोर्ट तक सामान को ले जाएंगेइसकी वजह से पलेतवा टर्मिनल के कामकाज का दायरा सीमित है

आगे का रास्ता 

वैसे तो चुनौतियां बनी हुई हैं लेकिन कनेक्टिविटी को बेहतर करनेपरिवहन का खर्च कम करने और बिम्सटेक क्षेत्र के भीतर व्यापार को बढ़ावा देने के लिए मौजूदा पहल के महत्व को स्वीकार करना महत्वपूर्ण हैइसके लिए परिवहन की परियोजनाओं में शामिल बिम्सटेक देशों और उचित हिस्सेदारों  के बीच तालमेल और सहयोग को बढ़ावा देना अनिवार्य हैइसके अलावा परिवहन से जुड़े इंफ्रास्ट्रक्चर और पहल को विकसित करने के लिए पर्याप्त वित्तीयतकनीकी और मानव संसाधन की उपलब्धता को सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण होगा

परिवहन के इंफ्रास्ट्रक्चर को विकसित करने में लगे लोगों और संस्थानों के हुनरजानकारी और विशेषज्ञता को मजबूत करने के लिए क्षमता निर्माण की कोशिशों में निवेश करना भी समान रूप से  महत्वपूर्ण है. इसे हुनर से जुड़ी खामियों एवं संस्थागत कमजोरियों को दूर करने के लिए समयसमय पर ट्रेनिंग कार्यक्रमोंवर्कशॉप और तकनीकी सहायता से हासिल किया जा सकता है

कल्पना किए गए सभी मल्टीमॉडल कनेक्टिविटी प्रोजेक्ट से जुड़ी सोच और वास्तविकता के बीच अंतर को समझना भी जरूरी हैलागू करने से जुड़ी चुनौतियोंसर्वश्रेष्ठ पद्धतियों को साझा करने और हिस्सेदारों के बीच विश्वास को बढ़ावा देने के लिए समय पर जानकारी साझा करनेनियमित बातचीतबैठक और संयुक्त रूप से निगरानी की व्यवस्था का इंतजाम किया जाना चाहिएबिम्सटेक के सदस्य देश अच्छी तरह से जुड़े और समृद्ध क्षेत्र का निर्माण करने के अपने साझा लक्ष्य को रुकावट दूर करकेतालमेल को बढ़ावा देकर और बदलते क्षेत्रीय हालात के मुताबिक खुद को ढाल कर आगे बढ़ा सकते हैं.


श्रीपर्णा बनर्जी ऑब्ज़र्वर रिसर्च फाउंडेशन के स्ट्रैटेजिक स्टडीज प्रोग्राम में जूनियर फेलो हैं

अनसुइया बासु राय चौधरी ऑब्ज़र्वर रिसर्च फाउंडेशन में सीनियर फेलो हैं.

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Authors

Anasua Basu Ray Chaudhury

Anasua Basu Ray Chaudhury

Anasua Basu Ray Chaudhury is Senior Fellow with ORF’s Neighbourhood Initiative. She is the Editor, ORF Bangla. She specialises in regional and sub-regional cooperation in ...

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Sreeparna Banerjee

Sreeparna Banerjee

Sreeparna Banerjee is an Associate Fellow in the Strategic Studies Programme. Her work focuses on the geopolitical and strategic affairs concerning two Southeast Asian countries, namely ...

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