Author : Mai El-Kinawi

Published on Aug 31, 2021 Updated 0 Hours ago

बीते दो साल से यूएई सरकार की महामारी के खिलाफ़ बेहतरीन प्रबंधन के कारण इस उपलब्धि को हासिल किया जा सका है

UAE: समुदाय की सेहत और अर्थव्यवस्था के बीच संतुलन की ईमानदार व सफल कोशिश

जुलाई के शुरू में संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) ने एक बड़ी उपलब्धि हासिल कर ली. ब्लूमबर्ग के मुताबिक, यह ‘दुनिया का सबसे अधिक टीकाकरण वाला राष्ट्र’ बन गया. इस रिपोर्ट को लिखे जाने के वक्त तक यह राष्ट्र टीके की 1.63 करोड़ ख़ुराक लगा चुका था. इसकी 77 फीसदी आबादी को टीका लगाया जा चुका है. वैसे यहां अब भी हर रोज़ करीब 1500 नए मामले आ रहे हैं, लेकिन मामलों की संख्या में कमी का चलन देखा जा रहा है. दुनिया में सबसे कम मृत्यु दर के मामले में भी यह देश शामिल है.

बीते दो साल से यूएई सरकार की महामारी के ख़िलाफ़ बेहतरीन प्रबंधन के कारण इस उपलब्धि को हासिल किया जा सका है. निश्चित तौर पर यह कोई आसान काम नहीं था. नेतृत्व के लिए उनके नागरिकों की सुरक्षा और स्वास्थ्य अब भी मुख्य प्राथमिकता है. इसे टीकाकरण को लगातार दिए जा रहे महत्व से समझा जा सकता है. टीकाकरण के लिए यहां बेहतरीन समन्वय के साथ कई स्तरों पर जागरूकता अभियान चलाया गया. इसके साथ ही सभी नागरिकों को निशुल्क टीका उपलब्ध करवाया जा रहा है.

यूएई के स्वास्थ्य और रोकथाम मंत्री महामहिम अब्दुल रहमान मोहम्मद अल ओवैसी ने यह बात कही है. इसके अलावा इस सफलता में ‘जनता और सरकार के बीच के भरोसे’ ने काफ़ी योगदान दिया. 

महामारी से इस देश के प्रभावी तरीके से निपटने के पीछे एक लचीली और बहु-स्तरीय रणनीति है. इसके तहत महामारी के शुरू में ही ज़रूरी देखभाल के साथ बड़े पैमाने पर परीक्षण किया गया. खुद यूएई के स्वास्थ्य और रोकथाम मंत्री महामहिम अब्दुल रहमान मोहम्मद अल ओवैसी ने यह बात कही है. इसके अलावा इस सफलता में ‘जनता और सरकार के बीच के भरोसे’ ने काफ़ी योगदान दिया. यह बात हाल ही में अरब स्वास्थ्य सम्मेलन 2021 में अबू धाबी जन स्वास्थ्य केंद्र में संक्रामक रोग मामलों की कार्यकारी निदेशक डॉ. फरीदा अल होसानी ने कही. इसके साथ-साथ संचालन के एक नए ढांचे में आर्थिक गतिविधियों की बहाली पर मुख्य रूप से फोकस किया गया. इसके लिए विभिन्न अमीरात और सेक्टरों में प्रतिबंधों में क्रमिक तरीके से ढील दी गई. इस दृष्टिकोण का उद्देश्य दो प्राथमिकताओं को जोड़ना है. इसके लिए गतिशीलता का इस्तेमाल एक प्रेरक के रूप में किया गया, जिससे कि लोग टीका लगवाएं. मई के मध्य में दुबई में होटलों को 100 फीसदी तक भरने की अनुमति दी गई. इसके साथ केवल शर्त यही थी कि इसमें ठहरने वाले सभी लोगों का टीकाकरण हो चुका हो. कंसर्ट और खेल कार्यक्रमों में शामिल होने के लिए भी यही नियम रखे गए. अबू धाबी में 20 अगस्त से शॉपिंग मॉल, जीम, मनोरंजन स्थलों और रेस्टोरेंट में प्रवेश के लिए टीकाकरण के सबूत को अनिवार्य कर दिया गया. इस बारे में अबू धाबी आपातकालीन संकट और आपदा समिति ने जून में ही घोषणा कर दी थी. इस तरह जिन लोगों ने उस वक्त तक वैक्सीन नहीं लगवाया था, उनको इसके लिए पर्याप्त समय मिल गया. इन सुविधा केंद्रों को सुरक्षित रूप से फिर खोलने के लिए कड़ी निगरानी व्यवस्था बनाई गई ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि सभी सार्वजनिक केंद्रों पर बचाव के उपायों जैसे- सोशल डिस्टेंसिंग, मास्क और सैनिटाइजर का ठीक तरीके से पालन किया जा रहा है. वर्ष 2021 के पहले छह महीने के दौरान दुबई नगर निगम के इलाके में व्यावसायिक प्रतिष्ठानों में बचाव के उपायों का 97.7 फीसदी तक पालन किया गया. ऐसा नहीं करने वाले प्रतिष्ठानों के ख़िलाफ़ उनको बंद कराने, चेतावनी देने और जुर्माना लगाने जैसी कार्रवाई की गई.

वर्ष 2021 के पहले छह महीने के दौरान दुबई नगर निगम के इलाके में व्यावसायिक प्रतिष्ठानों में बचाव के उपायों का 97.7 फीसदी तक पालन किया गया. ऐसा नहीं करने वाले प्रतिष्ठानों के ख़िलाफ़ उनको बंद कराने, चेतावनी देने और जुर्माना लगाने जैसी कार्रवाई की गई. 

सभी के लिये टीके की बूस्टर डोज़

एक तरफ दुनिया वायरस के म्यूटेशन के साथ संघर्ष कर रही थी और अपने लोगों को इससे बचाने के लिए जूझ रही थी उस वक्त यूएई इन बदलावों से निपटने और टीके के पीछे के विज्ञान के साथ अप-टू-डेट रहने में शानदार दक्षता दिखाई. जुलाई 2021 के पहले सप्ताह में अल होसैनी ने बूस्टर शॉट्स की उपलब्धता की घोषणा की. इसका लक्ष्य कोरोना वायरस और इसके नए स्ट्रेन्स के ख़िलाफ़ इम्यूनिटी को मजबूत करना था. इसके बाद से ही बूस्टर की ज़रूरत, पात्रता व इसके दुरुपयोग को लेकर चेतावनी और ओवर वैक्सीनेटिंग के बारे में अपडेट को लेकर लगातार जनता के साथ संवाद किया गया. प्राधिकरणों और जनता को निगरानी के टूल उपलब्ध करवाए गए, जिसमें वैरिएंट की मौजूदगी के बारे में अहम जानकारी थी. इसमें बताया गया कि राष्ट्रीय आपातकालीन संकट और आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनसीईएमए) के मुताबिक डेल्टा और अल्फा के बाद बीटा सबसे आम वैरिएंट है. इससे पहले यूएई ने कोरोना को लेकर वैज्ञानिक शोध पर पैनी नजर रखी और अगस्त 2020 में एक सबसे पहले वैक्सीन परीक्षण में शामिल होकर इलाज और रोकथाम में योगदान दिया.

ऐसा नहीं है कि इस सफलता को हासिल करने में कोई चुनौती नहीं थी. गर्मी के आगमन के साथ ही यूएई में ट्रैवल सीजन पूरे शबाब पर है. एक बड़ी बाहरी आबादी और ट्रैवल के महत्व (खासकर दुबई के लिए) को देखते हुए यह देश के लिए एक अहम मुद्दा था. ऐसे में हमने देखा कि सरकार और उड्डयन उद्योग ने यात्रा को सुविधाजनक बनाने और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए एक बेहतरीन दृष्टिकोण पर चर्चा करने में बढ़त हासिल की. कोविड-19 की महामारी के बारे में सूचना के लिए एक अहम स्थानीय सरकारी पोर्टल वेकाया (Weqaya) (जिसका शाब्दिक अर्थ है रोकथाम) ने यात्रा करने वालों के लिए इस महीने ही एक चेकलिस्ट पोस्ट की है. प्रमुख एयरलाइंस जैसे एमिरेंट्स (Emirates) और ऐतिहाद (Etihad) ने यह सुनिश्चित किया कि उनके चालक दल के सभी सदस्यों को टीका लगाया जा चुका है और उन्हें बचाव के ज़रूरी उपायों के बारे में ट्रेंड किया जा चुका है, ताकि वे सुरक्षित उड़ान के लिए यात्रियों का स्वागत करें. दुनिया के अन्य देशों की तरह यूएई ग्रीन, ब्लू और रेड लिस्ट वाले देशों की बदलती सूची और इस स्थिति के साथ लगातार सुरक्षा और लॉकडाउन खोलने के क़दमों के बीच संतुलन बनाता रहा है. इस संदर्भ में मई में अरब ट्रैवल बाज़ार में दुबई के नागरिक उड्डयन उद्योग के अध्यक्ष ने गर्मियों और उसके बाद के समय में हवाई यात्रियों की संख्या में संभावित वृद्धि को लेकर उम्मीद जताने के साथ ही सतर्क रहने की बात कही. जैसा कि अब हम साल की दूसरी छमाही में प्रवेश कर चुके हैं, ऐसे में कुछ आयोजनों के लिए कोविड नियमों और इसके संप्रेषण (कम्यूनिकेशन) में संशोधन की ज़रूरत है. जैसे- गर्मी का मौसम, फिर स्कूल में वापसी और एक्स्पो 2020.

प्रमुख एयरलाइंस जैसे एमिरेंट्स (Emirates) और ऐतिहाद (Etihad) ने यह सुनिश्चित किया कि उनके चालक दल के सभी सदस्यों को टीका लगाया जा चुका है और उन्हें बचाव के ज़रूरी उपायों के बारे में ट्रेंड किया जा चुका है, ताकि वे सुरक्षित उड़ान के लिए यात्रियों का स्वागत करें. 

स्कूली छात्रों के लिये विशेष पहल

तत्काल के लिए हम उम्मीद करते हैं कि यात्रा और यात्रा परामर्श पर फोकस बना रहे, क्योंकि अब भी वैश्विक स्थिति अस्थिर है और यूएई के लोग देश के बाहर-भीतर हवाई यात्रा करते हैं. एक अनुमान के मुताबिक जुलाई के पहले दो सप्ताहों के दौरान दुबई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के टर्मिनल 3 से 450,000 यात्रियों ने यात्रा की. गर्मी के मौसम के खत्म के साथ ही उम्मीद की जा रही है कि अगले शैक्षणिक साल के लिए सरकार की ओर से गाइडलाइन्स जारी की जाएगी. फिलहाल के लिए एमिरेट्स के स्तर पर शैक्षणिक संस्थाओं ने 100 फीसदी छात्रों के साथ कक्षाएं शुरू करने की मंजूरी दे दी है. जैसा कि बताया जा चुका है कि यह फैसला एक सर्वेक्षण के मूल्यांकन, सभी हित धारकों के साथ सलाह मशविरा और अंतरराष्ट्रीय समुदाय में इसको लेकर चलन की समीक्षा के बाद लिया गया है. हित धारकों में शिक्षक, माता-पिता और कर्मचारी शामिल हैं. हालांकि, दक्षता की भावना और छात्रों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए स्कूलों में डिस्टेंस लर्निंग का विकल्प भी रहेगा. अब हम साल की अंतिम तिमाही में प्रवेश कर रहे हैं. ऐसे में एक्सपो 2020 (जिसमें 200 देशों  2.5 करोड़ विजिटर्स के आने की उम्मीद है) निःसंदेह विजिटर्स और प्रतिभागियों की सुरक्षा को लेकर आगे चर्चा में बना रहेगा. एक्सपो 2020 के आयोजक पहले से ही उनके सुरक्षा प्रोटोकॉल जैसे- थर्मल कैमरा, कर्मचारियों के टीकारण, मास्क पहनने और सैनिटाइजर को लेकर सूचनाएं साझा करने लगे हैं. इस साल पहले ही अपेक्षाकृत कुछ छोटे सम्मेलनों जैसे- जीआईएसईसी, गल्फूड, अरब हेल्थ और अरब ट्रैवल मार्केट के आयोजन के कारण ये प्रोटोकॉल अब आयोजकों, प्रदर्शकों या फिर जनता के लिए नए नहीं हैं.

गर्मी के मौसम के खत्म के साथ ही उम्मीद की जा रही है कि अगले शैक्षणिक साल के लिए सरकार की ओर से गाइडलाइन्स जारी की जाएगी. फिलहाल के लिए एमिरेट्स के स्तर पर शैक्षणिक संस्थाओं ने 100 फीसदी छात्रों के साथ कक्षाएं शुरू करने की मंजूरी दे दी है. 

अंत में यूएई को टेक्नोलॉजी के समर्थन और अनुमोदन के लिए जाना जाता है. सही मायने में महामारी से निपटने और संकट प्रबंधन में स्मार्ट सॉल्युशन्स की भूमिका बेहद अहम रही. यूएई ने ट्रैकिंग और ट्रेसिंग के लिए कई ऐप विकसित और इस्तेमाल किए. इन ऐप्स के जरिए समुदाय के संक्रमित व्यक्ति की पहचान की गई और उन्हें तुरंत सहायता पहुंचाई गई, जिससे कि संक्रमण का रोकथाम किया जा सके. इस तरह इन ऐप्स ने समुदाय की बड़ी सेवा की. कुछ ऐप्स जैसे अल होस्न (Al Hosn) अब यूएई और उसकी सीमा पर आवागमन के लिए एक ज़रूरी सेवा प्रदाता है.

यूएई से काफी कुछ सीखने की ज़रूरत है. यह देश निश्चित रूप से अपनी चुनौतियों को अवसरों में तब्दील कर अपनी सफ़लताओं का दोहन करना जारी रखेगा, क्योंकि यह अपने नागरिकों को एक नई तरह की सामान्य स्थिति की ओर ले जाता है, जो कुछ भी है लेकिन सामान्य है.

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