Published on Nov 21, 2023 Updated 0 Hours ago

अनगिनत अंतरराष्ट्रीय मंच होने के बावजूद, एक तकलीफ़देह सवाल लगातार बना हुआ है: क्या इन मंचों से की गई घोषणाएं बदलाव की दिशा में बढ़े क़दम हैं? या फिर, यथास्थिति बनाए रखने की नीयत से की जाने वाली खोखली बयानबाज़ी भर है.