भारत पर साइबर हमलों की तादाद और उसके लक्ष्य लगातार गंभीर होते जा रहे हैं. अभी पिछले महीने, यानी नवंबर में सेंट्रल डिपॉज़िटरी सर्विसेज़ (इंडिया)लिमिटेड (CDSL) ने अपनी कुछ अंदरूनी मशीनों में एक मैलवेयर पाया था. हालांकि CDSL ने
दावा तो ये किया था कि, ‘इस बात पर विश्वास करने का कोई कारण नहीं बनता कि उसके गोपनीय आंकड़े या निवेशकों के आंकड़ों में कोई सेंध लगी है.’ ऐसे ही एक ताज़ा साइबर हमले में, एक हफ़्ते पहले ही भारत के सबसे शीर्ष के मेडिकल संस्थानों में से एक, अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) दिल्ली को निशाना बनाया गया. हालांकि, अब भारत साइबर सुरक्षा पर काफ़ी ध्यान दे रहा है, फिर भी ऐसे साइबर हमलों की बढ़ती तादाद, भारत की सुरक्षा के लिए ज़िम्मेदार लोगों के लिए बड़ी परेशानी का कारण बनना चाहिए.