Author : Utkarsh Amitabh

Published on Oct 26, 2021 Updated 0 Hours ago

वेब के भविष्य पर खोजबीन और परंपरागत सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से आगे जाकर भविष्य के नये समावेशी प्लेटफॉर्म का अध्ययन

इंटरनेट के इतिहास और समावेशी समुदाय के भविष्य पर एक केस स्टडी

सामाजिक ताने-बाने के लिए समुदाय हमेशा से महत्वपूर्ण रहे हैं लेकिन उनकी आर्थिक और व्यावसायिक संभावना की पूरी तरह से तलाश नहीं की गई है. इसकी वजह समझने के लिए चलिए इस लेख में इंटरनेट और वेब 3.0 का इतिहास तलाशते हैं.

इंटरनेट का इतिहास

वेब का पहला युग या वेब 1.0 सूचनाओं की प्रक्रिया और उनका हम किस तरह इस्तेमाल करते हैं, उसको लेकर है. याहू, नेटस्केप, क्रैगलिस्ट, एओएल वेब 1.0 की कंपनियां थीं. इस युग में गूगल की “जीत” हुई जिसके लिए उसने सूचनाओं का लोकतंत्रीकरण किया और इससे भी बढ़कर एक ठोस विज्ञापन आधारित व्यावसायिक मॉडल का निर्माण किया.

इंटरनेट के दूसरे युग वेब 2.0 ने ऐसे प्लैटफॉर्म को जन्म दिया जिन्होंने परस्पर क्रिया को सक्षम बनाया. इस युग ने हमें फेसबुक, इंस्टाग्राम, ट्विटर, रेडिट, लिंक्डइन, इत्यादि प्लैटफॉर्म दिए. सूचना, सामान और सेवाओं को एक ही छतरी के नीचे लाया गया. लोग इंटरनेट के ज़रिए कैब लेने लगे, ट्रिप और डेट पर जाने लगे, और अनजान लोगों के साथ काम-काज की साझेदारी करने लगे. उबर के ज़रिए आप कैब ले सकते हैं या काम-काज के बाद ड्राइव करके कुछ अतिरिक्त आमदनी हासिल कर सकते हैं. इंस्टाग्राम पर लोग कंटेंट पोस्ट करने लगे और वीडियो देखने लगे और आख़िर में “इन्फ्लुएंसर” क्रिया की जगह संज्ञा बन गया.

पीयर-टू-पीयर (P2P) सूचनाओं का आदान-प्रदान वेब 2.0 की परिभाषित करने वाली विशेषता बन गया. इसने इंटरनेट के विकास को भी आगे बढ़ाया लेकिन इसका ज़्यादातर आर्थिक लाभ बड़े, केंद्रीकृत प्लेटफॉर्म को मिला जिन्होंने नियम तय किए और डाटा के प्रवाह को नियंत्रित किया. इसने प्लेटफॉर्म , भागीदारों और नीति निर्माताओं के बीच एक जटिल साझेदारी को जन्म दिया. नीति निर्माता इंटरनेट को नियंत्रित करना चाहते थे लेकिन ये कैसे होगा इसको लेकर वो निश्चित नहीं थे. भागीदार आर्थिक लाभ को लेकर ख़ुश थे लेकिन असमान बंटवारे को लेकर नाराज़ थे. प्लेटफॉर्म ने महसूस किया कि इंटरनेट के विकास में योगदान के बावजूद उन पर हर तरफ़ से हमले हो रहे हैं. वेब 2.0 की मूलभूत चुनौती शक्ति, प्रभुता, डाटा और पूंजी का केंद्रीकरण था.

वेब 3.0 का युग. एक नये तरह का डिजिटल प्रोडक्ट दुनिया भर में लोगों का ध्यान खींचने लगा है. इस डिजिटल प्रोडक्ट पर मिलाजुला अधिकार है, इसका मिलाजुला निर्माण हुआ है और इसका संचालन भी मिलाजुला है. ये इंटरनेट का तीसरा युग स्थापित करता है और इसकी परिभाषा विकेंद्रीकरण, संस्थाओं में घटता विश्वास और मूल्य निर्माण एवं मूल्य नियंत्रण की तरफ़ देखने का नया तरीक़ा है. हम इनमें से कुछ चीज़ें पहले से ही मीडिया की दुनिया में काम करते हुए देख रहे हैं. उदाहरण के लिए मिरर डॉट एक्सवाइज़ेड ख़ुद के बारे में इस तरह बताता है-

“मिरर में ज्वाइन करना आपको सिर्फ़ समुदाय का सदस्य नहीं बनाता है. ये आपको इस प्लेटफॉर्म का सह-स्वामी बनाता है. नतीजतन हमारा प्लेटफॉर्म हमारे योगदानकर्ताओं का जोड़ है. एक तरफ़ हम मिरर के बड़े पैमाने पर वृद्धि के लिए उत्सुक हैं दूसरी तरफ़ गुणवत्ता की नींव को सुनिश्चित करने के लिए हम सबसे पहले व्यक्तिगत आधार पर पहुंच की अनुमति देंगे.”

एक नये तरह का डिजिटल प्रोडक्ट दुनिया भर में लोगों का ध्यान खींचने लगा है. इस डिजिटल प्रोडक्ट पर मिलाजुला अधिकार है, इसका मिलाजुला निर्माण हुआ है और इसका संचालन भी मिलाजुला है. ये इंटरनेट का तीसरा युग स्थापित करता है और इसकी परिभाषा विकेंद्रीकरण, संस्थाओं में घटता विश्वास और मूल्य निर्माण एवं मूल्य नियंत्रण की तरफ़ देखने का नया तरीक़ा है. 

मिरर में काम करने वाले लेखक रिसर्च के लिए पूंजी जमा कर सकते हैं, जिस किताब/लेख/उपन्यास को पाठक पढ़ना चाहते हैं, उसे लिखने के लिए महीने का वेतन पहले ही ले सकते हैं. ये पाठक/निवेशक बड़ा हिस्सा पाते हैं. वास्तव में इससे संबंध ज़्यादा स्पष्ट होते हैं. इसका नतीजा ठोस होता है, शर्तें सबकी समझ में आने वाली होती हैं और नाकामी की आशंका कम होती है. जैसे-जैसे इंटरनेट अपने तीसरे चरण में प्रवेश कर रहा है वैसे-वैसे संगठन, डिजिटल प्रोडक्ट, मीडिया और मिरर जैसे सोशल नेटवर्क महत्वपूर्ण भूमिका अदा करेंगे.

नेटवर्क कैपिटल और वेब 3.0

नेटवर्क कैपिटल एक पीयर-टू-पीयर प्लैटफॉर्म है जिसका निर्माण इस लेख के लेखक ने किया है. लंबे समय में इसका निर्माण, स्वामित्व और संचालन समुदाय के सदस्यों द्वारा साझा रूप से होगा. वैसे तो सटीक रोड मैप पर अभी भी विचार किया जा रहा है लेकिन निष्पक्ष और समावेशी समुदाय बनाने के लिए नीचे कुछ विचारों के बारे में बताया गया है. ये एक संपूर्ण सूची नहीं है; सिर्फ़ तीन विचारों को चुना गया है जिस पर लेखक ने पिछले कई वर्षों के दौरान महत्वपूर्ण आंकड़े इकट्ठा किए हैं.

  • एक समान अवसर बनाने के लिए सामुदायिक डिज़ाइन

किसी भी समुदाय में एक समान अवसर के निर्माण में हर व्यक्ति के लिए सुरक्षित जगह बनाना शामिल होता है. 1,00,000 से ज़्यादा सामुदायिक सदस्यों में 50 प्रतिशत से ज्यादा महिलाएं हैं. ऐसा अपने आप नहीं हुआ. भीतरी और बाहरी- दोनों तरह के संचार इस तरह से बनाए गए हैं कि महिलाओं को सीखने के लिए ऑनलाइन सुरक्षित जगह मिलती है. साथ ही दूसरे सेक्टर, देशों, उद्योगों के समकक्ष लोगों से भी सीखने को मिलता है और अपने करियर की उम्मीदों को भी बना सकते हैं. अपने साप्ताहिक न्यूज़लेटर, पॉडकास्ट, मास्टरक्लास और कोहॉर्ट बेस्ड कोर्स (एक साथ ऑनलाइन कोर्स में शामिल होने वाले लोग) के ज़रिए हमने नेटवर्क कैपिटल के भविष्य में लगातार लैंगिक समानता के महत्व को दोहराया है. समय के साथ हमारा संदेश स्थापित होने लगा और लोग मिलने-जुलने और सीखने के लिए समुदाय को एक लैंगिक तटस्थ प्लैटफॉर्म के तौर पर मानने लगे. यहां सबसे बड़ी सीख ये है कि समुदाय आधारित डिज़ाइन शरू से ही इरादतन होना चाहिए, बाद में इस पर सोचा नहीं जा सकता.

  • बिज़नेस मॉडल को अपनाना

नेटवर्क कैपिटल एक सब्सक्रिप्शन आधारित समुदाय है. आर्थिक रूप से कमज़ोर छात्रों और युवा पेशेवरों के इसमें शामिल होने में पैसा बाधा नहीं बने इसके लिए अलग-अलग क़ीमत रखी गई है. फेसबुक से मिली फंडिंग और हमारे एंडोमेंट फंड के ज़रिए हमने अब नेटवर्क कैपिटल को ऐसा बनाया है जहां आर्थिक रूप से कमज़ोर छात्रों के शामिल होने में कोई दिक़्क़त नहीं हो. अगर कोई सब्सक्रिप्शन फी नहीं दे सकता है लेकिन उसमें सीखने की ललक है तो हम 100 प्रतिशत तक स्कॉलरशिप प्रदान करते हैं.

हमारे स्कूल और कोहॉर्ट आधारित फेलोशिप में सैकड़ों ऐसे छात्र और युवा पेशेवर हैं जो बिना कोई फीस दिए क्लास में शामिल हो रहे हैं. हम इस स्कॉलरशिप कार्यक्रम को आगे और बढ़ाना चाहते हैं और हमें भरोसा है कि ये कार्यक्रम प्रतिभा और अवसर के बीच की दूरी को ख़त्म करने में एक महत्वपूर्ण क़दम साबित होगा.

  • उद्देश्यपूर्ण ढंग से विस्तार: सांस्कृतिक मेल को भूलो, सांस्कृतिक योगदान की तलाश करो

हर समुदाय के द्वारा विस्तार के सवाल का समाधान करने की ज़रूरत है. यहां तक कि सबसे कार्यकुशल ढंग से चलने वाले समुदाय भी सांस्कृतिक मेल का तरीक़ा ढूंढ़ते हैं यानी ऐसे लोगों की तलाश जो उनके नेटवर्क के दूसरे लोगों की तरह हों. ये एक ग़लती है. संस्कृति को निश्चित रूप से बदलना चाहिए और समय, जगह और जनसांख्यिकीय बदलाव के मुताबिक़ ख़ुद को ढालना चाहिए.

हर समुदाय के द्वारा विस्तार के सवाल का समाधान करने की ज़रूरत है. यहां तक कि सबसे कार्यकुशल ढंग से चलने वाले समुदाय भी सांस्कृतिक मेल का तरीक़ा ढूंढ़ते हैं यानी ऐसे लोगों की तलाश जो उनके नेटवर्क के दूसरे लोगों की तरह हों. ये एक ग़लती है. संस्कृति को निश्चित रूप से बदलना चाहिए और समय, जगह और जनसांख्यिकीय बदलाव के मुताबिक़ ख़ुद को ढालना चाहिए.

जब नेटवर्क कैपिटल ने अपना स्कूल बनाया तो हज़ारों युवा इस समुदाय में शामिल हुए. उनके शामिल होने के नियम मौजूदा समुदाय के सदस्यों से अलग थे. उन्होंने तकनीक का इस्तेमाल अलग ढंग से किया और अलग तरह के नतीजे चाहते थे. 2021 में नेटवर्क कैपिटल ने जो सबसे महत्वपूर्ण काम किया उनमें से एक था डिजिटल उत्पादों और अनुभवों को अपनी ज़रूरतों के मुताबिक़ डिज़ाइन करना. युवाओं को नेटवर्क कैपिटल के इकोसिस्टम में जोड़ने से समुदाय की संस्कृति को मज़बूत करने में मदद मिली क्योंकि इससे ये ज़्यादा समावेशी हुआ.

अंतिम विचार

वेब 3.0 आर्थिक जीवन में समुदायों की भूमिका को फिर से परिभाषित करने में एक अनूठा अवसर होगा. सही संरचनात्मक हस्तक्षेप, प्लेटफॉर्म , भागीदारों और नीति निर्माताओं के साथ हम सह-स्वामित्व, सह-संचालित और सह-निर्मित समुदायों को मानक बना सकते हैं. ऐसे समुदाय अपेक्षाकृत ज़्यादा न्यायसंगत और भेदभावहीन होंगे. ऐसे समुदायों में सदस्यों की भागीदारी वास्तविक होगी यानी निर्णयों को प्रभावित करने में समान हिस्सा और क्षमता. वेब 3.0 समुदाय कार्ल मार्क्स और एडम स्मिथ- दोनों के अनुयायियों को भविष्य को लेकर ज़्यादा उत्साहित बनाते हैं.

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