पृथ्वी के पास ऑर्बिटल स्पेस एक जटिल प्रणाली और एक ऐसा सीमित संसाधन है जो कि भू-राजनीतिक और व्यावसायिक तौर पर विवादित है. इसको पर्यावरणीय सुरक्षा की सख़्त ज़रूरत है. जटिल प्रणाली के तौर पर इसमें शामिल तत्वों के बारे में पूरी तरह जानकारी नहीं है और अन्य बातों के साथ-साथ अज्ञात परस्पर निर्भरता, भागीदारों के बीच प्रतिस्पर्धा और व्यक्तिगत भागीदारों और पर्यावरण के बीच एक जैसा संबध नहीं होने की वजह से इसका प्रतिरूप बनाना सहज रूप से मुश्किल है.
अंतरिक्ष क़ानून के अलग-अलग दस्तावेज़ जैसे 1967 की बाहरी अंतरिक्ष संधि नुक़सानदायक हस्तक्षेप से परहेज करते हुए शांतिपूर्ण उद्देश्यों के लिए अंतरिक्ष के मुक्त और निर्बाध इस्तेमाल को बढ़ावा देते हैं. मुक्त और निर्बाध इस्तेमाल की परिभाषा सख़्ती के साथ नहीं दी गई है और इस तरह उनकी व्याख्या और क्रियान्वयन को खुला छोड़ दिया गया है.
अंतरिक्ष क़ानून के अलग-अलग दस्तावेज़ जैसे 1967 की बाहरी अंतरिक्ष संधि नुक़सानदायक हस्तक्षेप से परहेज करते हुए शांतिपूर्ण उद्देश्यों के लिए अंतरिक्ष के मुक्त और निर्बाध इस्तेमाल को बढ़ावा देते हैं. मुक्त और निर्बाध इस्तेमाल की परिभाषा सख़्ती के साथ नहीं दी गई है और इस तरह उनकी व्याख्या और क्रियान्वयन को खुला छोड़ दिया गया है. वैसे तो ऑर्बिटल स्पेस के लिए कोई पदवी या दस्तावेज़ नहीं है लेकिन किसी भी ऑर्बिटल हाइवे के लिए एक सीमित ढुलाई की क्षमता है. इस तरह जो कोई भी ये क्षमता पहले हासिल करता है, उसकी जीत होती है. इसकी वजह से ऑर्बिटल समाधान और कब्ज़े के लिए व्यावसायिक रेस शुरू हो गई है. अलग-अलग देशों के द्वारा अंतरिक्ष संसाधनों के इस्तेमाल ने अंतरिक्ष के क्षेत्र में कुछ प्रमुख देशों जैसे अमेरिका, रूस और चीन की तरफ़ से सैन्य इस्तेमाल की धमकी की ओर बढ़ाया है. ख़राब भाषा और व्यवहार के साथ ये बाहरी अंतरिक्ष में हथियारों की रेस के रूप में दिख रहा है. अंतरिक्ष सुरक्षा को लेकर सबसे प्रमुख मुद्दा किसी ख़तरे के बारे में पहले से बताना या उसकी पहचान करने की क्षमता है. किसी ख़तरे को निम्नलिखित तीन चीज़ों के आधार पर पहचाना जा सकता है: अवसर, क्षमता और नुक़सान करने की मंशा. नुक़सान करने के अवसर को आमतौर पर सेंसर और एस्ट्रोडायनामिक्स के साथ आंका जा सकता है. क्षमता ज़्यादा चुनौतीपूर्ण है क्योंकि ये भौतिकी शास्त्र के बारे में नहीं बल्कि हार्डवेयर और पेलोड्स के साथ-साथ सवालों में घिरे सैटेलाइट की भौतिक विशेषता के बारे में है.
मापने में सबसे मुश्किल चीज़ इच्छा है क्योंकि कोई भी सेंसर ये तय नहीं कर सकता है. इसके नतीजतन इच्छा को लेकर सबसे ज़्यादा अनिश्चितता है. कालमैन फिल्टर के सह-आविष्कारक रुडोल्फ एमिल कालमैन ने एक बार सही कहा था, “अनिश्चित आंकड़े तब तक सही मॉडल प्रदान नहीं कर सकते हैं जब तक कि मूलभूत अनिश्चितता को हटाने के लिए पूर्वाग्रह को उत्तरदायी नहीं ठहराया जाए.” चूंकि हम इच्छा नहीं जानते हैं इसलिए अंतरिक्ष में तथाकथित डुअल-यूज़ तकनीक होने के तथ्य को देखते हुए (कई चीज़ों में नुक़सान पहुंचाने का अवसर और क्षमता है) हम सरल रूप से पूर्वाग्रह को प्रयोग में लाते हैं और अपनी अज्ञानता की मौजूदगी में ख़राब इरादा समझ बैठते हैं. ये ऐसा व्यवहार नहीं है जो एक समान अंतरिक्ष की गतिविधियों या टिकाऊ पर्यावरण की स्थापना करने की ओर ले जाए. जब अंतरिक्ष की गतिविधियों के किरदार बड़ी संख्या में दूसरों के भीतर सबसे ख़राब स्थिति को भांपने में ग़लती करते हैं तो इसका नतीजा हर किसी के लिए हानिकारक होना निश्चित है.
ये ऐसा व्यवहार नहीं है जो एक समान अंतरिक्ष की गतिविधियों या टिकाऊ पर्यावरण की स्थापना करने की ओर ले जाए. जब अंतरिक्ष की गतिविधियों के किरदार बड़ी संख्या में दूसरों के भीतर सबसे ख़राब स्थिति को भांपने में ग़लती करते हैं तो इसका नतीजा हर किसी के लिए हानिकारक होना निश्चित है.
ये बातें उन प्रोटोकॉल और पद्धतियों को विकसित करने और उनके व्यापक क्रियान्वयन पर ज़ोर देता है जो अंतरिक्ष के संचालन और उसकी गतिविधियों के पहलुओं का समाधान कर सके. ऑर्बिटल युद्धाभ्यास, स्थिति का फिर से निर्धारण और गतिविधियों का समन्वय और योजना बनाना पारदर्शिता और भरोसा बहाली उपायों की तरह काम कर सकता है. ये वो प्रमाण मुहैया कराएंगे जिससे उस अमान्य परिकल्पना को ख़ारिज किया जा सकता है कि दूसरे अंतरिक्ष की चीज़ें उनकी परिसंपत्ति और क्षमता को नुक़सान पहुंचाने का इरादा रखती हैं. इसके अलावा अंतरिक्ष की सुरक्षा से जुड़ी दूसरी पद्धति जो मददगार हो सकती हैं वो हैं डाटा बेस और रजिस्ट्री के परस्पर संदर्भ के साथ-साथ साझा अंतरिक्ष कार्यक्षेत्र को साझा करने वाले भागीदारों की अंतरिक्ष में गतिविधियों की परस्पर निगरानी और आकलन.
स्पेस ट्रैफिक फुटप्रिंट की सांख्यकी ज़रूरी
जहां तक बात पृथ्वी के पास अंतरिक्ष की पर्यावरणीय सुरक्षा की है तो ज़रूरत स्पेस ट्रैफिक फुटप्रिंट (एसटीएफ) की परिभाषा की है जिसे ढीले-ढाले रूप से किसी मानवजनित अंतरिक्ष के पदार्थ के द्वारा दूसरे की सुरक्षा और निरंतरता पर बोझ के रूप में समझा जा सकता है. उदाहरण के साथ समझाएं तो जब कोई नया ड्राइवर गाड़ी चलाने लगता है तो वो पैदल चलने वाले सभी लोगों और दूसरे ड्राइवर के लिए बोझ बन जाता है. अगर लोग उस ड्राइवर को जानते हैं और उसके अगले क़दम का सटीक पूर्वानुमान भी कर सकते हैं तब भी लोगों को अपने जोख़िम और स्थिति का आकलन करते समय उस ड्राइवर का ध्यान रखना चाहिए. इस तरह की गणना में एक बोझ शामिल होता है और इस तरह ये एक ग़ैर-शून्य निशान है. स्पेस ट्रैफिक फुटप्रिंट को एक सांख्यिकीय सूचकांक होने की ज़रूरत हो सकती है जिसमें दूसरी बातों के अलावा आकार, स्वरूप, कौशल क्षमता, रूप-रेखा, पता लगाने की क्षमता, इत्यादि से जुड़े मिले-जुले सूचक शामिल होंगे. \
स्पेस ट्रैफिक फुटप्रिंट को एक सांख्यिकीय सूचकांक होने की ज़रूरत हो सकती है जिसमें दूसरी बातों के अलावा आकार, स्वरूप, कौशल क्षमता, रूप-रेखा, पता लगाने की क्षमता, इत्यादि से जुड़े मिले-जुले सूचक शामिल होंगे.
स्पेस ट्रैफिक फुटप्रिंट के साथ ऑर्बिटल ढुलाई क्षमता की परिभाषा की ज़रूरत है जिसे उस वक़्त ज़रूरत से ज़्यादा समझा जा सकता है जब हमारे फ़ैसले और कार्रवाई अंतरिक्ष की सेवाओं और क्षमताओं के नुक़सान, रुकावट या दुर्दशा को कुछ तय सीमा से पहले नहीं रोक सकते हैं. एक बार स्पेस ट्रैफिक फुटप्रिंट और ऑर्बिटल ढुलाई क्षमता की परिभाषा और इस्तेमाल तय हो जाने के बाद एक मात्रात्मक तौर-तरीक़ा होगा जिस पर अंतरिक्ष के ट्रैफिक और गतिविधियों की संयुक्त रूप से व्यवस्था और समन्वय किया जा सकता है. वास्तव में ये स्थिरता मीट्रिक अंतरिक्ष बीमा कंपनियों को प्रीमियम और, शायद, जुर्माने के ज़रिए अंतरिक्ष के ट्रैफिक की व्यवस्था में एक भूमिका होने की स्वीकृति देंगे. इसके अलावा एक सक्रिय मलबा हटाने वाले बाज़ार का अस्तित्व बन सकेगा और वो टिकाऊ भी होगा क्योंकि लोगों के बीच से किसी मलबे को हटाने का पर्यावरणीय या वित्तीय फ़ायदा होगा.
समुद्री रक्षा क़ानून- संविदात्मक और शुद्ध- को पृथ्वी के नज़दीक अंतरिक्ष में लागू किया जा सकता है. अंतरिक्ष में लॉन्च करने वाले देश के अधिकार क्षेत्र में संविदात्मक रक्षा क़ानून को सक्रिय मलबा हटाने में अपनाया जा सकता है. वो मलबा जिन्हें देखा जा सकता है लेकिन जिनको छोड़ने वाले देश के बारे में पता नहीं है, उन पर शुद्ध रक्षा क़ानून अपनाया जा सकता है जहां पहले से व्यवस्था के बिना किसी संस्था के द्वारा ऑर्बिट से स्पेस ट्रैफिक फुटप्रिंट हटाने पर उनकी भरपाई की जा सकती है और इस तरह उसकी ढुलाई क्षमता उसे वापस हो जाएगी.
अंतरिक्ष में लॉन्च करने वाले देश के अधिकार क्षेत्र में संविदात्मक रक्षा क़ानून को सक्रिय मलबा हटाने में अपनाया जा सकता है. वो मलबा जिन्हें देखा जा सकता है लेकिन जिनको छोड़ने वाले देश के बारे में पता नहीं है, उन पर शुद्ध रक्षा क़ानून अपनाया जा सकता है
ये निश्चित है कि इनमें से किसी भी प्रस्तावित गतिविधि या तौर-तरीक़े को विकसित या लागू करना आसान नहीं होगा लेकिन दूसरे क्षेत्रों में उनकी सफलता के उदाहरण हैं और उनसे जो सबक़ सीखे गए हैं उनका इस्तेमाल हम संभावित ख़तरे से परहेज करने में कर सकते हैं. पृथ्वी के पास का अंतरिक्ष ऐसा होने के लिए हम पर निर्भर है.
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