Published on Mar 27, 2024 Updated 0 Hours ago

अब जबकि सेशेल्स कोविड19 के संकट के चलते अपने लिए एक लंबी दूरी की नीति बना रहा है, तो ऐसे में उसके पास अपने पर्यटन उद्योग को आने वाले समय और भविष्य के अनुरूप आकार देने का अवसर भी है.

कोविड-19 और टूरिज्म: कुछ बदलावों के साथ पर्यटन उद्योग की तरफ़ सेशेल्स की वापसी

वैश्विक महामारी के रूप में कोविड19 के प्रकोप से निपटकर हिंद महासागर के द्वीपसमूह राष्ट्र सेशेल्स ने एक नए चरण में प्रवेश किया है और इसके साथ ही सेशेल्स ने अपने अंतरराष्ट्रीय पर्यटन उद्योग को फिर से खोलने संबंधी प्रबंधन भी किया है. इस साल के अप्रैल महीने में कोरोनावायरस के 11 मामलों की घोषणा के बाद, महामारी की रोकथाम के लिए देश में लॉकडाउन संबंधी उपाय लागू किए गए. महामारी के सामुदायिक प्रसार के कुछ संकेत भी मिले, लेकिन मामलों की रोकथाम होने के साथ, धीरे-धीरे सख़्ती कम हुई और लॉकडाउन हटाए जाने संबंधी क़दम उठाए गए. जून के महीने में, निजी जेट विमानों के ज़रिए आने वाले पर्यटकों को सेशेल्स के बाहरी द्वीप रिसॉर्ट्स में आने की अनुमति देने का निर्णय लिया गया. अब इस महीने, पर्यटन और व्यापार संबंधी कारणों के लिए आने वालों के लिए अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डों को फिर से खोल दिया गया है. वर्तमान में, सेशेल्स में कोरोनावायरस के 132 मामलों की पुष्टि हुई है, जो मुख्य रूप से मछली पकड़ने के लिए चलने वाली नावों पर सवार लोगों से संबंधित मामले हैं. सवाल यह है कि सेशेल्स में कोविड19 के अपेक्षाकृत कम मामलों और इससे संबंधित मौतों की संख्या शून्य होने के बावजूद, कोविड19 ने इस द्वीप और यहां रह रहे लगभग 95,000 लोगों के जीवन पर क्या कोई प्रतिकूल प्रभाव डाला? साथ ही पर्यटन उद्योग को पटरी पर लाने के लिए क्या क़दम उठाए गए?

स्वास्थ्य और सुरक्षा संबंधी क़दम

सेशेल्स द्वीप समूह में कोविड19 के ज़्यादातर मामले आयातित थे और इसके चलते लॉकडाउन को खोलने और एक बार फिर बाहर से आए लोगों को द्वीप पर आने की इजाज़त देने के लिए कड़े स्वास्थ्य और सुरक्षा संबंधी नियमों की आवश्यकता पर ज़ोर दिया गया है. विदेश से आने वालों को कम, मध्यम या उच्च जोखिम वाले देशों की श्रेणी में बांटा जाएगा और इसी के आधार पर उनके लिए स्वास्थ्य और सुरक्षा संबंधी प्रक्रियाएं तय होंगी. यात्रियों के लिए नेगेटिव कोविड19 पीसीआर परीक्षण का प्रमाण दिखाना अनिवार्य होगा, जो बोर्डिंग से 72 घंटे पहले से अधिक पुराना न हो. इसके अलावा सेशेल्स ने एक सुरक्षित पर्यटन प्रमाण पत्र भी विकसित किया है, जो यह बताएगा कि किन जगहों पर सुरक्षा उपायों का पूरी तरह पालन किया जा रहा है. यात्रियों और पर्यटकों के लिए ‘सुरक्षित’ अनुभव सुनिश्चित करने के लिए, यात्रियों को केवल इन ‘प्रमाणित’ प्रतिष्ठानों पर ही रहने की अनुमति होगी.

इस महामारी ने पर्यटन क्षेत्र से जुड़े लोगों और हितधारकों को पर्यटन उद्योग पर अधिक लचीलेपन और एक टिकाऊ मॉडल के रूप में पुनर्विचार करने के लिए प्रेरित किया है. महामारी के संभावित प्रसार को रोकने के उपायों के साथ, सेशेल्स खुद को दुनिया के सबसे सुरक्षित यात्रा स्थलों में से एक के रूप में बाज़ार में स्थापित करना चाहता है.

इस महामारी ने पर्यटन क्षेत्र से जुड़े लोगों और हितधारकों को पर्यटन उद्योग पर अधिक लचीलेपन और एक टिकाऊ मॉडल के रूप में पुनर्विचार करने के लिए प्रेरित किया है. महामारी के संभावित प्रसार को रोकने के उपायों के साथ, सेशेल्स खुद को दुनिया के सबसे सुरक्षित यात्रा स्थलों में से एक के रूप में बाज़ार में स्थापित करना चाहता है. एक सुरक्षित जगह के रूप में सेशेल्स की ब्रांडिंग, संभावित पर्यटकों को अपील करेगी, यानी वो लोग जो कई महीनों से लगातार अपने घरों तक सीमित हैं, और महामारी के ख़तरों के डर से बाहर नहीं निकल रहे. हालांकि, आर्थिक दृष्टि से देखें तो हवाई अड्डों को फिर से खोलने से तत्काल कोई सकारात्मक प्रभाव होने का अनुमान नहीं है, क्योंकि देश के मुख्य पर्यटन क्षेत्रों पर अभी भी यात्रा संबंधी प्रतिबंध लगे रहने की संभावना है.

आर्थिक परिदृश्य

इस परिदृश्य से पता चलता है कि महामारी ने सेशेल्स के अधिकारियों को स्वास्थ्य और आर्थिक संपन्नता के बीच चुनाव करने जैसा मुश्किल विकल्प दिया. साल 2019 में 384,201 पर्यटकों के आगमन के साथ सेशेल्स के सकल घरेलू उत्पाद में पर्यटन और यात्रा क्षेत्र का प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष योगदान कुल 67.1 प्रतिशत रहा. अर्थव्यवस्था में पर्यटन के इस प्रभावी योगदान पर, कोविड19 के चलते यात्राओं पर लगे प्रतिबंध का, खासा असर पड़ा है. माना जा रहा है कि इस वर्ष अर्थव्यवस्था में 10 प्रतिशत से अधिक कि गिरावट दर्ज होगी. सरकार के इन अनुमानों के बीच कि मंदी के कारण बेरोज़गारी बढ़ी है, अब माना जा रहा है कि 4000 से अधिक कर्मचारी अंततः अपनी नौकरी खो सकते हैं. पर्यटन-जनित विदेशी मुद्रा आय में कमी और देश की आयात पर निर्भरता ने कुछ महीनों के भीतर ही अमेरिकी डॉलर के मुकाबले सेशेल्स के रुपये में 20 प्रतिशत से अधिक की गिरावट देखी गई.

इसका मतलब है कि महामारी ने स्वास्थ्य संकट को एक आर्थिक और सामाजिक संकट में बदल कर इसे और जटिल बना दिया है. ऐसे में कई बचाव क़दम उठाए गए हैं. सेंट्रल बैंक ऑफ सेशेल्स ने मौद्रिक नीति दर को समायोजित करके, प्रभावित व्यक्तियों और व्यवसायों की सहायता के लिए ऋण सुविधाओं की स्थापना की. साथ ही सरकारी प्रतिभूतियों की पुनर्खरीद और पुनर्विक्रय की अनुमति देने वाली नीति भी पेश की है. उन कर्मचारियों की मदद के लिए जिन्हें मंदी के दौर में अपनी नौकरी से हाथ धोना पड़ा, सरकार ने एक अस्थायी कर्मचारी परागमन योजना तैयार की, ताकि उन्हें नए काम में लगाया जा सके. इसके अलावा, प्रभावित व्यवसायों में जॉब रिटेनशन प्रोग्राम चलाने के लिए वित्तीय सहायता स्थापित की गई थी ताकि व्यापार संगठन अपने कर्मचारियों को लगातार वेतन का भुगतान कर सकें. हाल ही में, सेशेल्स के बाहर सभी गैर-सेशेल्स नागरिकों के लाभकारी व्यावसायिक परमिट तत्काल प्रभाव से रद्द कर दिए गए थे, जिसके चलते कुशल विदेशी श्रमिकों पर निर्भर कुछ संगठनों को मुश्किलों का सामना करना पडा.

राजनीतिक परिदृश्य  

इस मुश्किल भरे समय में, 20 अफ्रीकी देशों के अलावा सेशेल्स में भी इस साल चुनाव होने हैं. कोविड19 की वजह से बजट में कमी का हवाला देते हुए, यह घोषणा की गई कि राष्ट्रपति पद और राष्ट्रीय विधानसभा दोनों के चुनाव अक्टूबर में तीन दिन की अवधि में एक साथ होंगे.

परंपरागत रूप से, सेशल्स के चुनाव अलग-अलग द्वीपों में बनाए गए मतदान केंद्रों और कागज़ के बैलट के ज़रिए मतदान से होते हैं. यही वजह है कि चुनाव और प्रशासनिक अधिकारी संभावित स्वास्थ्य जोखिमों के बारे में सर्तक रहेंगे, क्योंकि भीड़भाड़ वाले मतदान केंद्रों में सामाजिक दूरी बनाए रखना मुश्किल हो सकता है और साथ ही सतह के ज़रिए संक्रमण व कम प्रतिरोधक क्षमता वाले (immunocompromised) मतदाताओं जैसे बुज़ुर्ग या बीमार व्यक्तियों के लिए ख़तरा बढ़ सकता है

इस मुश्किल भरे समय में, 20 अफ्रीकी देशों के अलावा सेशेल्स में भी इस साल चुनाव होने हैं. कोविड19 की वजह से बजट में कमी का हवाला देते हुए, यह घोषणा की गई कि राष्ट्रपति पद और राष्ट्रीय विधानसभा दोनों के चुनाव अक्टूबर में तीन दिन की अवधि में एक साथ होंगे.

समुदाय और कोविड का संकट  

कोविड19 ने द्वीप पर रहने वालों की जीवनशैली को प्रभावित कर उनके ज़िंदगी जीने के तरीके को भी बदला है. निवास संबंधी परमिट धारकों और सेशेल्स के नागरिकों को विदेश यात्राओं पर जाने से हतोत्साहित किया जा रहा है, क्योंकि देश में वापस लौटने पर उन्हें क्वारंटीन संबंधी नियमों का पालन करना होगा. विदेशों में अपनी डिग्री पूरी करने की उम्मीद करने वाले छात्रों ने बजट में कटौती के कारण 2021 तक अपनी कोशिशों को स्थगित कर दिया है. सेशेल्स द्वीप समूह की सार्वजनिक बस परिवहन प्रणाली, अंतर-द्वीप नावों और उड़ानों पर यात्रा के दौरान मास्क पहनना अब अनिवार्य है. हालाँकि, सामान्य ज़िंदगी के ये नए नियम अपनाना और इन्हें कड़ाई से लागू करना आसान नहीं रहा है. पब्लिक हेल्थ कमिश्नर के अनुसार, हर कोई सामाजिक दूरी से संबंधित नियमों का पालन नहीं कर रहा है. यदि इन दिशा-निर्देशों के प्रति लोग बेपरवाह रहे तो तो स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के मुताबिक, कुछ सार्वजनिक स्थानों पर फेस-मास्क पहनना अनिवार्य किया जा सकता है.

भले ही सेशेल्स उन चुनिंदा देशों में से है, जहां कोविड19 को उसके प्रारंभिक प्रकोप के बाद जल्द ही नियंत्रित कर लिया गया, लेकिन यह किसी भी रूप में अधिकारियों और प्रशासन के लिए ढीले पड़ने की गुंजाइश पैदा नहीं करता.

यदि सभी नहीं, तो अधिकांश संगठन अब स्वास्थ्य दिशानिर्देशों का पालन करते हैं जिनके तहत महामारी की रोकथाम के उपायों का सम्मान करते हुए उन्हें अपने संचालन और तौर-तरीकों को परिभाषित करना होता है. उदाहरण के लिए, तापमान की जाँच, हाथ धोना व बार-बार हाथों की सफ़ाई के अलावा आने वाले यात्रियों और पर्यटकों से संपर्क की पूरी जानकारी को विवरण के रूप में प्रस्तुत करना अब अधिकांश व्यवसायों के लिए ज़रूरी है. खासतौर पर, इस संकट के दौरान तकनीक और प्रौद्योगिकी की भूमिका बेहद बढ़ गई है. स्वास्थ्य विभाग और अन्य एजेंसियों की प्रेस कॉन्फ्रेंस के अलावा लगातार चलाए जा रहे जागरुकता अभियानों ने लोगों को न सिर्फ़ ज़रूरी सूचनाएं दी हैं, बल्कि तेज़ी से बदलती महामारी की स्थिति में फैलने वाली गलत सूचनाओं और अफ़वाहों से लड़ने में भी लोगों और प्रशासन की मदद की है. कई संगठनों ने अपने व्यवसाय के मॉडल डिजिटल रूप में परिवर्तित कर उन्हें इंटरनेट के माध्यम से लोगों के लिए उपलब्ध कराया है. साथ ही दिग्गज टेलीकॉम और केबल व वायरलेस कंपनियों ने लोगों की सुविधा और घर बैठे भुगतान के लिए पेपरलेस बिलिंग शुरू की है. इसके अलावा सेशेल्स विश्वविद्यालय ने ऑनलाइन शिक्षण विधियों को आगे बढ़ाया और सेशेल्स पर्यटन बोर्ड ने द्वीपों पर इलेक्ट्रॉनिक भुगतान संबंधी सेवाओं को बढ़ावा देने के लिए वीज़ा कंपनी के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं.

कोविड19 के बाद

उच्च आय वाले देश के रूप में वर्गीकृत होने के अलावा, सेशेल्स ने अफ्रीका में प्रति व्यक्ति सबसे अधिक सकल घरेलू उत्पाद भी दर्ज किया है. हालांकि, इससे इस द्विपीय देश पर कोविड19 के नकारात्मक सामाजिक-आर्थिक प्रभाव कम नहीं हो पाए हैं. बल्कि महामारी की स्थिति ने सेशेल्स के सामने मौजूद विभिन्न चुनौतियों जैसे- सीमित स्वास्थ्य संसाधन और योग्य स्वास्थ्यकर्मियों की कमी को न सिर्फ उजागर किया है, बल्कि बढ़ाया भी है. भले ही सेशेल्स उन चुनिंदा देशों में से है, जहां कोविड19 को उसके प्रारंभिक प्रकोप के बाद जल्द ही नियंत्रित कर लिया गया, लेकिन यह किसी भी रूप में अधिकारियों और प्रशासन के लिए ढीले पड़ने की गुंजाइश पैदा नहीं करता. मुख्य रूप से कोविड19 अब भी एक स्वास्थ्य संकट बना हुआ है, और इसके दीर्घकालिक प्रबंधन के लिए एक अधिक महत्वपूर्ण राष्ट्रीय-समन्वित नीति और व्यवस्था को अपनाना ज़रूरी है. सेशेल्स हॉस्पिटैलिटी एंड टूरिज़्म एसोसिएशन के अभियान टूरिज्म: हर किसी का व्यवसाय,’ के तहत स्वास्थ्य अधिकारियों ने चेतावनी दी है कि यदि कोविड19 को वास्तविक रुप में हराना और उससे निपटने में सफलता हासिल करना, इस बात पर निर्भर करता है कि आम लोग निर्धारित दिशानिर्देशों का किस हद तक पालन करते हैं. अधिकारियों ने लोगों से अपील की है कि वो तीन स्तरों पर कोविड के ख़िलाफ़ लामबंद हों- रोकथाम, सतर्कता और शारीरिक दूरी व स्वच्छता. उनके मुताबिक यह तीन स्तंभ ही देश को कोविड19 से बचाने में क़ामयाब हो सकते हैं. अब जबकि सेशेल्स कोविड19 के संकट के चलते अपने लिए एक लंबी दूरी की नीति बना रहा है, तो ऐसे में उसके पास अपने पर्यटन उद्योग को आने वाले समय और भविष्य के अनुरूप आकार देने का अवसर भी है.

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