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जिस वक़्त दुनिया भर के देश क्रिप्टोकरेंसी के जोख़िम पर विचार-विमर्श कर रहे हैं, उस वक़्त चीन ने क्रिप्टोकरेंसी के इस्तेमाल पर देशव्यापी पाबंदी लगाकर एक प्रहार करने का फ़ैसला लिया है.
सितंबर 2020 क्रिप्टो-टेक इंडस्ट्री के लिए ऐतिहासिक पल साबित हुआ क्योंकि अल सल्वाडोर दुनिया की अग्रणी क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन को क़ानूनी मुद्रा के रूप में इस्तेमाल करने वाला पहला देश बन गया. लेकिन ये ख़ुशी कुछ ही समय के लिए कायम रही. सितंबर के महीने में ही कुछ दिनों के बाद पूरे पैसिफिक में ऊपरी स्तर से की गई कार्रवाई ने क्रिप्टो व्यवस्था में भूचाल ला दिया.
24 सितंबर को चीन की सरकार ने पूरे क्रिप्टोकरेंसी उद्योग के ख़िलाफ़ दो नोटिस जारी किए. राष्ट्रीय विकास और सुधार आयोग (एनडीआरसी) की वेबसाइट पर प्रकाशित एक दस्तावेज़ में क्रिप्टोकरेंसी माइनिंग गतिविधियों को ख़त्म करने का ऐलान किया गया. शी जिनपिंग के ‘नये युग के लिए चीनी विशेषता के साथ समाजवाद पर विचार’ में सूचीबद्ध पारिस्थितिकीय सभ्यता के सिद्धांत पर आधारित दस्तावेज़ में कहा गया है कि चीन की राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था में क्रिप्टोकरेंसी का योगदान ज़्यादा ऊर्जा की ख़पत के बावजूद काफ़ी कम है. इसमें माइनिंग की गतिविधियों पर कार्रवाई के लिए केंद्रीय समन्वय, प्रांतीय ज़िम्मेदारी और शहर और काउंटी के स्तर पर क्रियान्वयन का प्रस्ताव दिया गया है. ये दस्तावेज़ सख़्ती से स्थानीय सरकारों, वित्तीय संस्थानों और ग़ैर-बैंकिंग भुगतान संस्थानों को क्रिप्टोकरेंसी उद्योग के लिए राजकोषीय, कर-निर्धारण और वित्तीय समर्थन देने से रोकता है. ये दस्तावेज़ वित्तीय संस्थानों और ग़ैर-बैंकिंग भुगतान संस्थानों को पहले से जारी कर्ज़ की वसूली का निर्देश देता है. मौजूदा माइनिंग परियोजनाओं से व्यवस्थित तरीक़े से बाहर निकलने में तेज़ी के अलावा अधिसूचना में क्रिप्टोकरेंसी माइनिंग प्रोजेक्ट के शुरुआती काम-काज के सभी पहलुओं की जांच में तेज़ी लाने की बात भी कही गई है. जांच में मुख्य रूप से बिजली की असामान्य ख़पत की निगरानी और विश्लेषण को ज़रिया बनाया जाएगा. दस्तावेज़ में डाटा सेंटर के तौर पर काम करने वाले माइनिंग सेंटर की खामियों का भी ज़िक्र किया गया है. इसमें माइनिंग और ब्लॉकचेन, बिग डाटा, क्लाउड कंप्युटिंग और दूसरे उद्योगों के बीच अंतर करने और डाटा सेंटर एंटरप्राइज़ के क्रेडिट सुपरविजड़न को मज़बूत करने की बात कही गई है.
शी जिनपिंग के ‘नये युग के लिए चीनी विशेषता के साथ समाजवाद पर विचार’ में सूचीबद्ध पारिस्थितिकीय सभ्यता के सिद्धांत पर आधारित दस्तावेज़ में कहा गया है कि चीन की राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था में क्रिप्टोकरेंसी का योगदान ज़्यादा ऊर्जा की ख़पत के बावजूद काफ़ी कम है.
एक और नोटिस में क्रिप्टोकरेंसी के व्यापार पर ध्यान दिया गया है. इसमें चीन के उस रुख़ को दोहराया गया है कि क्रिप्टोकरेंसी एक क़ानूनी मुद्रा नहीं है. इस तरह क्रिप्टोकरेंसी से जुड़ी कारोबारी गतिविधियां एक अपराध है जिनमें विदेशी क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज के द्वारा इंटरनेट के ज़रिए चीन के नागरिकों को सेवा शामिल हैं. इसमें प्रांतीय सरकारों को स्थानीय निगरानी और जल्द चेतावनी के तौर-तरीक़ों को दुरुस्त करने और क्रिप्टोकरेंसी में बढ़ी हुई गतिविधियों की पहचान और खोज के लिए ज़्यादा सटीक और कुशल तरीक़े के साथ ऑनलाइन मॉनिटरिंग और ऑफलाइन छानबीन को एक करने को कहा गया है. प्रादेशिक क्रियान्वयन को मज़बूत करने के अलावा इसमें क्रिप्टो व्यापार में तेज़ी से जुड़े जोख़िम से निपटने के लिए एक काम-काजी व्यवस्था स्थापित करने के लिए विभागीय तालमेल का भी ऐलान किया गया है. इसमें तय किया गया है कि वित्तीय संस्थान और ग़ैर-बैंकिंग भुगतान संस्थान क्रिप्टोकरेंसी से जुड़ी व्यावसायिक गतिविधियों के लिए खाता खोलने, फंड ट्रांसफर, क्लीयरिंग और सेटलमेंट की सेवाएं नहीं मुहैया कराएंगे. इंटरनेट कंपनियां क्रिप्टोकरेंसी से जुड़ी व्यावसायिक गतिविधियों के लिए ऑनलाइन बिज़नेस परिसर, व्यावसायिक प्रदर्शन और मार्केटिंग प्रोत्साहन जैसी सेवाएं मुहैया नहीं करा सकती हैं.
चीन के उस रुख़ को दोहराया गया है कि क्रिप्टोकरेंसी एक क़ानूनी मुद्रा नहीं है. इस तरह क्रिप्टोकरेंसी से जुड़ी कारोबारी गतिविधियां एक अपराध है जिनमें विदेशी क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज के द्वारा इंटरनेट के ज़रिए चीन के नागरिकों को सेवा शामिल हैं.
चीन की तरफ़ से क्रिप्टोकरेंसी को लेकर ताज़ा नियम के बाद क्रिप्टोकरेंसी में भारी गिरावट आई. क्वाइन मार्केट कैप के आंकड़े के मुताबिक़ चीन की तरफ़ से घोषणा के तीन घंटे के भीतर बिटकॉइन में 9 प्रतिशत की गिरावट आई. चीन की अधिसूचना में चीन के नागरिकों को सेवा देने वाले विदेशी एक्सचेंज को भी नियम के दायरे में रखा गया है. ऐसे में कुछ एक्सचेंज जैसे हुओबी ने तुरंत घोषणा की कि वो अब मेनलैंड चीन के ग्राहकों को सेवा मुहैया नहीं कराएगा. क्रिप्टोकरेंसी के कुछ समर्थक अटकलें लगाते हैं कि “चीन के क्रिप्टो व्यापारी विकेंद्रीकृत वित्त या विकेंद्रीकृत वित्त प्लैटफॉर्म- ब्लॉकचेन आधारित संगठन जो कई सेवाएं मुहैया करा सकते हैं और किसी एक पार्टी या कंपनी द्वारा नाममात्र की नियंत्रित नहीं हों, की ओर खिसक सकते हैं.”
चीन का फ़ैसला अचानक नहीं आया. इस साल मई में चीन के तीन वित्तीय स्वनियमन संस्थानों- नेशनल इंटरनेट फाइनेंस एसोसिएशन ऑफ चाइना, चाइना बैंकिंग एसोसिएशन और पेमेंट एंड क्लीयरिंग एसोसिएशन ऑफ चाइना ने निवेशकों को क्रिप्टो के काल्पनिक व्यापार की चेतावनी दी और वित्तीय संस्थानों और भुगतान कंपनियों को क्रिप्टो के लेनदेन से जुड़ी सेवाएं देने पर पाबंदी लगा दी. इससे क्रिप्टो माइनर्स को चीन से बाहर जाने का प्रोत्साहन मिला. वैसे तो चीन पिछले एक दशक से क्रिप्टोकरेंसी को लेकर डर, अनिश्चितता और शक का माहौल बना रहा है लेकिन क्रिप्टोकरेंसी और क्रिप्टो एक्सचेंज ने अभी तक अच्छा प्रदर्शन किया है. लेकिन इस बार हालात पहले की तरह नहीं हैं. ये क्रिप्टोकरेंसी पर सबसे व्यापक दिशानिर्देश हैं जिसे दिग्गज एजेंसियों ने मंज़ूरी दी है जिनमें पीपुल्स बैंक ऑफ चाइना, साइबर स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन ऑफ चाइना, सुप्रीम पीपुल्स कोर्ट, सुप्रीम पीपुल्स प्रोक्युरेटोरेट (सबसे बड़े वकील का दफ़्तर), उद्योग और सूचना तकनीक मंत्रालय, लोक सुरक्षा मंत्रालय, स्टेट एडमिनिस्ट्रेशन ऑफ मार्केट सुपरविज़न, चाइना बैंकिंग एंड इंश्योरेंस रेगुलेटरी कमीशन, सेक्युरिटीज़ रेगुलेटरी कमीशन और फॉरेन एक्सचेंज ब्यूरो शामिल हैं.
वैसे तो चीन पिछले एक दशक से क्रिप्टोकरेंसी को लेकर डर, अनिश्चितता और शक का माहौल बना रहा है लेकिन क्रिप्टोकरेंसी और क्रिप्टो एक्सचेंज ने अभी तक अच्छा प्रदर्शन किया है. लेकिन इस बार हालात पहले की तरह नहीं हैं.
दिखने में इसका मुख्य उद्देश्य अवैध और आपराधिक गतिविधियों जैसे जुआ, ग़ैर-क़ानूनी ढंग से फंड इकट्ठा करने, धोखाधड़ी, अवैध निवेश, मनी लॉन्ड्रिंग, और लोगों की संपत्ति की सुरक्षा को ख़तरे में डालने पर रोक लगाना है. इसके अलावा बिजली की भारी ख़पत वाली माइनिंग गतिविधियों पर पाबंदी चीन के कार्बन तटस्थता के लक्ष्य का समर्थन करती है. साथ ही सरकारी डिजिटल करेंसी- डिजिटल चाइनीज़ युआन- भी इस क़दम को उठाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कारण है.
दुनिया भर की सरकारों की एक साझा चिंता है कि निजी संचालन वाली बेहद उथल-पुथल से भरी डिजिटल करेंसी उनकी वित्तीय और मौद्रिक प्रणाली के लिए एक ख़तरा है. इसलिए वो अपने केंद्रीय बैंक की डिजिटल करेंसी को शुरू करने के दिशा में काम कर रही हैं. चीन के शुरुआती क़दम उनके लिए एक सबक़ साबित हो सकते हैं.
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Saranya was a Research Assistant with the Centre for Security Strategy and Technology (CSST). Her research interests are domestic politics of China Sino-Indian ties Sino-US ...
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