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সূর্যঘর:ভারতীয়পরিবারকেশক্তি-স্বাবলম্বীকরেতোলা
ভারতের জৈব জ্বালানি সম্ভাবনা কাজে লাগাতে ফিডস্টক চ্যালেঞ্জ মোকাবিলা করা
লিংশুই ৩৬-১: ইন্দো-প্যাসিফিক 'ব্যবহার' নিয়ে ভূ-রাজনীতির উন্মোচন
Energy News Monitor | Volume XXI, Issue 9
Energy consumption and human development in India: an update
पड़ोसी देशों में भारत का ऊर्जा प्रभाव: कूटनीति का नया अध्याय
भारत में वैकल्पिक जैव ईंधन का व्यावसायिक: नीतियां ज़मीनी स्तर पर लागू हो
পূর্ব এশিয়ার সুযোগ: ভারতের সবুজ হাইড্রোজেন কৌশলে জাপান ও কোরিয়াকে অগ্রাধিকার দেওয়া
বাজেট ২০২৪: ভারতের সবুজ শক্তি ভবিষ্যতের জন্য নতুন দিকনির্দেশ
যমজ-সংযোগ: ভগিনী-শহর সম্পর্ক পুনরুজ্জীবিত করা
क्या अब बिजली को बुनियादी मानवाधिकार मानने का वक़्त आ गया है?
Subsidies to fossil fuels in India: Too much?
वीज ही मूलभूत अधिकार म्हणून ओळखण्याची वेळ आली आहे का?
भारताचे वाहतूक क्षेत्र हरित करण्यासाठी...
Is it time to recognise electricity as a basic human right?
স্বাস্থ্য নিরাপত্তার জন্য শক্তি-স্বাস্থ্য সম্পর্ককে শক্তিশালী করা
पूर्वी एशिया में अवसर: भारत की ग्रीन हाइड्रोजन रणनीति में जापान और कोरिया को प्राथमिकता
मुंबई में बिजली वितरण में समानांतर लाइसेंसिंग: अव्यवस्था या आदर्श?
ऊर्जा का ग्लोबल बाज़ार: भारत ने कैसे बनायी संतुलन?
भारत की रिन्यूएबल एनर्जी क्षमता में गिरावट: आने वाले समय का रुझान या थोड़े समय की समस्या?
খুচরো বিদ্যুতের ক্ষেত্রে প্রতিযোগিতা: বেছে নেওয়ার ক্ষমতা
ভারতকে নতুন শক্তি সংলাপে নেতৃত্ব দিতে হবে
क्या CBAM भारत के लिए कारगर साबित होगा?
क्या भारत 2030 तक गैस आधारित अर्थव्यवस्था बन पाएगा?
भारतातील ऊर्जा पुरवठ्याचे विकेंद्रीकरण
डिजिटल ट्विन: भारत की स्वच्छ ऊर्जा संरचना को कुशल बनाने का अस्त्र!
भारत में ऊर्जा आपूर्ति के विकेंद्रीकरण का सुझाव: यानी ‘सैशे’ में बिजली!
ख़ुदरा बिजली के विकल्प: क्या ग्राहक हरित ऊर्जा का चुनाव करेंगे?