Author : Harsh V. Pant

Published on Sep 14, 2022 Commentaries 0 Hours ago

अमेरिका ने पाकिस्तान को एफ-16 युद्धक विमान को अपग्रेड करने का फैसला भारत के खिलाफ है. ऐसे में यह सवाल भी उठता है कि बाइडेन प्रशासन का भारत के प्रति क्‍या नजरिया है. क्‍या बाइडेन प्रशासन भारत विरोधी है.

Indo US Differences over F-16: एफ-16 पर बाइडेन ने पलटा ट्रंप का फैसला; क्‍या है भारत की बड़ी चिंता?

अमेरिका का पाकिस्तान को एफ-16 युद्धक विमान को अपग्रेड करने का फैसला भारत के खिलाफ हैयह भारत के सामरिक हितों के विपरीत हैबाइडेन प्रशासन के इस फैसले के बाद यह सवाल उठ रहे हैं कि आखिर उन्होंने अपने पूर्ववर्ती डोनाल् ट्रंप के फैसले को क्यों पलट दिया है. हालांकिअलकायदा प्रमुख अल जवाहिरी की हत्या में अमेरिका की पाकिस्तान ने मदद की थीइसके बाद से ही यह कयास लगाए जा रहे थे कि अमेरिकापाकिस्तान को इसका तोहफा देगाऐसे में यह सवाल भी उठता है कि बाइडेन प्रशासन का भारत के प्रति क्या नजरिया हैक्या बाइडेन प्रशासन भारत विरोधी हैक्या राष्ट्रपति जो बाइडेन भारत के प्रति अच्छा दृष्टिकोण नहीं रखते हैं.

अमेरिका का पाकिस्‍तान को एफ-16 युद्धक विमान को अपग्रेड करने का फैसला भारत के खिलाफ है. यह भारत के सामर‍िक हितों के विपरीत है. बाइडेन प्रशासन के इस फैसले के बाद यह सवाल उठ रहे हैं कि आखिर उन्‍होंने अपने पूर्ववर्ती डोनाल्‍ड ट्रंप के फैसले को क्‍यों पलट दिया है.

1- विदेश मामलों के जानकार प्रो हर्ष वी पंत का कहना है कि बाइडेन के पूर्ववर्ती डोनाल् ट्रंप अपने विरोधी राष्ट्रों के प्रति काफी आक्रामक थेवह चीन विरोधी भी थेट्रंप को चीन और पाकिस्तान की दोस्ती कभी रास नहीं आईउधरट्रंप खुलेआम भारत को अपना एक अच्छा दोस् कहने में नहीं हिचकते थेट्रंप प्रशासन भारत को एक रणनीतिक मित्र का दर्जा देता थाइतना ही नहीं उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपना एक अच्छा दोस् कहा थाअपने कार्यकाल में वह कई बार भारत की यात्रा पर आए और खुद मोदी ने कई बार अमेरिका की यात्रा की.

बाइडेन प्रशासन का भारत के प्रति नजरिया 

2- प्रो पंत का कहना है कि इसमें कोई शक नहीं है कि बाइडेन प्रशासन भारत के हितों के प्रति ट्रंप की तरह दिलचस्पी नहीं दिखा रहा हैपाकिस्तान को एफ-16 युद्धक विमान को अपग्रेड करने का फैसला इसी कड़ी के रूप में देखा जाना चाहिएट्रंप प्रशासन ने इस विमान को अपग्रेड करने से मना कर दिया थाबाइडेन प्रशासन ने अपने पूर्ववर्ती ट्रंप प्रशासन के फैसले को पलटते हुए पाकिस्तान को इसके लिए 450 मिलियन डॉलर की मदद भी मुहैया कराई हैगौरतलब है कि वर्ष 2018 में अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल् ट्रंप ने पाकिस्तान को सभी रक्षा और सुरक्षा मदद पर रोक लगा दी थीइसमें अमेरिकी युद्धक विमान एफ-16 भी शामिल थाट्रंप प्रशासन ने 2018 में आतंकवादी संगठनों अफगान तालिबान तथा हक्कानी नेटवर्क पर कार्रवाई करने में नाकाम रहने पर पाकिस्तान को दी जाने वाली करीब दो अरब डालर की वित्तीय सहायता निलंबित कर दी थी.

बाइडेन प्रशासन ने अपने पूर्ववर्ती ट्रंप प्रशासन के फैसले को पलटते हुए पाकिस्‍तान को इसके लिए 450 मिलियन डॉलर की मदद भी मुहैया कराई है.

3- प्रो पंत का कहना है कि बाइडेन का रुख शुरू से ही भारत के प्रति बहुत उदार नहीं रहा हैउन्होंने कहा कि जब बाइडेन देश के राष्ट्रपति बने तो उन्होंने अपनी कैबिनेट में भारतीय मूल के लोगों को खूब तरजीह दियाइससे एक बार यह लगा कि बाइडेन भारत के प्रति नरम दृष्टिकोण अपनाएंगेवह भारत के सामरिक हितों की चिंता करेंगेलेकिन बाइडेन के इस फैसले से चीजें साफ हो गई हैंउन्होंने कहा कि इसके पूर्व भी बाइडेन के एक फैसले से भारत को काफी झटका लगा थाजनवरी 1991 में भारत ने सोवियत संघ की अंतरिक्ष संस्था ग्लावकासमास के साथ 235 करोड़ रुपए के एक समझौते पर हस्ताक्षर किए थेइस करार के तहत भारत को सात क्रायोजेनिक इंजन मिलने थेइस समझौते पर अमेरिका में खूब राजनीति हुई थीभारत की मुखालफत का नेतृत् भी बाइडेन कर रहे थे. बाइडेन डेमोक्रेटिक पार्टी के सीनेटर थेउस वक् अमेरिका के राष्ट्रपति जार्ज बुश सीनियर थेवह रिपब्लिक पार्टी से थेअमेरिका ने क्रायोजेनिक इंजन टेक्नोलॉजी की बिक्री का विरोध किया था.

जनवरी 1991 में भारत ने सोवियत संघ की अंतरिक्ष संस्‍था ग्‍लावकासमास के साथ 235 करोड़ रुपए के एक समझौते पर हस्‍ताक्षर किए थे. इस करार के तहत भारत को सात क्रायोजेनिक इंजन मिलने थे. इस समझौते पर अमेरिका में खूब राजनीति हुई थी. भारत की मुखालफत का नेतृत्‍व भी बाइडेन कर रहे थे.

अमेरिकी विदेश मंत्रालय का तर्क

अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने कहा कि पाकिस्तान का F-16 कार्यक्रम अमेरिकापाकिस्तान वृहद द्विपक्षीय संबंधों का एक अहम हिस्सा हैइससे पाकिस्तान की वायु सेना के F-16 कार्यक्रम को बनाए रखा जा सके. F-16 बेड़े से पाकिस्तान को आतंकवाद रोधी अभियान में सहयोग मिलेगाहम पाकिस्तान से सभी आतंकवादी समूहों के खिलाफ निरंतर कार्रवाई करने की उम्मीद करते हैंअमेरिकी विदेश मंत्रालय ने कहा कि पाकिस्तान को F-16 लड़ाकू विमानों के रखरखाव के लिए संभावित विदेश सैन्य बिक्री को मंजूरी देने का फैसला लिया है ताकि पाकिस्तानी वायु सेना को वर्तमान और भविष्य में आतंकवाद के खतरों से निपटने की क्षमता बनाए रखने में मदद मिल सके. पाकिस्तानअमेरिका का महत्वपूर्ण आतंकवाद रोधी सहयोगी है.

भारत की चिंता

पाकिस्तान के साथ संबंधों में तनाव को देखते हुए भारत का चिंतित होना लाजमी हैपुलवामा में आतंकवादी हमले के बाद जब भारत ने आतंकवादी कैंपों पर हमला किया थाउस समय माना जाता है कि F-16 फाइटर जेट की मदद से ही पाकिस्तान ने भारत के मिग-21 िमान को मार गिराया थाऐसे में यह आशंका प्रबल हो जाती है कि एफ-16 विमानों का उपयोग वह भारत के खिलाफ कर सकता हैहालांकिभारत ने अभी तक इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है.


यह लेख जागरण में प्रकाशित हो चुका है.

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