Author : Sauradeep Bag

Published on Nov 18, 2023 Updated 0 Hours ago

विदेश नीति और तकनीकी तरक़्क़ी के ज़रिए, जैसे जैसे चीन विश्व मंच पर अपना प्रभाव बढ़ा रहा है, वैसे वैसे डिजिटल युआन की शुरुआत उसके सफ़र का एक अहम तत्व बनता जा रहा है.

डिजिटल युआन का बढ़ता दायरा

पहली बार, शंघाई पेट्रोलियम एंड  नेचुरल गैस एक्सचेंज (SHPGX) ने ऐलान  किया है कि उसने तेल के लेन देन के भुगतान के लिए डिजिटल युआन, यानी चीन के केंद्रीय बैंक की डिजिटल करेंसी (CBDC) e-CNY का इस्तेमाल किया है. 19 अक्टूबर को पेट्रोचाइना इंटरनेशनल ने डिजिटल युआन का इस्तेमाल करके 10 लाख बैरल कच्चा तेल ख़रीदा. ये लेन-देन, शंघाई नगर निगम पार्टी समिति और निकाय सरकार द्वारा अंतरराष्ट्रीय व्यापार में e-CNY के इस्तेमाल को बढ़ावा देने के आदेश के बाद किया गया है.

वैसे तो शंघाई एक्सचेंज (SHPGX) ने तो कच्चे तेल की इस ख़रीद के विक्रेता का नाम बताया और ही इसकी क़ीमत ज़ाहिर की. लेकिन, डिजिटल युआन में ये ख़रीदारी, अमेरिकी डॉलर पर निर्भरता कम करने और वैश्विक स्तर पर युआन की स्वीकार्यता बढ़ाने की दिशा में बढ़ा एक बहुत बड़ा क़दम है.

ये डिजिटल युआन के विकास में भी एक बड़ी उपलब्धि है. चीन पिछले कई सालों से अपनी डिजिटल करेंसी का विकास करने और उनको अपनाने के लिए बड़ी सक्रियता से काम करता रहा है, और हाल ही में किया गया ये लेन-देन, उसकी इस प्रक्रिया का ही हिस्सा है.

डिजिटल युआन का उभार

चीन ने देश के आर्थिक और सामाजिक विकास की रूप-रेखा अपनी 14वीं पंचवर्षीय योजना में पेश की थी. इस प्रस्तावित योजना के तहत चीन ने एक ऐसी मज़बूत और आज के दौर में आसानी से अपनाई जाने वाली वित्तीय व्यवस्था के निर्माण के प्रति मज़बूत प्रतिबद्धता जताई थी, जो कड़े मुक़ाबले का सामना कर सके और जिसको सभी देशों में आसानी से लागू किया जा सके. इस वचनबद्धता का एक प्रमुख पहलू डिजिटल करेंसी है, जो इस परिवर्तनकारी प्रयास में एक अहम भूमिका निभाने जा रही है.

युआन ने इस साल मार्च में तरल प्राकृतिक गैस (LNG) के कारोबार से जुड़े लेन-देन के साथ बाज़ार में क़दम रखा था. तब फ्रांस की ऊर्जा कंपनी टोटल एनर्जी  ने चीन के नेशनल ऑफशोर ऑल कॉरपोरेशन (CNOOC) को LNG बेचने का सौदा किया था. डिजिटल युआन में LNG ख़रीदने का एक और सौदा अभी दो हफ़्तों पहले, फ्रांस की कंपनी एंजी और CNOOC के बीच हुआ था.

इसके अतिरिक्त, 19 अक्टूबर को फर्स्ट अबु धाबी बैंक ने जानकारी दी कि उसने चीन के सरकारी बैंक, बैंक ऑफ चाइना के साथ डिजिटल करेंसी में लेन-देन का समझौता किया है. ये ऐलान  अंतरराष्ट्रीय सहयोग के लिए बेल्ट ऐंड रोड के तीसरे फोरम के दौरान किया गया था. चीन और संयुक्त अरब अमीरात (UAE) मिलकर बड़ी सक्रियता से mBridge नाम से एक प्लेटफॉर्म विकसित कर रहे हैं, जिससे केंद्रीय बैंकों की डिजिटल करेंसी (CBDC) में सीमाओं के आर-पार लेन देन को आसान बनाया जा सके. MBridge की योजना है कि आने वाले समय में उसे न्यूनतम व्यवहारी उत्पाद के तौर पर लागू किया जा सके.

तेज़ी से बढ़ता इस्तेमाल

जनवरी 2022 में पीपुल्स बैंक ऑफ चाइना ने जानकारी दी थी कि 26.1 करोड़ लोगों के पास डिजिटल युआन का वॉलेट है. हालांकि, ये आंकड़ा केवल 28.89 प्रतिशत लोगों द्वारा उपयोग को ही दिखाता है. क्योंकि चीन में 90.36 करोड़ लोग मोबाइल से भुगतान करते हैं. इसके अतिरिक्त, सिर्फ़ एक वॉलेट होने से इस बात की गारंटी नहीं दी जा सकती कि लोग डिजिटल करेंसी का सक्रियता से इस्तेमाल कर रहे हैं. हो सकता है कि बहुत से लोगों ने मुफ़्त में नक़दी हासिल करने के लालच में डिजिटल युआन का वॉलेट बनाया हो. 2022 में कुछ शहरों में प्रयोग के तौर 34 करोड़ RMB की डिजिटल युआन वाली लॉटरियां आयोजित की थीं.

डिजिटल युआन के इस्तेमाल को बढ़ावा देने के लिए, चीन के बैंकों ने बड़े कारोबारी लेन-देन में CBDC को सक्रियता से शामिल करना शुरू कर दिया है. मिसाल के तौर पर चाइना कंस्ट्रक्शन बैंक ने वेल्थ मैनेजमेंट के उत्पादों की ख़रीद के लिए डिजिटल युआन का प्रयोग शुरू किया था. एग्रीकल्चर कॉमर्स बैंक ने पांच लाख RMB के पहले डिजिटल युआन लोन को मंज़ूरी देकर एक बड़ा मील का पत्थर छुआ था. इन बैंकों के पास करोड़ों लोगों के साथ साथ बहुत से घरेलू और अंतरराष्ट्रीय कारोबारियों को प्रभावित करने की ताक़त है, जो डिजिटल युआन के बड़े पैमाने पर इस्तेमाल में एक अहम भूमिका अदा कर सकते हैं.

पूरे चीन में स्थानीय सरकारें भी अपने सार्वजनिक कार्यक्रमों में डिजिटल युआन को शामिल करने को प्राथमिकता दे रहे हैं. मिसाल के तौर पर, अप्रैल 2022 तक झेजियांग सूबे के निवासी, टैक्स, स्टैंप और सोशल सिक्योरिटी का भुगतान डिजिटल युआन में कर रहे थे. गुआंगझो प्रांत में दस रास्तों पर बसों के सफर, और निंगबो में 125 स्टेशनों पर सबवे से आने-जाने का किराया डिजिटल युआन में करने के लिए लोगों को एक विकल्प दिया गया था. ये रणनीति, डिजिटल युआन को भुगतान का सबसे अहम ज़रिया बनाने के लक्ष्य से मेल खाती है.

चीन के अधिकारी कई रणनीतियों के ज़रिए सीमा के आर-पार लेन-देन में भी डिजिटल युआन (e-CNY) के प्रयोग को सक्रियता से बढ़ावा देने में जुटे हैं. DBS बैंक और BNP Paribas जैसे अंतरराष्ट्रीय बैंकों की चीन की सहयोगी शाखाएं, चीन में अपने विदेशी कारोबारियों को डिजिटल युआन का इस्तेमाल करने में मदद दे रहे हैं. ऊपर हमने जिस mBridge प्रोजेक्ट का ज़िक्र किया था, उसमें चीन का केंद्रीय बैंक, यानी पीपुल्स बैंक ऑफ चाइना (PBOC) भी एक भागीदार है. इस परियोजना का मक़सद सीमा के आर-पार के भुगतान को वास्तविक समय में निपटाने के के एक असरदार मूलभूत ढांचे को स्थापित करना है. 2022 में इस परियोजना में एक बड़ी कामयाबी उस समय मिली, जब चार देशों के 20 बैंकों के साथ साझेदारी के तहत 164 लेन-देनों का निपटारा किया गया था. इसके तहत, 22 अरब डॉलर के भुगतान किए गए थे.

 

ये नया तरीक़ा संबंधित बैंकों पर निर्भरता को ख़त्म करता है, जिससे बैंकों को अपने विदेशी साझीदारों के साथ तमाम वित्तीय कार्यों के लिए सीधे संवाद करने का मौक़ा मिलता है. इसमें भुगतान, विदेशी मुद्रा में लेन-देन, वसूली और रक़म जारी करने जैसे सारे काम हो सकते हैं. उल्लेखनीय है कि इनमें से लगभग आधे लेन-देन e-CNY में किए गए थे. इसमें 17 लाख, 5 हज़ार 453 डॉलर की रक़म जारी की गई. 34 लाख 10 हज़ार 906 डॉलर के भुगतान और विदेशी मुद्रा के आदान-प्रदान किए गए और 68 लाख 11 हज़ार 812 डॉलर की रक़म वसूली गई. लेन-देने के लिए e-CNY को वरीयता देने के पीछे इसको ख़ुदरा व्यवस्था से जोड़ना और क्षेत्रीय कारोबारी भुगतानों में RMB का बढ़ता इस्तेमाल है.

डिजिटल प्रगति की निगरानी

सितंबर 2022 में हॉन्ग कॉन्ग भी सीमा के आर-पार भुगतान में प्रायोगिक तौर पर डिजिटल युआन के इस्तेमाल का हिस्सा बन गया. ये क़दम रणनीतिक रूप से अहम है, क्योंकि हॉन्ग कॉन्ग चीन का विशेष प्रशासित क्षेत्र है. इस मामले में सफलता से उसकी मुद्रा रेनमिनबी (RMB) के वैश्विक प्रभुत्व को और मज़बूती मिल सकती है. उल्लेखनीय है कि 2022 के अंत तक दुनिया के आधिकारिक विदेशी मुद्रा भंडार में RMB तीसरी सबसे बड़ी मुद्रा बन चुकी थी.

RMB के अंतरराष्ट्रीय इस्तेमाल को बढ़ावा देने के लिए बेल्ट ऐंड रोड इनिशिएटिव (BRI) एक अच्छा मौक़ा मुहैया कराता है. हो सकता है कि चीन, BRI की परियोजनाओं के लिए डिजिटल युआन के इस्तेमाल को अनिवार्य बना दे, जिससे इसका इस्तेमाल मूलभूत ढांचे के विकास में किया जा सके. इस बदलाव से विकासशील देशों को काफ़ी लाभ हो सकता है, जिनके पास डॉलर में लेन-देन करने की सीमित क्षमता ही होती है. डिजिटल युआन को BRI के डिजिटल सिल्क रोड के तहत बढ़ावा देने से, डॉलर पर निर्भरता कम हो सकती है. पीपुल्स बैंक ऑफ चाइना के अध्यक्ष ने अक्टूबर 2021 में कहा था कि फिलहाल BRI परियोजनाओं में डिजिटल युआन के इस्तेमाल की कोई योजना नहीं है.

CBDC के लागू करने के साथ ही चीन के डिजिटल युआन का उभार, वैश्विक वित्तीय परिदृश्य में रहे एक अहम बदलाव का संकेत दे रहा है. आज चीन जैसी उभरती हुई ताक़तें, डॉलर के दबदबे को लगातार चुनौती दे रही हैं. ऐसे में डिजिटल युआन की प्रगति पर बारीक़ी से नज़र रखना ज़रूरी हो जाता है. डॉलर के दबदबे को चुनौती देने और अपनी करेंसी को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर स्वीकार्य बनाने की चीन की कोशिश को कामयाब होने के लिए भुगतान के नए ढांचे और प्रोत्साहन की ज़रूरत होगी, तभी दूसरे देश उसकी डिजिटल मुद्रा को अपनाएंगे. आज जब चीन अपनी विदेश नीति और तकनीकी प्रगति के ज़रिए विश्व मंच पर अपने प्रभाव को मज़बूती देने में जुटा है, तो डिजिटल युआन का लॉन्च उसके इस सफर का अहम तत्व बन जाता है. डिजिटल युआन के उभार पर सतर्कता से निगाह रखना ज़रूरी है, क्योंकि इससे वैश्विक वित्तीय व्यवस्था में बहुत बड़े बदलाव के दौर का आग़ाज़ हो सकता है.

 

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