Published on Nov 23, 2020 Updated 0 Hours ago
जारी है हुआवेई से संबंध-विच्छेद: अब इटली ने अपने 5G प्रोजेक्ट से चीनी टेक कंपनी को किया बेदख़ल

अगर 23 अक्टूबर को रॉयटर्स की सूत्रों से आई ख़बर सही है, तो रोम भी हुआवेई (Huawei) को अपने 5G प्रोजेक्ट से बाहर करने वाले स्टॉकहोम, ब्रसेल्स, प्राग और लंदन में शामिल हो गया है. रिपोर्टों के अनुसार कि इतालवी मंत्रिमंडल ने 2.2 अरब यूरो राजस्व वाली टेलीकम्युनिकेशन कंपनी फ़ास्टवेब से कहा है कि हुआवेई इक्विपमेंट का इस्तेमाल न करें.

अब जबकि भू-राजनीतिक गेंद फास्टवेब के पाले में है, इटली से चीन की विदाई हो जाने की उम्मीद की जा रही है.

अब जबकि भू-राजनीतिक गेंद फास्टवेब के पाले में है, इटली से चीन की विदाई हो जाने की उम्मीद की जा रही है. तीन महीने पहले जुलाई 2020 में बोर्ड ऑफ़ टेलीकॉम इटालिया ने हुआवेई को इटली के साथ-साथ ब्राज़ील से भी 5G प्रोजेक्ट से बाहर करने का फैसला लिया था. इस तरह, इटली में हुआवेई को ख़ारिज किए जाने का फ़ैसला कंपनी के बोर्ड के माध्यम से निजी क्षेत्र के निर्देश के द्वारा लिया गया, जबकि लंदन या स्टॉकहोम में वहां की सरकारों ने अपने नागरिकों को बीजिंग की टेक-घुसपैठ से बचाने को सिक्योरिटी वॉल का निर्माण करने के लिए किया है.

हुआवेई पर चीन के साथ इटली का अलगाव इटली की 2 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था के लिए कष्टदायक होगा. पिछले 15 सालों से इटली की अर्थव्यवस्था स्थिर है, इसकी जीडीपी 1.8 ट्रिलियन डॉलर और 2.4 ट्रिलियन डॉलर के बीच रही है. इससे आगे जाने के लिए मार्च 2019 में इटली सात पेज के मेमोरेंडम ऑफ अंडरस्टैंडिंग के माध्यम से चाइनीज़ कम्युनिस्ट पार्टी (CCP) के बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव (BRI) से जुड़ा था.

चीन के सर्वेसर्वा चेयरमैन राष्ट्रपति शी जिनपिंग, सीसीपी और पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के सबसे बड़े सुरक्षा घुसपैठ के उपकरण— हुआवेई को इटली से बाहर करने से रोम को बीआरआई समझौते के दूसरे  पहलुओं पर दबाव का सामना करना पड़ेगा.

चीन के सर्वेसर्वा चेयरमैन राष्ट्रपति शी जिनपिंग, सीसीपी और पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के सबसे बड़े सुरक्षा घुसपैठ के उपकरण— हुआवेई को इटली से बाहर करने से रोम को बीआरआई समझौते के दूसरे  पहलुओं पर दबाव का सामना करना पड़ेगा. शी जिनपिंग की बदला लेने वाली नियमावली के तहत बीजिंग इटली के साथ कल्पित लाभों के नुकसान के लिए धमकाएगा और कठोरता से पेश आएगा, जिसके लिए रोम को तैयार रहने की ज़रूरत होगी.

आख़िर में, हमें बीजिंग से यूरोपीय यूनियन के बड़े अलगाव में हिस्सेदार के रूप में इटली की चीनी 5G इक्विपमेंट के टेक्नोलॉजिकल बहिष्कार को समझने की ज़रूरत है. हुआवेई को ख़ारिज करते हुए इटली ने यूरोपीय ब्लॉक में बड़ा जिओ-इकोनॉमिक दांव लगाया है. ग्रुप-7 का सदस्य होने के नाते इसे बाहर निकालने का दबाव बढ़ा दिया है, और इस फ़ैसले का हुआवेई पर पाबंदी लगाने के लिए बाकी दो ईयू-ग्रुप7 सदस्यों, जर्मनी और फ्रांस पर भी असर पड़ना चाहिए.

हुआवेई को ख़ारिज करते हुए इटली ने यूरोपीय ब्लॉक में बड़ा जिओ-इकोनॉमिक दांव लगाया है. ग्रुप-7 का सदस्य होने के नाते इसे बाहर निकालने का दबाव बढ़ा दिया है, और इस फ़ैसले का हुआवेई पर पाबंदी लगाने के लिए बाकी दो ईयू-ग्रुप7 सदस्यों, जर्मनी और फ्रांस पर भी असर पड़ना चाहिए.

जैसा कि चाइना टेक कंपनी के बारे में पहले चर्चा की गई थी चीन के साथ ईयू के विवाहेत्तर संबंध ख़त्म हो रहे हैं और 27 देशों का समूह अपने उदार और लोकतांत्रिक मूल्यों के साथ घर वापसी कर रहा है; रिश्ते में ज़बरदस्ती का दौर ख़त्म हो रहा है. इस प्रक्रिया में यूरोपियन यूनियन शायद फिर से ख़ुद की खोज करेगा और अपने लोगों के प्रति अधिक ज़िम्मेदार बनेगी: हुआवेई के माध्यम से बीजिंग की घुसपैठ राजनीतिक जोखिम लाती है, जिसका कहीं न कहीं असर पड़ेगा और मतदाता का व्यवहार प्रभावित होगा.

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