Published on Jun 12, 2023 Updated 0 Hours ago
AICTE LITE NEP 2020 एडटेक क्लासरूम: शुरुआती नतीजे मानसिकता में बदलाव की ज़रूरत पर बल देते हैं

जून 2021 में, अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (AICTE) ने लीडरशिप इन टीचिंग एक्सीलेंस (LITE) कार्यक्रम की घोषणा की थी. इस कार्यक्रम का उद्देश्य राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) 2020 के 'सिद्ध ऑनलाइन माध्यम से आधुनिक सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग ज्ञान उपलब्ध करवानेके लक्ष्य को हासिल करना है. इसके लिए भारत भर के विश्वविद्यालयों और AICTE से संबद्ध इंजीनियरिंग कॉलेजों के 100,000 फैकल्टी सदस्यों और 24 मिलियन छात्रों को प्रुवन ऑनलाइन टीचिंग-लर्निंग मेथड्‌स यानी सिद्ध ऑनलाइन प्रशिक्षण शिक्षण और सीखने के तरीके' का प्रशिक्षण दिया जाना है. LITE इन विश्वविद्यालयों और संबद्ध संस्थानों को शिक्षा मंत्रालय के राष्ट्रीय शिक्षा गठबंधन प्रौद्योगिकी (NEAT) कार्यक्रम के माध्यम से सरकार के नेतृत्व वाले उद्योग-अकादमिक गठबंधन में शामिल होने का एक नया अवसर प्रदान करता है. 

कार्यक्रम के इंडस्ट्री पार्टनर, Pupilfirst द्वारा LITE के तहत नामांकित संकाय और छात्रों को नए और उभरते क्षेत्रों में प्रशिक्षित किया जाता है. इसके बाद, वे AICTE के 'परिवर्तन के ब्रांड एंबेसडर' बन जाते हैं और NEP 2020 के अनुरूप अपने ज्ञान और कौशल को कक्षाओं में लाने के लिए LITE फैकल्टी समन्वयक के रूप में कार्य करते हैं.

LITE का पहला दौर दो कार्यक्रमों की पेशकश करता है जिनकी उद्योग में काफ़ी मांग है, i) एडवांस्‌ड वेब डेवलपमेंट (WD); और ii) इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी); इसमें प्रत्येक में तीन पाठ्यक्रम शामिल हैं, उदाहरण के लिए, WD101, WD 201 और WD301. इन पाठ्यक्रमों के लिए 'मॉडल पाठ्यक्रम' उद्योग के विशेषज्ञों द्वारा विकसित किए गए हैं और AICTE की वेबसाइट पर उपलब्ध हैं. फैकल्टी सदस्य मुफ़्त में प्रशिक्षण प्राप्त करते हैं, जबकि छात्र उद्योग भागीदारों द्वारा दी जाने वाली छात्रवृत्ति का उपयोग कर सकते हैं. प्रशिक्षण के बाद, संकाय सदस्य अपने घरेलू संस्थानों में एक माइनर डिग्री (18-20 क्रेडिट) की शुरुआत करते हैं, जिससे ऑनलाइन शिक्षा में सर्वोत्तम प्रथाओं और उद्योग भागीदारों द्वारा विकसित पाठ्यक्रम और सामग्री को उनकी कक्षाओं में मुख्यधारा में लाने में मदद मिलती है. वे पाठ्यक्रम के पिछले संस्करणों में शामिल रहे छात्रों के एक पुल से तैयार किए गए इंडस्ट्री कोचेस्‌, कम्युनिटी एंगेजमेंट मैनेजर और पेड टीचिंग असिस्टंट्‌स (TA) की सहायता लेते हैं. अनेक संकाय सदस्यों के फीडबैक से संकेत मिलता है कि वे लगातार अपडेट होने वाले एक उद्योग-प्रासंगिक पाठ्यक्रम को पढ़ाने से खुश हैं. इस कार्यक्रम में शामिल होने वाले विश्वविद्यालयों और कॉलेजों में सभी शैक्षणिक विषयों के छात्रों को माइनर डिग्री प्रदान की जाती है और उन्हें प्लेसमेंट में भी सहायता की जाती है.

प्रारंभिक परिणाम और चिंताएं

एक अच्छी तरह से डिज़ाइन किए गए ढांचे के बावजूद, संकाय सदस्यों और छात्रों दोनों के दो बैचों के प्रशिक्षण के परिणामों ने कुछ आश्चर्यचकित करने वाली बातों को उजागर किया है. इसमें शामिल विश्वविद्यालयों, कॉलेजों और उनके प्रबंधन, संकाय सदस्यों, छात्रों और नियामकों सहित सभी शामिल लोगों के लिए चुनौतियां रेखांकित हुई है. उदाहरण के लिए, 16 राज्यों के 50 संस्थानों के 97 संकाय सदस्य 'एडवांस वेब डेवलपमेंटकार्यक्रम के पहले बैच में शामिल थे. हालांकि, उनमें से केवल 68 ही WD101 को पूरा कर सके, और केवल एक ने WD201 को पूरा किया, जिसमें कैपस्टोन परियोजना भी शामिल है. NEP द्वारा परिकल्पित लर्नर-सेंट्रिक यानी शिक्षार्थी-केंद्रित और कॉम्पिटेंसी-सेंट्रिक यानी योग्यता-केंद्रित कक्षाओं को लागू करने के लिए नवीनतम उद्योग ज्ञान के साथ कौशल वृद्धि की अनुमति देने वाला मंच मुहैया करवाए जाने के बावजूद, केवल कुछ ही इस अवसर का लाभ उठा सकते हैं. इसका एक कारण यह भी हो सकता है कि वे अपनी अन्य शैक्षणिक ज़िम्मेदारियों के साथ इस कार्यक्रम के भारी कार्यभार को प्रबंधित करने में अक्षम साबित हुए है. इस परिणाम ने संकाय सदस्यों और उनके संस्थानों को इन पाठ्यक्रमों में महारत हासिल करने और उद्योग मानकों को पूरा करने के लिए पर्याप्त समय और प्रयास किए जाने का एहसास करने में सहायता की है. 

दूसरी ओर छात्रों के भविष्य को ध्यान में रखकर तैयार किया गया पढ़ाई के लिए पोषक माहौल मुहैया करवाया जाता है. इसमें उन्हें संकाय सदस्यों की ओर से मार्गदर्शन और सहयोग मिलता है. इतना ही नहीं उद्योग विशेषज्ञ और समकक्ष तथा कम्युनिटी TA भी उनकी मदद करते हैं. उन्हें छात्रवृत्ति भी मिलती है और नौकरी उन्मुख क्षेत्र में माइनर डिग्री हासिल करने का मौका भी मिलता है, जिससे वे उद्योग के लिए तैयार हो जाते हैं. शिक्षण सहायता या इंटर्नशिप के माध्यम से भी छात्र अपने कौशल को सुधार सकते हैं. फैकल्टी और TA जहां छात्रों के सीखने और प्रगति का संचालन करते हैं, वहीं कम्युनिटी इंगेजमेंट मैनेजर उन्हें डिस्कॉर्ड, व्हाट्सएप और ईमेल जैसे प्लेटफॉर्म के माध्यम से अधिक एक्टिव लर्निंग की भूमिका निभाने में मदद करते हैं. इस तरह के प्रयासों के बावजूद, नवंबर 2022 में नामांकित 3,325 छात्रों में से, जिन्होंने मार्च 2023 में पाठ्यक्रम पूरा किया था, केवल 19 छात्रों ने WD101 और WD201 मॉड्यूल दोनों को पास किया. प्लेजरिज़्म यानी साहित्यिक चोरी (AI के माध्यम से पता लगाई गई) और असाइनमेंट की समय सीमा को पूरा करने के लिए अंतिम क्षणों की आपाधापी जैसे व्यवहार के पैटर्न ने इस परिणाम में अहम योगदान दिया है.

अपने संस्थानों में LITE कार्यक्रम को अपनाने के लिए विश्वविद्यालय बेहद धीमी गति से आगे बढ़ रहे हैं. छात्रों को प्रवेश देने की स्वीकृति प्रक्रिया बेहद सुस्त है. आवेदन करने वाले 475 कॉलेजों के पहले बैच में से 136 संस्थान AICTE द्वारा अस्थायी रूप से योग्य पाए गए थे, लेकिन केवल 18 ने ही LITE-सक्षम संस्थान बनने के सभी चरणों को पूरा किया था. सिर्फ 12 कॉलेजों ने LITE को अपने शैक्षणिक कैलेंडर में एकीकृत किया और सीखने की यात्रा का श्रीगणेश किया. चूंकि ये पाठ्यक्रम एक माइनर डिग्री का हिस्सा हैं, इसलिए इन्हें विश्वविद्यालय की अकादमिक परिषद (AC) की स्वीकृति मिलना भी एक अनिवार्य पहला कदम है. 55 प्रतिशत कॉलेज आवेदन से समझौता ज्ञापन (MoU) के चरण में जा सकते थे, लेकिन इसमें से केवल 20 प्रतिशत को AC की मंजूरी मिली थी. इसमें शामिल होने के इच्छुक कॉलेजों की ओर से की जाने वाली कार्रवाई में AC की ओर से मिलने वाली मंजूरी में लगाई जाने वाली देरी एक अहम बाधा बनी हुई है.

यहां यह रेखांकित करना महत्वपूर्ण है कि समस्या LITE कार्यक्रम के डिजाइन और कार्यान्वयन के साथ नहीं है, बल्कि NEP 2020 के कार्यान्वयन के लिए हितधारकों के 'बिजनेस-एज-यूजुअल यानी-हमेशा की तरह कारोबार' के दृष्टिकोण में है. LITE के डिजाइन में एक अंतर्निहित प्रोत्साहन संरचना है.:

  1. संकाय सदस्य अपने प्रशिक्षण के लिए AICTE ट्रेनिंग एंड लर्निंग अकादमी (ATAL) से क्रेडिट प्राप्त करते हैं.
  2. छात्रों को माइनर डिग्रियां मिलती हैं, उन्हें उद्योग के लिए तैयार पाठ्यक्रम में प्रशिक्षित किया जाता है और उन्हें छात्रवृत्ति और प्लेसमेंट में सहायता प्रदान की जाती है.
  3. भाग लेने वाले संस्थानों को राष्ट्रव्यापी दृश्यता मिलती है.

भविष्य की राह

NEP 2020 को परिवर्तनकारी नीति के रूप में सराहा गया है. AICTE और Pupilfirst ने ऑनलाइन टीचिंग-लर्निंग के एक शिक्षार्थी-केंद्रित मॉडल की स्थापना करके AICTE LITE NEP 2020 कक्षाओं के लक्ष्यों की प्राप्ति को सक्षम करने के लिए एक पारिस्थितिकी तंत्र बनाने का उल्लेखनीय काम किया है, जिसमें प्रतिस्पर्धी वैश्विक तकनीकी कौशल के लिए उद्योग के साथ साझेदारी में योग्यता-आधारित पाठ्यक्रम प्रदान करना; और वर्तमान योगात्मक आकलन के बजाय रचनात्मक/सतत मूल्यांकन करना शामिल है. Pupilfirst ने उद्योग के विशेषज्ञों के साथ साझेदारी में अपने पाठ्यक्रम डिजाइन करते हुए अपने वितरण मॉडल में फैकल्टी और छात्रों को सहायता प्रदान करते हुए उन्हें एक मचान मुहैया करवाया है. इसके बाद अलग-अलग संकाय सदस्यों और छात्रों की यह ज़िम्मेदारी है कि वे अपने सीखने के अवसरों को अलग तरीके से देखें, जैसा कि ये शुरुआती परिणाम उजागर करते हैं.

NEP के लेटर एंड स्पिरिट में LITE का राष्ट्रव्यापी कार्यान्वयन उचित और पुख़्ता तैयारी के बिना पूरा नहीं किया जा सकता है. LITE के भविष्य के संस्करण अधिक परिणाम-उन्मुख हो सकते हैं यदि वे संकाय सदस्यों को ऑनलाइन शिक्षा और सर्वोत्तम प्रथाओं के लिए शिक्षा शास्त्र में प्रशिक्षण देते हैं, बजाय इसके कि उन्हें वही पाठ्यक्रम दिया जाए जो छात्र पहले से लेते आ रहे हैं. पाठ्यक्रमों को पूरा करने में छात्रों की विफ़लता इस बात को लेकर चिंतित करती है कि क्या वे माइनर डिग्री को अपने करियर की प्रगति के लिए एक महत्वपूर्ण मार्ग के रूप में देखते हुए ही खुद का वक़्त इसे सीखने को दे रहे है? ऐसे छात्रों को पाठ्यक्रमों से जुड़ने में मदद करने के लिए 'ऑडिट' ट्रैक सहायक हो सकता है, लेकिन 'पेशेवर' ट्रैक द्वारा निर्धारित उच्च मापदंड को हासिल नहीं किया जा सकता. यह देखते हुए कि 83 कॉलेज अभी भी एकीकरण प्रक्रिया को पूरा करने के लिए अनुमोदन की प्रतीक्षा कर रहे हैं, LITE NEP 2020 कक्षाओं के रोलआउट को गति देना अनिवार्य है. इन कार्यक्रमों को माइनर डिग्री के बजाय ओपन इलेक्टिव के रूप में पेश करने से AC अनुमोदन में होने वाली देरी को कम करने में मदद मिलेगी.

इच्छुक छात्रों के लिए इन कक्षाओं तक देशव्यापी पहुंच प्रदान करना भी महत्वपूर्ण है. इन कक्षाओं को केवल प्रतिभागी संस्थानों तक ही सीमित रखने से समस्या हल नहीं होगी. कुछ ग्रोथ पाथ्स है जो कुछ विश्वविद्यालयों और कॉलेजों के लिए छात्रों से अतिरिक्त राजस्व अर्जित करने के अवसरों का प्रतिनिधित्व भी कर सकते हैं :

  • गैर-भाग लेने वाले विश्वविद्यालयों/कॉलेजों के छात्रों को पाठ्यक्रम में भाग लेने और अकादमिक बैंक ऑफ क्रेडिट के माध्यम से क्रेडिट स्थानांतरित करने की अनुमति देना.
  • UGC-अनुमोदित विश्वविद्यालयों से संबद्ध इंजीनियरिंग कॉलेजों को भी LITE कार्यक्रम में भाग लेने की अनुमति देना, जिसके लिए UGC को भी LITE कार्यक्रम का समर्थन करना चाहिए.
  • इस प्रस्ताव को गैर-इंजीनियरिंग छात्रों के लिए विस्तारित करना जो एप्टीट्यूड टेस्ट को पास कर सकते हैं. यह अंतिम विकल्प वर्तमान में केरल के एक कॉलेज में लागू किया जा रहा है, और इसके परिणाम सकारात्मक रहने की संभावना है.

कक्षाओं में आवश्यक ऑनलाइन शिक्षा में सर्वोत्तम प्रथाओं के सामूहिक शिक्षण के लिए LITE NEP 2020 एक टेम्पलेट यानी रूपरेखा प्रदान करता है. अपने शुरुआती चरण में ख़राब प्रदर्शन के बावजूद, यह उल्लेखनीय है कि कई छात्र जिन्होंने पहले प्रयास में LITE पाठ्यक्रमों को पास नहीं किया था, उन्होंने इसे पास करने का दोबारा प्रयास किया है. छात्रों के लिए अधिक खुली पहुंच के साथ अन्य विषयों में भी LITE की सर्वोत्तम प्रथाएं अनुकरणीय हैं. हालांकि, इसकी वास्तविक परीक्षा तब होगी जब इसमें गैर-IT विषय शामिल होंगे, जिनके लिए अलग-अलग शिक्षा की आवश्यकता होती है. बड़ी संख्या में शिक्षकों को नीति की भावना को आत्मसात करने और उनके ऑनलाइन ही नहीं बल्कि भौतिक कक्षा में भी पढ़ाने के तरीके को बदलने में मदद करना, देश भर के छात्रों को NEP 2020 के लक्ष्यों को पूरा करने का सबसे अच्छा तरीका है. LITE को अपस्किलिंग, रीस्किलिंग और आजीवन सीखने वाले कार्यक्रमों में भी लागू किया जा सकता है.


लीना चंद्रन वाडिया ऑब्जर्वर रिसर्च फाउंडेशन में सीनियर फेलो थीं और NEP के लिए मसौदा समिति का हिस्सा थीं.

अपर्णा शिवकुमार तकनीकी, शिक्षा नीति और वकालत, और सामुदायिक आयोजन में विशेषज्ञ हैं और वर्तमान में डेवलपमेंट सेक्टर से जुड़ी हुई हैं.


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