-
CENTRES
Progammes & Centres
Location
स्लोवाकिया के राष्ट्रपति चुनाव में पीटर पेलेग्रिनी की जीत हुई है. इसके बाद इस बात की आशंका जताई जा रही है कि कहीं अब स्लोवाकिया भी यूक्रेन के मुद्दे पर हंगरी की राह पर ना चल पड़े. ये यूरोपीयन यूनियन को चिंता में डालने वाली ख़बर है.
स्लोवकिया में 23 मार्च को राष्ट्रपति पद के लिए पहले दौर की वोटिंग हुई. इस राउंड में सबसे ज्यादा 42.5 प्रतिशत वोट कोरकोक को जबकि पेलेग्रिनी को 37 फीसदी वोट मिले.
स्लोवाकिया में राष्ट्रपति का पद महज एक सजावटी पद होता है लेकिन राष्ट्रपति के पास कुछ ऐसे अधिकार हैं, जिन्हें काफी महत्वपूर्ण माना जाता है. वो किसी भी विधेयक को वीटो कर सकता है.
स्लोवाकिया का कहना है कि यूक्रेन युद्ध तुरंत रुकना चाहिए. इसका अर्थ ये हुआ कि यूक्रेन के जो हिस्से फिलहाल रूस के कब्ज़े में हैं, वो रूस के पास ही रहेंगे. यानी यूक्रेन को अपने इलाके गंवाने पड़ेंगे.
The views expressed above belong to the author(s). ORF research and analyses now available on Telegram! Click here to access our curated content — blogs, longforms and interviews.
Abhishek Khajuria is a Research Intern with the Strategic Studies Programme at the Observer Research Foundation ...
Read More +