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चीन की आक्रामकता का अब हर देश खुल कर विरोध कर रहा है, और इस तरह की चेतावनियां आगे आने वाले समय में और बढ़ेंगी
लगभग 70 बिलियन डॉलर के व्यापार और निवेश संबंधों को ताक पर रखते हुए ब्रिटेन ने चीन के साथ व्यवसाय करने वाले सभी उद्यनों के लिए अलर्ट जारी किया है. उद्यमियों, निर्यातकों और चीन से निवेश प्राप्त करने वालों के लिए इस अलर्ट में अंतर्निहित संदेश स्पष्ट है: कि वो बहुत-बहुत सावधान रहें. यूके सरकार की ओर से सावधानी और सलाह के मसौदे के रूप में जारी की गई ये वेबसाइट जिसका नाम डिजिटल टेक एंड चाइना है (digital tech and China) एक अभियान है, जिसकी कोशिश चीन से तकनीकी क्षेत्र में लेन-देन, व्यापार व व्यवहार करते समय उद्योगों को सावधानी बरतने के लिए सचेत करना है.
निजी कंपनियों और प्रबंधन क्षेत्र से जुड़े परामर्शदाताओं के माध्यम से ऐसी सलाह या चेतावनी जारी होना एक बात है, लेकिन एक देश जब ऐसा करे तो इसका बेहद महत्वपूर्ण अर्थ और परिणाम हो सकता है.
निजी कंपनियों और प्रबंधन क्षेत्र से जुड़े परामर्शदाताओं के माध्यम से ऐसी सलाह या चेतावनी जारी होना एक बात है, लेकिन एक देश जब ऐसा करे तो इसका बेहद महत्वपूर्ण अर्थ और परिणाम हो सकता है. किसी देश द्वारा इस तरह खुल कर ऐसा कहना व्यापार और निवेश से आगे कई मायनों में प्रभाव डाल सकता है, जैसे:
साल 2018 में चीन द्वारा अपना वादा तोड़े जाने, व्यावसायिक डेटा की चोरी और बड़े पैमाने पर सामने आई साइबर-चोरी की स्थिति में ब्रिटेन के पास अपने सहयोगियों के साथ मिलकर, चीन को धता बताने और खुल कर इस बात को सामने रखने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा था.
यह अभियान ब्रिटेन के व्यवसायों को याद दिलाता है कि साल 2018 में चीन द्वारा अपना वादा तोड़े जाने, व्यावसायिक डेटा की चोरी और बड़े पैमाने पर सामने आई साइबर-चोरी की स्थिति में ब्रिटेन के पास अपने सहयोगियों के साथ मिलकर, चीन को धता बताने और खुल कर इस बात को सामने रखने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा था. इसके तहत 20 दिसंबर 2019 को एक प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से अपने सहयोगियों के साथ, यूके ने यह घोषणा की थी कि एपीटी 10 के रूप में पहचाने जाने वाले एक समूह ने चीनी सुरक्षा मंत्रालय की ओर से काम करते हुए, यूरोप, एशिया और अमेरिका में बौद्धिक संपदा और संवेदनशील वाणिज्यिक डेटा को लक्षित करने वाले एक दुर्भावनापूर्ण साइबर अभियान को अंजाम देने के लिए काम किया,” सरकारों के लिए अपने कॉरपोरेट नागरिकों को किसी खास देश के साथ व्यापार न करने के लिए कहना मुश्किल है. इसलिए, यह सलाह के रूप में जारी की गई यह विज्ञप्ति चीन की तकनीक (China Tech) के ख़िलाफ़ किसी भी सरकार द्वारा जारी की गई अब तक की सबसे मज़बूत चेतावनी है. चीन की आक्रामकता का अब हर देश खुल कर विरोध कर रहा है, और इस तरह की चेतावनियां आगे आने वाले समय में और बढ़ेंगी और चीन की यह डी-कपलिंग डिजिटल क्षेत्र या ब्रिटेन तक ही सीमित नहीं रहेगी.
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Gautam Chikermane is Vice President at Observer Research Foundation, New Delhi. His areas of research are grand strategy, economics, and foreign policy. He speaks to ...
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